Vegetable farming Tips: मानसून के बाद ठंड का मौसम आने वाला है। ऐसे में किसान अपनी मुख्य फसलों के साथ-साथ सब्जियों की खेती करके अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगस्त का महीना कुछ खास सब्जियों की खेती के लिए सबसे सही समय है। इस समय मिट्टी में नमी और तापमान संतुलित रहता है, जो बीजों के अंकुरण और पौधों की बढ़त के लिए बेहतरीन होता है।
खास बात यह है कि पाँच ऐसी सब्जियाँ हैं, जो सिर्फ़ 30 दिन में तैयार हो जाती हैं। इन्हें आधा एकड़ जमीन पर आसानी से उगाया जा सकता है। ये सब्जियाँ न सिर्फ़ कम लागत में उगती हैं, बल्कि बाजार में इनकी माँग पूरे साल रहती है और अच्छे दाम मिलते हैं। आइए जानें इन पाँच सब्जियों और इनकी खेती के आसान तरीकों के बारे में।
1. गाजर
गाजर की खेती अगस्त में शुरू करना बहुत फायदेमंद है। यह सब्जी 25-30 दिनों में तैयार हो जाती है, खासकर अगर आप बेबी गाजर की किस्म चुनते हैं। इसे गमलों, ग्रो बैग या खेत में उगाया जा सकता है। गाजर को ढीली, कार्बनिक पदार्थों से भरपूर मिट्टी चाहिए, जहाँ कम से कम 6 घंटे धूप आए। बीजों को 1 सेंटीमीटर गहराई पर बोएँ और मिट्टी को नम रखें। गाजर विटामिन ए से भरपूर होती है और बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिलती है।
2. शलजम
शलजम एक जड़ वाली सब्जी है, जो ठंडी जलवायु में तेजी से बढ़ती है। इसे 25-30 दिनों में काटा जा सकता है। शलजम की खेती के लिए ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती। इसे किसी भी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है, बशर्ते मिट्टी ढीली और अच्छी जल निकासी वाली हो। बीजों को 1-2 सेंटीमीटर गहराई पर बोएँ और नियमित पानी दें। यह गमलों या छोटे बगीचों में भी आसानी से उगाई जा सकती है। शलजम की पत्तियाँ और जड़ दोनों खाने में इस्तेमाल होती हैं, जिससे किसानों को दोहरा फायदा होता है।
3. करेला
करेला स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है, खासकर मधुमेह रोगियों के लिए। अगस्त में इसके बीजों को 1-2 सेंटीमीटर गहराई पर गमले या खेत में बोएँ। 10-15 दिनों में बीज अंकुरित हो जाते हैं, और 30 दिनों में छोटे-छोटे करेले कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं। इसे उगाने के लिए हल्की धूप और नम मिट्टी चाहिए। बाजार में करेले की माँग पूरे साल रहती है, और यह अच्छे दामों पर बिकता है।
4. फ्रेंच बींस
फ्रेंच बींस ठंड के मौसम की एक शानदार सब्जी है, जिसे अगस्त में आसानी से उगाया जा सकता है। यह 25-30 दिनों में तैयार हो जाती है। इसे उगाने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं पड़ती, इसलिए यह टेरेस गार्डन या छोटे खेतों के लिए भी सही है। बीजों को ढीली मिट्टी में 2-3 सेंटीमीटर गहराई पर बोएँ और नियमित पानी दें। फ्रेंच बींस की फलियाँ नरम और स्वादिष्ट होती हैं, और बाजार में इनकी अच्छी कीमत मिलती है। यह पौधा जल्दी बढ़ता है और बार-बार फलियाँ देता है, जिससे मुनाफा बढ़ता है।
5. मूली
मूली की खेती सबसे आसान और तेज है। अगस्त में इसके बीजों को मिट्टी की सतह पर बिखेरें, फिर हल्की खाद डालें और पानी का छिड़काव करें। 20-30 दिनों में मूली कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसे गमलों, ग्रो बैग या खेत में उगाया जा सकता है। मूली को ढीली मिट्टी और नियमित नमी चाहिए। यह बाजार में हमेशा बिकती है, क्योंकि लोग इसे सलाद और सब्जी में खूब पसंद करते हैं।
जैविक खेती से बढ़ाएँ मुनाफा
कृषि विशेषज्ञ मनोहर सिंह देवके सलाह देते हैं कि किसान जैविक खाद, जैसे गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट, का इस्तेमाल करें। कीटों से बचाव के लिए नीम का तेल या अन्य प्राकृतिक तरीके अपनाएँ। इससे न सिर्फ़ पैदावार बढ़ेगी, बल्कि सब्जियाँ स्वस्थ और कीटनाशक-मुक्त रहेंगी, जिससे बाजार में ज्यादा कीमत मिलेगी। ये पाँच सब्जियाँ आधा एकड़ में आसानी से उगाई जा सकती हैं और कम लागत में बंपर मुनाफा देती हैं। अगर आप मुख्य फसलों जैसे गन्ना, कपास या सोयाबीन के साथ इनकी खेती करते हैं, तो सालाना लाखों की कमाई हो सकती है।
घर के बगीचे में भी आजमाएँ
ये सब्जियाँ न सिर्फ़ खेतों में, बल्कि घर के बगीचों, टेरेस गार्डन या गमलों में भी उगाई जा सकती हैं। अगर आपके पास छोटी सी जगह है, तो गमलों में मूली, गाजर या फ्रेंच बींस उगाकर आप अपनी रसोई के लिए ताजी सब्जियाँ पा सकते हैं। कृषि विभाग या नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करके आप बीज और खेती की ट्रेनिंग ले सकते हैं। अगस्त में खेती शुरू करें और एक महीने बाद कमाई का मजा लें।
