Rabi MSP Hike: किसानों को दिवाली से पहले सरकार का बड़ा तोहफा, दालों में आत्मनिर्भरता के लिए 11,000 करोड़ का पैकेज

Rabi MSP Hike: भारत के मेहनती किसानों के लिए एक खुशी की खबर है। केंद्र सरकार ने रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में अच्छी-खासी बढ़ोतरी का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई। इस फैसले से किसानों को करीब 84,263 करोड़ रुपये का लाभ मिलेगा, जो उनकी आमदनी को मजबूत करने में बड़ा रोल निभाएगा। खासकर उन किसानों के लिए यह राहत वाली बात है, जो साल भर खेतों में पसीना बहाते हैं। सरकार का यह कदम न केवल फसलों की कीमतों को स्थिर करेगा, बल्कि खेती को और आकर्षक भी बनाएगा।

दालों की खेती को मिलेगा मजबूत सहारा

कैबिनेट ने दालों की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक खास मिशन को मंजूरी दी है, जिसका नाम है ‘दालों में आत्मनिर्भरता मिशन’। इसके तहत अगले 6 सालों के लिए 11,000 करोड़ रुपये का पैकेज जारी किया जाएगा। इस फंड से किसानों को सब्सिडी, बेहतर बीज और तकनीकी मदद मिलेगी, ताकि दालों का उत्पादन दोगुना हो सके। भारत जैसे देश में, जहां दालें गरीबों की थाली का अहम हिस्सा हैं, यह कदम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत कदम है। सरकार का फोकस पानी सोखने वाली फसलों जैसे धान को कम करने और दाल-तिलहन जैसी फसलों को बढ़ावा देने पर है, जो मिट्टी और पानी दोनों की रक्षा करेगा।

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दिवाली का तोहफा

यह घोषणा दिवाली और दशहरा से ठीक पहले आई है, जो किसानों के लिए सच्चा तोहफा साबित हो रही है। लंबे समय से किसान एमएसपी की कानूनी गारंटी और कीमतों में बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे। पंजाब और अन्य राज्यों में हुए आंदोलनों ने सरकार का ध्यान खींचा था। इसके अलावा, कैबिनेट ने सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में भी बढ़ोतरी का ऐलान किया, जो त्योहारों की खुशी को दोगुना कर देगा। लेकिन किसानों के लिए यह एमएसपी बढ़ोतरी सबसे बड़ी राहत है, क्योंकि इससे उनकी फसलें सुरक्षित दामों पर बिकेंगी।

दालों में आत्मनिर्भरता

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक के बाद बताया कि सरकार ने सब्जियों और दालों के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष की स्थापना की है, जो गरीब परिवारों की थाली को सुरक्षित रखने का काम करेगा। अब दालों, खाद्य तेलों और सब्जियों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता पर जोर दिया जा रहा है। यह मिशन किसानों को नई तकनीकें सिखाएगा और बाजार तक सीधी पहुंच दिलाएगा। इससे न केवल आय बढ़ेगी, बल्कि आयात पर निर्भरता भी कम होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पैकेज छोटे किसानों के लिए वरदान साबित होगा, जो दालों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे।

 कैसे उठाएं लाभ

इस एमएसपी बढ़ोतरी से गेहूं, जौ, चना, मसूर, मटर, सरसों और तिल जैसी रबी फसलों को फायदा मिलेगा। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे नजदीकी मंडी या कृषि केंद्र से संपर्क करें और एमएसपी के तहत अपनी फसल बेचने की जानकारी लें। दाल आत्मनिर्भरता मिशन के लिए राज्य सरकारें जागरूकता अभियान चलाएंगी, जहां किसान मुफ्त ट्रेनिंग और सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकेंगे। अगर आप दालों की खेती शुरू करने की सोच रहे हैं, तो जैविक तरीकों को अपनाएं, जो मिट्टी को स्वस्थ रखेगा। यह फैसला न केवल किसानों की जेब भरेगा, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा को भी मजबूत करेगा।

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  • Shashikant

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