ये खेती नहीं, कमाई की मशीन है! एक बार लगाएं, 40 साल तक पीटें मुनाफा

Cofee Farming in Hindi: सुबह की चाय की तरह ही, बहुत से लोग अपने दिन की शुरुआत एक कप गरमागरम कॉफी से करते हैं। लेकिन क्या आपने सोचा कि ये कॉफी, जो शहरों में 100-200 रुपये में बिकती है, हमारे किसान भाइयों के लिए ‘काला सोना’ बन सकती है? जी हाँ, कॉफी की खेती ऐसा धंधा है, जिसमें एक बार मेहनत करो और फिर सालों-साल लाखों की कमाई पाओ। भारत में कॉफी की माँग देश-विदेश में हमेशा बनी रहती है। ये खेती न सिर्फ़ मुनाफा देती है, बल्कि हमारे खेतों को भी हरा-भरा रखती है। आइए जानते हैं कि कॉफी की खेती कैसे आपके लिए फायदे का सौदा बन सकती है।

कॉफी की दो किस्में, दोनों लाजवाब

भारत दुनिया में कॉफी पैदा करने वाले बड़े देशों में से एक है। यहाँ की कॉफी की क्वालिटी इतनी अच्छी है कि विदेशों में भी लोग इसके दीवाने हैं। हमारे यहाँ मुख्य रूप से दो तरह की कॉफी उगाई जाती है।

पहली है अरेबिका, जिसे कॉफी की ‘रानी’ कहते हैं। इसका स्वाद और खुशबू इतनी शानदार होती है कि बाज़ार में इसका दाम भी अच्छा मिलता है। ये ठंडे और ऊँचे इलाकों में, जैसे 1000-1500 मीटर की ऊँचाई पर, अच्छे से उगती है।

दूसरी है रोबस्टा, जो गर्म मौसम में भी बढ़िया पैदावार देती है। इसमें कीड़े कम लगते हैं और इसका उत्पादन भी ज़्यादा होता है, हालाँकि दाम अरेबिका से थोड़ा कम मिलता है। आप अपने खेत के मौसम और ज़मीन के हिसाब से इनमें से कोई भी चुन सकते हैं।

ये भी पढ़ें- जुलाई-अगस्त में करें फूलगोभी की इन 5 अगेती किस्मों की बुवाई, 60 दिन बाद होगी बंपर कमाई!

एक एकड़ से लाखों की कमाई

कॉफी की खेती में थोड़ा धैर्य चाहिए, लेकिन मुनाफा इतना कि मेहनत वसूल हो जाए। कॉफी का पौधा लगाने के 4-5 साल बाद फल देना शुरू करता है और फिर अगले 40-50 साल तक कमाई का ज़रिया बनता है। मान लो, आपने एक एकड़ में 400-500 पौधे लगाए। एक पौधा हर साल करीब एक किलो कॉफी बीन्स दे सकता है। यानी एक एकड़ से आपको 400-500 किलो बीन्स मिल सकते हैं।

बाज़ार में कॉफी बीन्स का दाम 300 से 800 रुपये प्रति किलो तक होता है, ये क्वालिटी पर निर्भर करता है। अगर औसतन 500 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचें, तो एक साल में 2 से 4 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है। जैसे-जैसे पौधे बड़े होते हैं, पैदावार और मुनाफा भी बढ़ता जाता है।

सरकार का साथ, चिंता की बात नहीं

कॉफी की खेती को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार का कॉफी बोर्ड किसानों का पूरा साथ देता है। पौधे लगाने, खाद खरीदने, और सिंचाई के लिए ज़रूरी सामान पर सब्सिडी मिलती है। कई राज्यों में ट्रेनिंग और लोन की सुविधाएँ भी दी जाती हैं। कॉफी बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर आप सारी जानकारी ले सकते हैं। ये मदद आपके लिए शुरुआत को आसान बनाती है, ताकि आप बिना ज़्यादा चिंता के खेती शुरू कर सकें।

ये भी पढ़ें- गुलाबी सुंडी का मिल गया इलाज! अब नई तकनीक से सस्ते में होगा पूरा सफाया

पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद

कॉफी की खेती सिर्फ़ जेब ही नहीं भरती, बल्कि पर्यावरण को भी सहारा देती है। कॉफी के पौधे छायादार जगहों में उगते हैं, जिससे खेतों और जंगलों की हरियाली बनी रहती है। ये पौधे मिट्टी को मज़बूत करते हैं, जिससे खेत की उर्वरता बढ़ती है। साथ ही, कॉफी की खेती में पानी की ज़रूरत भी कम होती है, जो इसे और खास बनाता है।

कैसे शुरू करें ये धंधा? (Cofee Farming in Hindi)

कॉफी की खेती शुरू करने के लिए सबसे पहले अपने खेत की ज़मीन और मौसम को समझें। अरेबिका के लिए ठंडा और ऊँचा इलाका चाहिए, जबकि रोबस्टा गर्म जगहों में भी चल जाता है।

अच्छे पौधों का चयन करें और मिट्टी की जाँच करवाएँ। कॉफी बोर्ड से संपर्क करके सही बीज, खाद, और खेती की तकनीकों की जानकारी ले सकते हैं। शुरुआत में थोड़ा पैसा लगाना पड़ता है, लेकिन 4-5 साल बाद कमाई का सिलसिला शुरू हो जाता है। अगर आप परंपरागत खेती से हटकर कुछ नया और मुनाफेदार करना चाहते हैं, तो कॉफी की खेती आपके लिए सुनहरा मौका है।

ये भी पढ़ें- क्या अब डीजल की जगह इस तेल से चलेंगे ट्रैक्टर? किसानों के लिए बड़ी क्रांति!

Author

  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

    View all posts

Leave a Comment