बिहार के किसान भाई अब पारंपरिक खेती के साथ-साथ हाइब्रिड GNR 305 वैरायटी की हरी मिर्च उगाकर मोटी कमाई कर रहे हैं। यह मिर्च अपनी तेज फलन और शानदार क्वालिटी के लिए मशहूर है। कम लागत और ज्यादा मुनाफे की वजह से यह छोटे और मझोले किसानों के लिए बेस्ट ऑप्शन बन रही है। बाजार में इसकी मांग इतनी है कि हर दिन मिर्च तोड़कर बेचने से घर बैठे हजारों रुपये की कमाई हो रही है। आइए, देसी अंदाज में जानें कि GNR 305 मिर्च की खेती कैसे बन सकती है आपकी जेब भरने का नया रास्ता।
GNR 305 मिर्च की खासियत
हाइब्रिड GNR 305 मिर्च की वैरायटी बिहार के खेतों के लिए वरदान है। इसकी खासियत है कि यह चार से पांच महीने तक लगातार फल देती है। एक एकड़ में इसकी खेती से रोज 3000 से 5000 रुपये तक की कमाई हो सकती है। इस मिर्च का फल चमकीला, हरा, और तीखा होता है, जो स्थानीय बाजारों में खूब पसंद किया जाता है। यह वैरायटी कम पानी और कम मेहनत में अच्छी पैदावार देती है। साथ ही, यह रोगों के प्रति भी काफी हद तक प्रतिरोधी है, जिससे कीटनाशकों का खर्चा कम हो जाता है। बिहार के गर्म और नम जलवायु में यह मिर्च खूब फलती-फूलती है।
जैविक खेती से दोगुना मुनाफा
GNR 305 मिर्च की खेती को और फायदेमंद बनाने के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल बेस्ट है। कृषि वैज्ञानिक सलाह देते हैं कि गाय के गोबर और मूत्र से बनी प्राकृतिक खाद का उपयोग करें। इससे मिर्च की फसल न सिर्फ जहर-मुक्त रहती है, बल्कि मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहती है। जैविक खेती से मिर्च की क्वालिटी बढ़ती है, और बाजार में इसका दाम भी ज्यादा मिलता है। साथ ही, रासायनिक खाद और कीटनाशकों पर होने वाला खर्च बच जाता है। इस वैरायटी की खेती में लागत कम और मुनाफा ज्यादा होता है, जिससे किसानों की जेब हमेशा भरी रहती है।
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मिश्रित खेती का जादू
GNR 305 मिर्च की खेती को और फायदेमंद बनाने के लिए मिश्रित खेती का तरीका अपनाया जा सकता है। बिहार के कई किसान मिर्च के साथ भिंडी, बैंगन, या टमाटर जैसी सब्जियाँ उगा रहे हैं। इससे एक फसल खत्म होने पर दूसरी फसल से कमाई शुरू हो जाती है। मिश्रित खेती से खेत की मिट्टी का सही उपयोग होता है, और साल भर कमाई का सिलसिला चलता रहता है। GNR 305 मिर्च की खेती शुरू करने से पहले अपने खेत की मिट्टी की जाँच करा लें और नजदीकी कृषि केंद्र से सलाह लें। यह वैरायटी बिहार के ज्यादातर इलाकों में अच्छी पैदावार देती है।
खेती शुरू करने का आसान तरीका
GNR 305 मिर्च की खेती शुरू करना बहुत आसान है। सबसे पहले अपने नजदीकी कृषि विभाग या बीज केंद्र से इस वैरायटी का हाइब्रिड बीज लें। बुवाई से पहले खेत को अच्छे से तैयार करें और जैविक खाद डालें। मिर्च के पौधों को 45-60 सेमी की दूरी पर रोपें, ताकि हर पौधे को पर्याप्त जगह मिले। नियमित सिंचाई और खरपतवार नियंत्रण से फसल की पैदावार बढ़ेगी। बुवाई के 60-70 दिन बाद मिर्च तोड़ने लायक हो जाती है। हर दिन मिर्च तोड़कर स्थानीय बाजार में बेचें, और व्यापारियों से सीधे संपर्क करें। बिहार के कृषि विभाग से जैविक खेती की ट्रेनिंग भी ले सकते हैं।
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