मटर की इस किस्म ने बदल दी किसान की किस्मत! सिर्फ 60 दिनों में हो रही 10 लाख की कमाई, बंगाल तक है डिमांड

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में काशी उदय मटर की खेती ने किसानों के लिए नई उम्मीदें जगाई हैं। यह उन्नत किस्म कम समय में अच्छा मुनाफा दे रही है। कई किसानों ने बताया कि इसकी खेती से उन्होंने 20 एकड़ में लगभग 10 लाख रुपये का मुनाफा कमाया। इस मटर की माँग स्थानीय बाजारों से लेकर पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी तक फैल रही है। सितंबर-अक्टूबर का महीना इसकी बुवाई के लिए सबसे अच्छा है, और सही तरीके से खेती करने पर 60 दिन में फसल तैयार हो जाती है।

काशी उदय मटर की खासियत

काशी उदय मटर की सबसे बड़ी खूबी है कि यह 60 दिन में हरी फलियाँ और 100-110 दिन में बीज के लिए तैयार हो जाती है। इसकी तुड़ाई एक बार में हो जाती है, जिससे समय और मेहनत दोनों बचते हैं। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, मटियार दोमट मिट्टी और 10-18 डिग्री सेल्सियस तापमान इस फसल के लिए आदर्श है। गाजीपुर के किसानों ने बताया कि इसकी फलियाँ स्वादिष्ट और पौष्टिक होती हैं, जिसकी वजह से बाजार में इसकी कीमत अच्छी मिलती है। यह छोटे और बड़े दोनों तरह के खेतों के लिए उपयुक्त है।

सही खाद और मिट्टी की तैयारी

काशी उदय मटर की खेती में अच्छी पैदावार के लिए मिट्टी की तैयारी और खाद का सही उपयोग बहुत जरूरी है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि प्रति हेक्टेयर 20 किलोग्राम नाइट्रोजन और 60 किलोग्राम फॉस्फोरस का इस्तेमाल करें। इससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ता है। कई किसानों ने अनुभव साझा किया कि गोबर की खाद और जैविक उर्वरकों के उपयोग से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और लागत भी कम रहती है। इस फसल में प्रति एकड़ 2-3 हजार रुपये की लागत आती है, जबकि मुनाफा कई गुना ज्यादा हो सकता है।

कम लागत में अधिक मुनाफा

काशी उदय मटर की खेती की लागत बहुत कम है। गाजीपुर के किसानों ने बताया कि 20 एकड़ की खेती में करीब 2 लाख रुपये खर्च करने पर 10 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है। इसकी फलियों की माँग न सिर्फ़ स्थानीय बाजारों में, बल्कि बंगाल जैसे दूर के क्षेत्रों में भी है। इसकी वजह है इसका बेहतरीन स्वाद और पोषण मूल्य। सही समय पर बिक्री करने से किसान अच्छी कीमत पा सकते हैं, खासकर त्योहारों के मौसम में जब माँग बढ़ती है।

किसानों के लिए प्रेरणा और सलाह

गाजीपुर के किसानों ने साबित किया है कि परंपरागत खेती से हटकर उन्नत तकनीक और बेहतर बीजों का उपयोग कर खेती को लाभकारी बनाया जा सकता है। काशी उदय मटर की खेती शुरू करने से पहले मिट्टी की जाँच कराएँ और अच्छी गुणवत्ता वाले बीज चुनें। बुवाई के समय पौधों के बीच सही दूरी रखें, ताकि फसल को पर्याप्त धूप और हवा मिले। कीटों से बचाव के लिए जैविक उपाय अपनाएँ और अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करें। यह फसल उन किसानों के लिए सुनहरा मौका है जो कम समय में अधिक मुनाफा चाहते हैं।

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  • Shashikant

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