अब अमरुद के फलों में नहीं लगेगा सड़न, इस दवा के इस्तेमाल से होगा उत्पादन में वृद्धि!

किसान भाइयों, हंटर एक अत्याधुनिक जैवतंत्रज्ञान आधारित उत्पाद है, जो पिकों को निमॅटोड जैसे खतरनाक कीटों से बचाने में माहिर है। यह न सिर्फ फसलों की जड़ों को स्वस्थ रखता है, बल्कि उनकी पैदावार को भी बढ़ाता है। मौसम में हल्की ठंडक और नमी का मेल अभी चल रहा है, जो फसलों के लिए अनुकूल है, और हंटर आपके खेतों को इस मौके का फायदा उठाने में मदद कर सकता है। आइए, जानते हैं कि यह उत्पाद कैसे आपके खेतों का संरक्षक बन सकता है और किसानों की मेहनत को मुनाफे में बदल सकता है।

निमॅटोड का कहर, खेतों का दुश्मन

निमॅटोड छोटे-छोटे परजीवी कीट होते हैं, जो मिट्टी में छिपकर पौधों की जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। ये गाठी बनाकर अन्नद्रव्य और पानी के प्रवाह को रोकते हैं, जिससे पत्ते पीले पड़ते हैं, पौधे कमजोर होते हैं, और पैदावार पर बुरा असर पड़ता है। खासकर आलू, टमाटर, सोयाबीन, और केले जैसे पिकों में इनका प्रकोप ज्यादा देखा जाता है। इससे किसानों की साल भर की मेहनत पर पानी फिर जाता है, और मिट्टी की उर्वरता भी कमजोर होती है। रासायनिक कीटनाशकों का अंधाधुंध इस्तेमाल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, लेकिन हंटर जैसा जैविक समाधान इस समस्या का हल देता है, जो प्रकृति के साथ चलता है।

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हंटर में 3 प्रकार की मित्र बुरशी और 2 प्रकार के मित्र जिवाणु शामिल हैं, जो मिलकर निमॅटोड पर प्रभावी हमला करते हैं। यह उत्पाद जड़ों पर बनी गाठों को 3-4 दिनों में नष्ट कर देता है, जिससे अन्नद्रव्य का प्रवाह फिर से शुरू होता है। इससे नई जड़ें तंदुरुस्त और रोगमुक्त रहती हैं, और पिकों की वृद्धि में तेजी आती है। इसके अलावा, हंटर मिट्टी में प्राकृतिक संतुलन बनाए रखता है, जिससे पिकों की पैदावार बढ़ती है। यह पूरी तरह से जैविक होने के कारण रासायनिक दवाओं की तरह नुकसान नहीं पहुंचाता और मिट्टी की सेहत को बेहतर बनाता है। यह उत्पाद खासकर उन किसानों के लिए वरदान है, जो हानिकारक कीटनाशकों से बचना चाहते हैं।

उपयोग की आसान विधि, खेतों में लगाएं

हंटर (Hunter Bio Product) का उपयोग करना बेहद सरल है, लेकिन इसे फवारणी के लिए नहीं, बल्कि केवल जड़ों के लिए इस्तेमाल करना चाहिए। प्रति एकर के लिए 2 किलो हंटर लें और इसे 200 लीटर पानी में अच्छी तरह मिलाएं। इसमें 250 ग्राम गुड़ और 250 मिलीलीटर दूध डालकर रातभर भिगो दें, ताकि मिश्रण सक्रिय हो जाए। अगली सुबह इस मिश्रण को पौधों की जड़ों के पास डाल दें। सितंबर का मौसम नमी और हल्की ठंडक से भरपूर है, जो इस प्रक्रिया को और प्रभावी बनाएगा। ध्यान रखें कि इसे सही मात्रा और समय पर इस्तेमाल करें, ताकि फसल को पूरा लाभ मिले और निमॅटोड से छुटकारा पाया जा सके।

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अमरुद में हंटर का प्रयोग

अमरुद के पौधों के लिए अनुकूल है और हंटर के इस्तेमाल का सही समय है। प्रति एकर 2 किलो हंटर को 200 लीटर पानी में मिलाएं, इसमें 250 ग्राम गुड़ और 250 मिलीलीटर दूध डालकर रातभर भिगो दें, फिर अगली सुबह अमरुद के पौधों की जड़ों के पास डाल दें। यह जड़ों पर बनी निमॅटोड की गाठों को 3-4 दिन में नष्ट करेगा, अन्नद्रव्य का प्रवाह सुधारेगा, और पौधों को तंदुरुस्त रखेगा, जिससे अमरुद की पैदावार में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी। ध्यान रखें कि इसे सिर्फ जड़ों के लिए इस्तेमाल करें और ज्यादा बारिश से बचाव करें।

अगर आपको हंटर के बारे में और जानना है या इसे खरीदना है, तो 9834850687 पर संपर्क करें। वेबसाइट www.yashudyog.in पर जाकर पूरी जानकारी, ऑर्डर प्रक्रिया, और उपयोग के वीडियो देख सकते हैं। यह उत्पाद आपके खेतों की रक्षा करने के साथ-साथ आपको आधुनिक और जैविक खेती की राह पर ले जाएगा। तो देर न करें, आज ही हंटर को अपनाएं और अपने पिकों को निमॅटोड से बचाएं। यह कदम आपके खेतों को हरा-भरा और मुनाफे का जरिया बना सकता है।

भविष्य की संभावनाएं, जैविक क्रांति

हंटर जैविक खेती की दिशा में एक बड़ा कदम है। अगर किसान इसे नियमित रूप से अपनाएं, तो निमॅटोड जैसी समस्याएं धीरे-धीरे खत्म हो सकती हैं। आने वाले समय में अगर सरकार जैविक उत्पादों को सब्सिडी दे, तो यह सेक्टर और मजबूत होगा। हंटर न सिर्फ फसलों को बचाएगा, बल्कि मिट्टी को भी स्वस्थ रखेगा, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए लाभकारी होगा। यह उत्पाद किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर सकता है, अगर वे इसके साथ अन्य जैविक तरीकों जैसे कम्पोस्ट और हरी खाद का इस्तेमाल करें।

किसानों को सलाह दी जाती है कि वे हंटर का उपयोग शुरू करने से पहले अपने खेत की मिट्टी का परीक्षण करवाएं और निमॅटोड की स्थिति का आकलन करें। अगर संदेह हो, तो स्थानीय कृषि विशेषज्ञ से सलाह लें। उपयोग के बाद पौधों की वृद्धि पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर दोबारा डोज दें। साथ ही, पानी की मात्रा और गुड़-दूध के मिश्रण को सही रखें, ताकि परिणाम बेहतर हों। यह कदम आपके खेतों को निमॅटोड से मुक्त करेगा और पैदावार को बढ़ाएगा।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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