जम्मू-कश्मीर में खेती और किसानों की जिंदगी को बेहतर करने के लिए केंद्र सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं। केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान 3 और 4 जुलाई 2025 को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। पहले दिन उन्होंने श्रीनगर में एक बड़ी बैठक की, जिसमें मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ खेती, बागवानी और गाँवों के विकास की योजनाओं पर बात हुई। इस दौरान कई बड़ी घोषणाएँ की गईं, जो किसान भाइयों की कमाई बढ़ाने और उनकी फसलों को ताकत देने का काम करेंगी। आइए, जानते हैं कि ये नई योजनाएँ क्या हैं और ये गाँवों के लिए कैसे फायदेमंद होंगी।
RWBCIS: फसलों की सुरक्षा का देसी हथियार
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए मौसम आधारित फसल बीमा योजना (RWBCIS) शुरू होगी। ये योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) का हिस्सा है और इसमें सेब, बादाम, अखरोट जैसी बागवानी फसलों को शामिल किया जाएगा। बारिश, सूखा या दूसरी प्राकृतिक मुसीबतों से फसल खराब होने पर ये बीमा किसानों को आर्थिक सुरक्षा देगा। इससे गाँवों के किसान बिना डर के खेती कर सकेंगे और उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी।
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श्रीनगर में बनेगा आधुनिक क्लीन प्लांट सेंटर
किसानों को अच्छी फसल के लिए अच्छे पौधे चाहिए। इसके लिए सरकार श्रीनगर में 150 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक क्लीन प्लांट सेंटर बनाएगी। ये सेंटर एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) के तहत होगा। यहाँ किसानों को वायरस-रहित, ताकतवर और अच्छी क्वालिटी के पौधे मिलेंगे। इससे सेब, बादाम और केसर जैसी फसलों की पैदावार बढ़ेगी और किसानों की कमाई में इजाफा होगा। साथ ही, केसर की खेती को और ताकत देने के लिए टिशू कल्चर लैब और आधुनिक नर्सरी भी बनाई जाएगी। इससे जम्मू-कश्मीर का केसर देश-विदेश में और चमकेगा।
मिट्टी परीक्षण लैब्स और हॉर्टिकल्चर सेंटर
खेती को बेहतर करने के लिए मिट्टी की सेहत जानना जरूरी है। शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि कठुआ, बारामूला और अनंतनाग में मिट्टी परीक्षण और क्वालिटी कंट्रोल लैब्स बनेंगी। ये लैब्स किसानों को बताएँगी कि उनकी मिट्टी में कौन से तत्व कम हैं और क्या करना चाहिए। इससे फसल की पैदावार बढ़ेगी। साथ ही, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की मदद से जम्मू में एक रीजनल हॉर्टिकल्चर सेंटर बनेगा। ये सेंटर बागवानी फसलों की नई तकनीकों, अनुसंधान और बाजार तक पहुँचने में मदद करेगा। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) के तहत खेतों तक पानी पहुँचाने के लिए खास सिंचाई प्रोजेक्ट्स भी शुरू होंगे।
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PMGSY फेज-4: गाँवों को जोड़ने की नई सड़कें
गाँवों तक फसल और सामान ले जाने के लिए अच्छी सड़कें जरूरी हैं। शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के चौथे चरण में जम्मू-कश्मीर के लिए 4200 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि दी गई है। इससे गाँवों में नई सड़कें बनेंगी, जिससे किसानों को अपनी फसल बाजार तक ले जाने में आसानी होगी। ये सड़कें गाँवों की अर्थव्यवस्था को ताकत देंगी और किसानों की जिंदगी को आसान बनाएँगी।
SKUAST-K दीक्षांत समारोह का खास मौका
शिवराज सिंह चौहान 4 जुलाई 2025 को शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (SKUAST-K) के छठे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। ये समारोह श्रीनगर के शालीमार कन्वेंशन सेंटर में होगा। यहाँ 5250 छात्रों को डिग्री, 150 को गोल्ड मेडल और 445 को मेरिट सर्टिफिकेट मिलेंगे। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी इस मौके पर होंगे। ये समारोह किसानों और छात्रों के लिए नई उम्मीद का प्रतीक है।
ये सारी योजनाएँ जम्मू-कश्मीर के किसान भाइयों के लिए बड़ा मौका हैं। RWBCIS से फसलों की सुरक्षा, क्लीन प्लांट सेंटर से अच्छे पौधे, मिट्टी लैब्स से खेती की नई तकनीक, और PMGSY से बेहतर सड़कें मिलेंगी। ये सब मिलकर किसानों की कमाई बढ़ाएँगी और गाँवों की अर्थव्यवस्था को ताकत देंगी। तो इस मौके का फायदा उठाएँ और अपनी खेती को नई ऊँचाइयों तक ले जाएँ।
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