सर्दियों की कमाऊ फसल ,नाथ सीड कंपनी की यह फूलगोभी, सिर्फ 65 दिन में तैयार! उत्पादन का शानदार विकल्प

Nath Seed Cauliflower 2251: भारतीय खेती में समय और मुनाफे की दौड़ में नई-नई तकनीकों और उन्नत किस्मों की जरूरत बढ़ती जा रही है। इसी क्रम में नाथ सीड कंपनी ने किसानों के लिए एक अनोखा तोहफा पेश किया है-फूलगोभी किस्म “2251”। यह किस्म अपने तेज उत्पादन और उच्च गुणवत्ता के लिए तेजी से लोकप्रिय हो रही है।

केवल 65 दिनों में कटाई के लिए तैयार होने वाली यह किस्म अगेती और मध्यवर्ती मौसम के लिए खासतौर पर उपयुक्त है। इसके सफेद, भारी, और बाजार में आकर्षक दिखने वाले फूल न केवल किसानों की आय बढ़ाते हैं, बल्कि खेती को लाभकारी बनाते हैं। आइए, इस किस्म की खासियतों, खेती के तरीकों, और इसके फायदों को विस्तार से जानते हैं, जो आपके खेतों में हरियाली और समृद्धि ला सकता है।

तेज उत्पादन और मौसम के अनुकूलता

फूलगोभी “2251” अपनी तेजी से बढ़ने की क्षमता के लिए जानी जाती है। यह केवल 65 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है, जो इसे उन किसानों के लिए आदर्श बनाता है जो कम समय में अच्छी पैदावार चाहते हैं। यह किस्म अगेती (मार्च-जून) और मध्यवर्ती (जुलाई-अक्टूबर) मौसम में शानदार परिणाम देती है, जब तापमान 15-25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। ठंडे और नम मौसम में यह फलती-फूलती है, लेकिन गर्मी की चरम परिस्थितियों से बचाव के लिए छाया और नियमित पानी की जरूरत पड़ती है। इसके फूल सफेद, कॉम्पैक्ट, और भारी होते हैं, जो बाजार में ग्राहकों को आकर्षित करते हैं।

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मिट्टी और खेती की तैयारी

इस किस्म को उगाने के लिए उपजाऊ दोमट या रेतीली दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है, जिसमें अच्छी जल निकासी हो। मिट्टी का पीएच 6.0-7.0 के बीच होना चाहिए, जो इसकी जड़ों को पोषण और विकास के लिए अनुकूल माहौल देता है। खेत की तैयारी के लिए गहरी जुताई करें और 10-15 टन प्रति हेक्टेयर गोबर की खाद या कम्पोस्ट मिलाएं। बीज बोने से पहले मिट्टी को नम रखें और बीजों को 1-2 सेंटीमीटर गहराई पर 50-60 सेंटीमीटर की दूरी पर बोएं। प्रति हेक्टेयर 400-500 ग्राम बीज पर्याप्त होता है। बीज बोने के लिए नर्सरी तैयार करें, जिसमें अच्छी तरह सड़ी हुई खाद और मिट्टी का मिश्रण हो। बीज अंकुरण के लिए 20-25 डिग्री सेल्सियस तापमान सबसे बेहतर है।

देखभाल और प्रबंधन

फूलगोभी “2251” की अच्छी पैदावार के लिए नियमित देखभाल जरूरी है। बीज बोने के 25-30 दिन बाद पौधों को खेत में स्थानांतरित करें, जिसमें 45-50 सेंटीमीटर की पंक्ति-से-पंक्ति और 30-40 सेंटीमीटर पौधे-से-पौधे की दूरी रखें। शुरुआती दौर में हल्की और नियमित सिंचाई करें, लेकिन फूल बनने के बाद पानी कम करें ताकि फूल सख्त और आकर्षक बने रहें। खरपतवार नियंत्रण के लिए 2-3 बार गुड़ाई करें और जैविक खाद या 100-120 किलोग्राम नाइट्रोजन, 60-80 किलोग्राम फॉस्फोरस, और 40-50 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर डालें। कीटों जैसे फूलगोभी के कीड़े और बीमारियों से बचाव के लिए नीम का तेल या जैविक कीटनाशक का उपयोग करें।

उत्पादन और आर्थिक लाभ

यह किस्म प्रति हेक्टेयर 12-20 टन की उपज दे सकती है, जो मध्यवर्ती मौसम की अन्य किस्मों से बेहतर है। इसके भारी और आकर्षक फूल बाजार में मांग को बढ़ाते हैं, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है। 65 दिनों में तैयार होने की वजह से यह फसल चक्र को छोटा करती है, जिससे साल में दो फसलें उगाने का मौका मिलता है। इसके फूलों का उपयोग सब्जी, सूप, और प्रोसेस्ड उत्पादों में होता है, जो इसकी बाजार में बहुमुखी उपयोगिता को दर्शाता है। कम समय और कम लागत में उच्च पैदावार देने के कारण यह किस्म छोटे और मझोले किसानों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।

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पोषण और स्वास्थ्य लाभ

फूलगोभी “2251” पोषण से भरपूर होती है। इसमें विटामिन सी, के, और बी6, साथ ही एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य, पाचन, और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। यह कम कैलोरी वाला सब्जी है, जो वजन नियंत्रण और स्वस्थ आहार के लिए लोकप्रिय है। इसके नियमित सेवन से कैंसर और सूजन जैसी बीमारियों से बचाव में मदद मिलती है। किसानों के लिए यह फसल न केवल आर्थिक लाभ देती है, बल्कि उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य में भी योगदान करती है।

तकनीक और नवाचार

नाथ सीड कंपनी की यह किस्म आधुनिक प्रजनन तकनीकों का परिणाम है, जो इसे जलवायु परिवर्तन और कम संसाधनों की चुनौतियों के लिए तैयार करती है। ड्रिप सिंचाई और मिट्टी परीक्षण जैसे आधुनिक तरीके इसकी पैदावार को और बढ़ा सकते हैं। समय पर कटाई और सही भंडारण से फूलों की गुणवत्ता बनी रहती है, जो बाजार में बेहतर कीमत दिलाती है। युवा किसान इसे तकनीकी सहायता और मशीनरी के साथ जोड़कर अधिक लाभ कमा सकते हैं, जो खेती को टिकाऊ और आकर्षक बनाता है।

बीज प्राप्त करने के तरीके

फूलगोभी “2251” के बीज प्राप्त करना आसान है, लेकिन सही स्रोत चुनना जरूरी है। नाथ सीड कंपनी के आधिकारिक डीलरों और वितरकों से संपर्क करें, जो देशभर में मौजूद हैं। स्थानीय कृषि केंद्र, सहकारी समितियों, और सरकार द्वारा आयोजित कृषि मेले इन बीजों के लिए अच्छे विकल्प हो सकते हैं। इसके अलावा, नाथ सीड कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या क्षेत्रीय कार्यालय से ऑनलाइन ऑर्डर करके भी बीज मंगवाए जा सकते हैं।

किसानों की बढ़ती रुचि

कई किसान अब फूलगोभी “2251” को अपनी फसलों में शामिल कर रहे हैं, क्योंकि यह कम समय में मुनाफा देती है। खासकर उत्तरी भारत के राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश में इसकी मांग बढ़ रही है। सरकार और नाथ सीड कंपनी की ओर से दी जा रही बीज सब्सिडी और प्रशिक्षण कार्यक्रम इसे और सुलभ बना रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सही देखभाल और तकनीक से यह किस्म आने वाले समय में फूलगोभी उत्पादन में क्रांति ला सकती है।

फूलगोभी “2251” को अपनाकर अपनी खेती को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं। यह किस्म आपके लिए समय और संसाधनों की बचत करते हुए मुनाफा बढ़ाएगी।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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