अपने गार्डन में लगाइए, बबूना के फूल, खूबसूरत बालकनी और बगीचे के लिए प्राकृतिक सौंदर्य का राज!

बबूना (कैमोमाइल) के फूल न केवल अपनी खूबसूरती से बालकनी और बगीचे को संवारते हैं, बल्कि इनकी मनमोहक खुशबू और औषधीय गुण भी हर किसी को आकर्षित करते हैं। ये छोटे, सफेद-पीले डेजी जैसे फूल कम देखभाल में भी शानदार ढंग से उगते हैं, जो इन्हें शुरुआती और अनुभवी बागवानों के लिए आदर्श बनाते हैं। चाहे आपकी बालकनी छोटी हो या बड़ा बगीचा, बबूना आसानी से उगाया जा सकता है। आइए, जानते हैं कि बबूना के फूल कैसे उगाएँ और अपने घर को और खूबसूरत बनाएँ।

बबूना क्या है और क्यों उगाएँ?

बबूना, जिसे वैज्ञानिक रूप से Matricaria chamomilla परिवार का पौधा है। इसके फूल सफेद पंखुड़ियों और पीले केंद्र के साथ डेजी जैसे दिखते हैं। यह पौधा अपनी सुगंध और औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है, जैसे तनाव कम करना, नींद में सुधार, और त्वचा की देखभाल। बबूना की चाय पीने से न केवल मन शांत होता है, बल्कि यह त्वचा को भी चमक देती है। इसे बालकनी या बगीचे में उगाना आसान है, क्योंकि यह कम रखरखाव वाला और ठंड व गर्मी दोनों में उगने वाला पौधा है।

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बबूना उगाने के लिए सही जगह

बबूना को उगाने (Babuna flower gardening) के लिए सही जगह चुनना जरूरी है। यह पौधा पूर्ण सूरज की रोशनी में सबसे अच्छा उगता है, लेकिन हल्की छाया भी सहन कर सकता है। बालकनी में दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर खिड़की या जगह चुनें, जहाँ दिन में 6-8 घंटे धूप मिले। बगीचे में ऐसी जगह चुनें जहाँ मिट्टी अच्छी तरह सूख सके। अगर आप ऊँची मंजिल पर रहते हैं, तो बबूना हवा और गर्मी को भी सहन कर लेता है, जिससे यह बालकनी के लिए शानदार है।

मिट्टी और गमले की तैयारी

बबूना को अच्छी तरह पानी निकासी वाली मिट्टी चाहिए। ज्यादा गीली मिट्टी से जड़ें सड़ सकती हैं। निम्नलिखित तरीके से मिट्टी तैयार करें:

  • मिट्टी का मिश्रण: बगीचे की मिट्टी में 30% वर्मीकम्पोस्ट और 20% रेत या कोकोपीट मिलाएँ। यह मिश्रण पोषक तत्व और जल निकासी दोनों देगा।

  • गमला: 8-10 इंच गहरा गमला चुनें, जिसमें नीचे छेद हों। छोटी बालकनी के लिए हैंगिंग बास्केट भी अच्छा विकल्प है।

  • तापमान: बबूना 7°C से 26°C के बीच अच्छा उगता है, जो भारत के ज्यादातर हिस्सों के लिए उपयुक्त है।

Babuna flower gardening

बीज या पौधे से शुरुआत

बबूना को बीज या कटिंग से उगाया जा सकता है।

  • बीज से: बबूना के बीज (जैसे Amazon पर उपलब्ध Navika Seeds या SRI SAI FORESTRY के) मिट्टी में हल्के से बोएँ। इन्हें 20-25 दिनों में अंकुरित होने लगता है। बोने के बाद मिट्टी को हल्का गीला रखें। जब पौधे 20-30 सेंटीमीटर बड़े हो जाएँ, उन्हें बड़े गमले में ट्रांसफर करें।

  • कटिंग से: अगर आपके पास पहले से बबूना का पौधा है, तो 4-6 इंच की स्वस्थ कटिंग लें और मिट्टी में रोपें। यह तरीका तेजी से फूल देता है, लगभग 70 दिनों में।

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देखभाल के आसान टिप्स

बबूना की देखभाल आसान है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है:

  • पानी: मिट्टी को हल्का गीला रखें, लेकिन ज्यादा पानी न दें। पानी देने से पहले मिट्टी को छूकर देखें कि वह सूखी है या नहीं। सर्दियों में हल्का स्प्रे करें।

  • खाद: हर 2-3 हफ्ते में तरल जैविक खाद, जैसे वर्मीकम्पोस्ट टी, डालें।

  • डेडहेडिंग: मुरझाए फूलों को काटते रहें, इससे नए फूल जल्दी आएँगे।

  • कीट नियंत्रण: बबूना स्वाभाविक रूप से कीट-प्रतिरोधी है, लेकिन नीम का तेल सप्ताह में एक बार छिड़कने से एफिड्स और अन्य कीट दूर रहेंगे।

फूलों का समय और सौंदर्य

बबूना के फूल मार्च के दूसरे हफ्ते से खिलना शुरू करते हैं और गर्मियों तक चलते हैं। ये फूल बालकनी में हैंगिंग बास्केट या बगीचे में बॉर्डर के रूप में शानदार लगते हैं। इनकी सफेद पंखुड़ियाँ और पीला केंद्र किसी भी जगह को शांत और सुंदर बनाते हैं। रात में इनकी हल्की खुशबू तनाव कम करती है।

बबूना के औषधीय फायदे

बबूना सिर्फ सजावट के लिए ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है:

  • चाय: सूखे बबूना फूलों से बनी चाय नींद में सुधार करती है और तनाव कम करती है।

  • त्वचा: बबूना का तेल या चाय त्वचा की जलन, मुहाँसे, और डार्क सर्कल्स को कम करता है।

  • पाचन: यह पेट की गड़बड़ी और गैस की समस्या में राहत देता है।

बबूना की खेती में सावधानियाँ

  • एलर्जी: अगर आपको डेजी या रैगवीड से एलर्जी है, तो बबूना का उपयोग सावधानी से करें।

  • गर्भावस्था: गर्भवती महिलाएँ बबूना की चाय या तेल का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

  • पानी का ध्यान: ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं, इसलिए हमेशा मिट्टी की नमी जाँचें।

बबूना से बालकनी और बगीचे को सजाएँ

बबूना को अन्य फूलों जैसे मैरीगोल्ड, जिनिया, या लैवेंडर के साथ मिलाकर उगाने से बालकनी या बगीचा और आकर्षक लगता है। छोटे गमलों में इन्हें शेल्फ पर या रेलिंग पर रखें। बगीचे में इन्हें रॉक गार्डन या पाथवे के किनारे लगाएँ। बबूना की स्व-बीजारोपण की खासियत इसे हर साल बिना मेहनत के उगने देती है।

बबूना के फूल उगाना आसान है और यह आपके घर को खूबसूरत बनाने के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ भी देता है। इसकी कम रखरखाव और शानदार खुशबू इसे हर बालकनी और बगीचे के लिए परफेक्ट बनाती है। तो आज ही बबूना के बीज लें, और अपने घर को प्रकृति की सुंदरता से सजाएँ।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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