उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। प्रदेश सरकार जल्द ही सोलर पंप पर भारी अनुदान देने की योजना ला रही है। इस नई स्कीम के तहत लघु और सीमांत किसानों को सोलर पंप की कीमत का सिर्फ 10 फीसदी हिस्सा देना होगा, बाकी 90 फीसदी राशि सरकार अनुदान के रूप में देगी। वहीं, बड़े किसानों को 20 फीसदी रकम अपनी जेब से चुकानी होगी। यह योजना खेती को सस्ता और पर्यावरण के लिए बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
कैबिनेट में जल्द आएगा प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश में पहले से ही सोलर पंप पर अनुदान दिया जाता है, लेकिन अभी तक यह 60 फीसदी था। अब सरकार इसे बढ़ाकर 90 फीसदी करने की तैयारी में है। कृषि विभाग ने इस योजना का प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसे जल्द ही कैबिनेट में पेश किया जाएगा। इस कदम से लाखों किसानों को सस्ते दामों पर सोलर पंप मिल सकेंगे, जिससे उनकी खेती की लागत कम होगी।
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क्यों लाई जा रही है यह योजना
उत्तर प्रदेश में करीब ढाई करोड़ किसान हैं, जिनमें से ज्यादातर लघु और सीमांत किसान हैं। सरकार का मकसद है कि खेती में बिजली और डीजल का इस्तेमाल कम हो, पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे और किसानों की आमदनी बढ़े। सोलर पंप इस दिशा में एक कारगर उपाय है। यह न सिर्फ बिजली का बिल बचाता है, बल्कि डीजल पंप की तुलना में पर्यावरण के लिए भी बेहतर है। सरकार सोलर पंप के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश कर रही है।
सोलर पंप लगाने का खर्च कितना
सोलर पंप लगवाने के लिए किसानों को बोरिंग खुद करानी होगी। इसके अलावा मोटर और सोलर पैनल सरकार द्वारा निर्धारित वेंडर से लगवाने होंगे। अगर बात खर्च की करें, तो 2 हॉर्स पावर का सोलर पंप लगवाने में करीब 1.80 लाख रुपये का खर्च आता है। वहीं, 5 हॉर्स पावर के पंप की लागत लगभग 4.80 लाख रुपये है। अनुदान के बाद किसानों को सिर्फ 10-20 फीसदी रकम ही चुकानी होगी, जो उनकी जेब पर भारी नहीं पड़ेगी।
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कैसे मिलेगा सोलर पंप
सोलर पंप का लाभ लेने के लिए किसानों को उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के आधिकारिक पोर्टल पर जाना होगा। वहाँ पीएम कुसुम योजना के तहत ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण की अंतिम तारीख के बाद या तो ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर या लॉटरी सिस्टम के जरिए सोलर पंप का आवंटन होगा। गौरतलब है कि यूपी में 2017-18 से 2024-25 तक पीएम कुसुम योजना के तहत 79 हजार से ज्यादा सोलर पंप लगाए जा चुके हैं। इस साल 2025-26 में 45 हजार नए सोलर पंप लगाने का लक्ष्य है।
किसानों के लिए सुनहरा मौका
यह योजना उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक सुनहरा मौका है। सोलर पंप न सिर्फ खेती की लागत कम करेंगे, बल्कि बिजली और डीजल की निर्भरता को भी घटाएंगे। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द कृषि विभाग के पोर्टल पर जाकर पंजीकरण कर लें। यह आपके खेतों को हरा-भरा और आपकी जेब को भरा-भरा रखने का शानदार तरीका है।
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