केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संसदीय क्षेत्र विदिशा के रायसेन में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने नशामुक्ति, नकली खाद की कालाबाजारी, और ग्रामीण विकास योजनाओं की प्रगति पर गहन चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को सात बड़े निर्देश दिए, ताकि रायसेन को विकास और जनकल्याण का मॉडल जिला बनाया जा सके। किसानों, लखपति दीदियों, और गाँवों की तरक्की के लिए उनके ये निर्देश ग्रामीण भारत के लिए नई दिशा दिखा रहे हैं।
1. नकली खाद पर कड़ा प्रहार
शिवराज सिंह चौहान ने नकली खाद और बीज बेचने वालों को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ धोखा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों से मूंग की खरीद और उपार्जन केंद्रों की जाँच करने को कहा। साथ ही, नकली खाद और कीटनाशकों की कालाबाजारी पर सख्त कानूनी कार्रवाई का निर्देश दिया। रायसेन के एक किसान, रामलाल पटेल, ने बताया कि नकली खाद की वजह से उनकी फसल को नुकसान हुआ था, लेकिन अब सरकार की सख्ती से किसानों को राहत मिलेगी।
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2. गाँवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ें
चौहान ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से रायसेन को आदर्श जिला बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर पात्र व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। इसके लिए अधिकारियों को नियमित रूप से खेतों और गाँवों का दौरा करने का निर्देश दिया। निर्माण कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए कड़ी निगरानी की जरूरत पर जोर दिया। उनका कहना था कि जनकल्याण योजनाएँ कागजों तक सीमित न रहें, बल्कि गाँवों की धरती पर उतरें। यह संदेश ग्रामीण विकास के लिए एक नया जोश लेकर आया है।
3. प्रधानमंत्री आवास योजना में तेजी
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की समीक्षा करते हुए चौहान ने निर्देश दिए कि हर लाभार्थी को समय पर किश्त मिले। उन्होंने कहा कि पक्के घर का सपना हर गरीब का हक है। जिले में 2024-25 के लिए स्वीकृत 27,981 आवासों में से 4,825 पूरे हो चुके हैं, जबकि 23,156 पर काम चल रहा है। निर्माण में किसी भी तरह की लापरवाही न हो, इसके लिए जिला स्तर पर सघन निगरानी का आदेश दिया गया। रायसेन की एक लाभार्थी, शांति बाई, ने बताया कि समय पर किश्त मिलने से उनका घर जल्दी बन रहा है।
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4. लखपति दीदियों की उड़ान
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत लखपति दीदियों की प्रगति पर चर्चा करते हुए चौहान ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाएँ। जिले में अभी 43,613 लखपति दीदियाँ हैं, और इस संख्या को बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि स्वयं सहायता समूहों को और मजबूत कर महिलाओं को उद्यमिता की ओर ले जाया जाए। यह कदम ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा बदलाव ला सकता है।
5. हर गाँव तक सड़क
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत चौहान ने हर गाँव को मुख्य सड़कों से जोड़ने का निर्देश दिया। जिले में 2024-25 के लिए 276.236 किलोमीटर की 30 सड़कें स्वीकृत हुईं, जिनमें 28 पूरी हो चुकी हैं। साथ ही, 13 में से 9 पुलों का निर्माण पूरा हो गया है। चौहान ने एनएचएआई के कार्यों की भी समीक्षा की और ग्रामीण संपर्क को बेहतर बनाने पर जोर दिया। इससे गाँवों में आवागमन आसान होगा और किसानों को अपनी उपज बाजार तक ले जाने में मदद मिलेगी।
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6. खेतों में जाकर किसानों की मदद
चौहान ने कृषि अधिकारियों को खेतों में जाकर फसलों की जाँच करने और किसानों को सही कीटनाशकों की जानकारी देने का निर्देश दिया। उन्होंने रबी फसलों की तैयारी अभी से शुरू करने को कहा। साथ ही, बासमती धान के निर्यात में रिजेक्शन की समस्या पर ध्यान देते हुए किसानों को प्रतिबंधित कीटनाशकों से बचने की सलाह दी। कृषि विज्ञान केंद्रों के जरिए नई तकनीकों को किसानों तक पहुँचाने का भी निर्देश दिया गया। इससे फसलों की गुणवत्ता और पैदावार दोनों बढ़ेगी।
7. जल और ऊर्जा की मजबूती
जल जीवन मिशन के तहत हर घर तक नल से जल पहुँचाने का लक्ष्य रखते हुए चौहान ने जलाशयों और तालाबों में पानी संग्रहण की स्थिति जानी। उन्होंने अधूरी परियोजनाओं को जल्द पूरा करने का आदेश दिया। ऊर्जा विभाग की समीक्षा में निर्माणाधीन बिजली सब-स्टेशनों को शीघ्र पूरा करने के लिए कहा। यह कदम गाँवों में पानी और बिजली की उपलब्धता को बेहतर बनाएगा, जिससे किसानों और ग्रामीणों का जीवन आसान होगा।
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