UP News: खेती को आसान और फायदेमंद बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को बड़ा तोहफा दे रही है। अब कम लागत में ज्यादा पैदावार के लिए कृषि ड्रोन और आधुनिक यंत्रों पर अनुदान मिल रहा है। ये योजना गाँव के हर छोटे-बड़े किसान के लिए है, जो खेती को नई ऊँचाइयों तक ले जाना चाहते हैं। सरकार का मकसद है कि खेती में मेहनत कम हो और मुनाफा ज्यादा। इसके लिए 27 जून से 12 जुलाई 2025 तक agridarshan.up.gov.in पर बुकिंग शुरू हो चुकी है। इस मौके का फायदा उठाएँ और अपनी खेती को चमकाएँ।
अनुदान के लिए आसान आवेदन प्रक्रिया
कृषि यंत्रों पर अनुदान पाने के लिए आपको ज्यादा भागदौड़ करने की जरूरत नहीं। बस agridarshan.up.gov.in पर जाएँ और ‘किसान कॉर्नर’ में ‘यंत्र बुकिंग प्रारंभ’ पर क्लिक करें। यहाँ से आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। बुकिंग 27 जून से शुरू होकर 12 जुलाई तक चलेगी। इस वेबसाइट पर आपको यंत्रों की पूरी जानकारी, बुकिंग का तरीका और अनुदान की प्रक्रिया भी मिलेगी। सही समय पर आवेदन करें, ताकि आप इस योजना का लाभ उठा सकें।
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किन यंत्रों पर मिलेगा अनुदान
उत्तर प्रदेश सरकार की योजनाओं, जैसे सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन और फसल अवशेष प्रबंधन, के तहत कई यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है। इसमें कृषि ड्रोन, कस्टम हायरिंग सेंटर, फार्म मशीनरी बैंक, कंबाइन हार्वेस्टर, न्यूमेटिक प्लांटर, मेज सेलर, पॉपिंग मशीन, बैच ड्रायर, थ्रेसिंग फ्लोर, स्मॉल गोदाम और शुगरकेन वीडर जैसे यंत्र शामिल हैं। ये सभी यंत्र खेती को आसान बनाते हैं और फसल की गुणवत्ता बढ़ाते हैं।
किसानों के लिए क्यों ज़रूरी है यह योजना?
आज के समय में खेती में मेहनत के साथ-साथ आधुनिक तकनीक की भी ज़रूरत है। इस योजना के तहत न केवल यंत्र सस्ते दामों पर मिलेंगे, बल्कि कस्टम हायरिंग सेंटर और फार्म मशीनरी बैंक जैसी सुविधाएँ भी शुरू होंगी। ये सुविधाएँ उन किसानों के लिए वरदान साबित होंगी, जो महंगे यंत्र खरीदने में असमर्थ हैं। साथ ही, फसल अवशेष प्रबंधन के लिए खास यंत्र भी उपलब्ध होंगे, जिससे पराली जलाने की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए यह एक सुनहरा मौका है। अगर आप भी अपने खेतों में नई तकनीक लाना चाहते हैं, तो 27 जून से बुकिंग शुरू होने का इंतज़ार करें। अपने कागज़ात और मोबाइल नंबर तैयार रखें, ताकि बुकिंग प्रक्रिया में कोई दिक्कत न हो। अधिक जानकारी के लिए आप अपने नज़दीकी कृषि विभाग कार्यालय से भी संपर्क कर सकते हैं।
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