किसानों के लिए बड़ी राहत: GST कटौती से सोलर पंप ₹17,500 सस्ते, सिंचाई बनेगी किफायती

केंद्रीय नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने किसानों और आम लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है। 22 सितंबर 2025 से रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादों और सेवाओं पर GST दर 12% से घटाकर 5% कर दी जाएगी। इससे सबसे ज्यादा फायदा किसानों को होगा, जो अपने खेतों की सिंचाई के लिए सोलर पंप लगवाते हैं। मंत्रालय के अनुसार, 5 हॉर्स पावर वाले सोलर पंप की कीमत में करीब ₹17,500 की कमी आएगी। अगर देशभर में 10 लाख सोलर पंप लगाए जाएँ, तो किसानों को कुल ₹1,750 करोड़ की बचत होगी।

सिंचाई लागत में भारी कमी

सोलर पंपों की कीमत घटने से किसानों को बिजली की महंगाई से राहत मिलेगी। पारंपरिक सिंचाई में बिजली या डीजल का खर्चा बढ़ता जा रहा है, लेकिन सोलर पंप सस्ते हो जाने से छोटे और मध्यम किसान आसानी से इन्हें लगा सकेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि यह योजना खेती को टिकाऊ बनाएगी और पानी की बचत भी करेगी। उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों के किसानों ने बताया कि सोलर पंप से उनकी फसलें समय पर सिंचित हो रही हैं, और अब यह और सस्ता हो जाएगा।

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रूफटॉप सोलर सिस्टम भी सस्ते

इस GST कटौती से रूफटॉप सोलर सिस्टम की कीमत में भी कमी आएगी। 3 किलोवाट के सिस्टम की लागत में ₹9,000 से ₹10,500 तक की बचत होगी। इससे लाखों परिवार सोलर एनर्जी अपना सकेंगे। यह प्रधानमंत्री की ‘सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना’ को मजबूती देगी, जिससे घरों में साफ और सस्ती बिजली उपलब्ध होगी। किसानों के लिए भी यह फायदेमंद है, क्योंकि वे घर और खेत दोनों में सोलर का उपयोग कर सकेंगे।

आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा

GST में कमी से भारत में बने सोलर मॉड्यूल और उपकरणों की लागत 3-4% कम हो जाएगी। यह ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों को गति देगी। सरकार का लक्ष्य 2030 तक 100 गीगावाट सौर निर्माण क्षमता हासिल करना है, जिससे रोजगार और निवेश बढ़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे सौर क्षेत्र में तेजी आएगी और किसानों को सस्ते उपकरण मिलेंगे।

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ऊर्जा परियोजनाओं में तेजी और पर्यावरण लाभ

इस कदम से ऊर्जा उत्पादन की लागत कम होगी, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा। पावर खरीद समझौते जल्द होंगे और नई परियोजनाएँ तेजी से पूरी होंगी। भारत 2030 तक 300 गीगावाट रिन्यूएबल ऊर्जा जोड़ने का लक्ष्य रख रहा है। लागत में 2-3% कमी से 1-1.5 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश संभव होगा। हर गीगावाट सौर ऊर्जा से सालाना 13 लाख टन CO2 की बचत होती है, जिससे 2030 तक 50-70 मिलियन टन उत्सर्जन कम होगा।

22 सितंबर से लागू होगी नई दर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर इस कटौती का ऐलान किया था। 22 सितंबर से यह लागू हो जाएगी, जो नवरात्रि के पहले दिन है। इससे न सिर्फ सोलर पंप बल्कि कई अन्य चीजें सस्ती होंगी। किसानों को सलाह है कि वे जल्दी सोलर पंप लगवाएँ और सरकारी सब्सिडी का लाभ लें। अपने नजदीकी ऊर्जा विभाग से संपर्क करें ताकि सही जानकारी मिल सके।

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  • Shashikant

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