किसान भाइयों, आपकी मेहनत से खेतों में फसलें लहलहाती हैं, मगर फसल को बढ़िया पैदावार देने के लिए मिट्टी का ताकतवर होना जरूरी है। मिट्टी में 17 ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो फसलों के लिए जान की तरह हैं। इनके बिना पौधे कमजोर पड़ते हैं, फल-फूल कम लगते हैं, और पैदावार घट जाती है। ये तत्व मिट्टी, पानी और हवा से मिलते हैं। गाँव में देसी खाद और सही देखभाल से इन्हें बढ़ाया जा सकता है। आइए जानते हैं कि ये 17 पोषक तत्व कौन-कौन से हैं और फसलों के लिए क्यों जरूरी हैं।
पोषक तत्वों का परिचय
वैज्ञानिकों ने 17 पोषक तत्वों को फसलों के लिए जरूरी बताया है। इनमें 3 हवा-पानी से मिलते हैं – कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन। बाकी 14 मिट्टी से मिलते हैं, जिन्हें 2 हिस्सों में बाँटा जाता है: मुख्य पोषक तत्व (6) और सूक्ष्म पोषक तत्व (8)। मुख्य तत्व बड़ी मात्रा में चाहिए, जैसे नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश। सूक्ष्म तत्व कम चाहिए, मगर इनके बिना फसल अधूरी है, जैसे लोहा, जस्ता। ये सभी मिलकर पौधे को बढ़ने, फूलने और फल देने की ताकत देते हैं।
मुख्य पोषक तत्व क्या हैं
- नाइट्रोजन (N): पत्तियों को हरा और ताकतवर बनाता है। कमी से पत्तियाँ पीली पड़ती हैं। गोबर की खाद से बढ़ता है।
- फॉस्फोरस (P): जड़ें मजबूत करता है और फूल-फल बढ़ाता है। हड्डी का चूर्ण इसमें मदद करता है।
- पोटाश (K): पौधे को बीमारियों से बचाता है और फल मोटे करता है। राख या केले का छिलका देसी स्रोत हैं।
- कैल्शियम (Ca): जड़ों और तनों को मजबूती देता है। चूना या अंडे के छिलके से मिलता है।
- मैग्नीशियम (Mg): पत्तियों में हरियाली बनाए रखता है। नीम की खली इसका अच्छा स्रोत है।
- सल्फर (S): बीज और तेल वाली फसलों के लिए जरूरी। गोबर में थोड़ा सल्फर होता है।
सूक्ष्म पोषक तत्वों की अहमियत
- लोहा (Fe): पत्तियों को हरा रखता है, कमी से पीले धब्बे पड़ते हैं। लोहे के पुराने सामान को मिट्टी में दबाएँ।
- जस्ता (Zn): फूल और फल बढ़ाने में मदद करता है। जस्ते की कमी से पत्तियाँ छोटी रहती हैं।
- ताँबा (Cu): बीमारियों से बचाता है। ताँबे के बर्तन का पानी छिड़कें।
- मैंगनीज (Mn): पत्तियों और जड़ों को ताकत देता है। कमी से पत्तियाँ मुरझाती हैं।
- बोरॉन (B): फूल और फल बनने में जरूरी। बोरिक पाउडर थोड़ा डालें।
- मोलिब्डेनम (Mo): नाइट्रोजन को पचाने में मदद करता है। बहुत कम चाहिए।
- क्लोरीन (Cl): पानी और पोषक तत्वों को पौधे तक पहुँचाता है। नमक में थोड़ा मिलता है।
- नickel (Ni): बीजों को स्वस्थ रखता है। बहुत कम मात्रा में चाहिए।
हवा-पानी से मिलने वाले तत्व
- कार्बन (C): पौधे की हवा से मिलता है, बढ़ने का आधार है।
- हाइड्रोजन (H): पानी से मिलता है, पौधे का ढाँचा बनाता है।
- ऑक्सीजन (O): हवा और पानी से मिलता है, साँस लेने और खुराक पचाने में मदद करता है।
मिट्टी में पोषक तत्व कैसे बढ़ाएँ
गोबर की खाद, नीम की खली, वर्मी कंपोस्ट और हरी खाद से मुख्य तत्व बढ़ते हैं। सूक्ष्म तत्वों के लिए लकड़ी की राख, अंडे के छिलके, केले का छिलका और पुराना लोहा मिट्टी में डालें। खेत को समय-समय पर जोतें, ताकि हवा लगे। रासायनिक खाद कम इस्तेमाल करें, देसी तरीके ज्यादा कारगर हैं। मिट्टी का टेस्ट करवाएँ, ताकि पता चले कि किस तत्व की कमी है।
फसलों के लिए फायदे
ये 17 तत्व मिलकर पौधे को ताकत देते हैं। नाइट्रोजन से पत्तियाँ बढ़ती हैं, फॉस्फोरस से जड़ें मज़बूत होती हैं, और पोटाश से फल रसीले बनते हैं। सूक्ष्म तत्व बीमारियों से बचाते हैं और पैदावार बढ़ाते हैं। एक हेक्टेयर में सही पोषण से 20-30% फसल बढ़ सकती है। गेहूँ, धान, मक्का, सब्जियाँ—all को इनकी जरूरत है।
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