मार्च में अपने घर के छत पर लगाएं, ये रसदार फल 1 साल में देने लगता है फल

Ghar ki chhat par karonda ki kheti kaise kare: करौंदा एक महत्वपूर्ण फलदार पौधा है, जो अपने औषधीय गुणों और खट्टे स्वाद के लिए जाना जाता है। इसे घर की छत पर भी आसानी से उगाया जा सकता है। करौंदा न केवल सेहत के लिए फायदेमंद होता है बल्कि इसे उगाने में ज्यादा मेहनत भी नहीं लगती। इसका उपयोग अचार, चटनी और औषधियों में किया जाता है। उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में इसकी खेती की जाती है।

करौंदा के फायदे

करौंदा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन C भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और सर्दी-जुकाम से बचाव में सहायक होता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है और पेट की समस्याएं दूर होती हैं। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है और हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है। इसके अलावा, यह त्वचा के लिए भी लाभकारी होता है और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है।

घर पर करौंदा उगाने के लिए जरूरी सामग्री

करौंदा उगाने के लिए आपको एक गहरा गमला या कंटेनर चाहिए, जो कम से कम 12-15 इंच गहरा हो ताकि जड़ें अच्छे से फैल सकें। मिट्टी अच्छी जल निकासी वाली दोमट होनी चाहिए। नर्सरी से पौधा लेना सबसे अच्छा रहता है, लेकिन आप बीज से भी उगा सकते हैं। खाद और उर्वरक में जैविक खाद, गोबर की खाद या वर्मीकंपोस्ट का उपयोग करें। पौधे को नियमित रूप से पानी देना चाहिए, लेकिन अधिक पानी देने से बचना चाहिए। करौंदा के पौधे को कम से कम 5-6 घंटे धूप मिलनी जरूरी होती है।

करौंदा लगाने का सही समय

फरवरी से अप्रैल के बीच करौंदा लगाने का सबसे अच्छा समय होता है। इस दौरान पौधा तेजी से बढ़ता है और इसे अनुकूल वातावरण मिलता है। मॉनसून में भी इसकी खेती की जा सकती है, लेकिन बहुत अधिक नमी से पौधा खराब हो सकता है।

करौंदा का पौधा लगाने की विधि

सबसे पहले गमले में छेद करें ताकि पानी आसानी से निकल सके। मिट्टी और खाद को अच्छी तरह मिलाकर तैयार करें। अगर बीज से पौधा उगा रहे हैं, तो बीज को 2-3 दिन पानी में भिगोकर रखें और फिर गमले में लगाएं। नर्सरी से लाकर पौधा लगाना ज्यादा आसान रहेगा। गमले को ऐसी जगह रखें जहां पर्याप्त धूप मिल सके। पौधे को जरूरत के अनुसार पानी दें, लेकिन अधिक पानी देने से बचें। हर महीने जैविक खाद डालें, जिससे पौधा स्वस्थ रहे और तेजी से बढ़े।

करौंदा के पौधे की देखभाल कैसे करें?

करौंदा का पौधा ज्यादा देखभाल नहीं मांगता, लेकिन कुछ जरूरी बातें ध्यान में रखनी चाहिए। हर महीने जैविक खाद डालें ताकि पौधा तेजी से बढ़े। अनावश्यक टहनियों को हटाते रहें, इससे पौधे में नई शाखाएं उगती हैं। अगर पौधे में कीड़े लगें तो नीम का तेल या जैविक कीटनाशक का उपयोग करें। ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं, इसलिए पानी संतुलित मात्रा में दें।

करौंदा के फल आने में कितना समय लगता है?

अगर आप बीज से पौधा उगा रहे हैं, तो इसमें 2-3 साल लग सकते हैं। नर्सरी से खरीदा गया पौधा 1-2 साल में फल देने लगता है। अगर अच्छी देखभाल की जाए, तो करौंदा का पौधा जल्दी ही फल देने लगेगा।

सामान्य समस्याएं

अगर करौंदे के पौधे की पत्तियां पीली पड़ने लगें, तो अधिक पानी देने से बचें और मिट्टी की नमी जांचें। अगर पौधे पर फूल नहीं आ रहे हैं, तो इसका कारण धूप की कमी हो सकती है, इसलिए पौधे को अच्छी धूप में रखें और जैविक खाद डालें। अगर फल छोटे और कम आ रहे हैं, तो मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, इसलिए नियमित रूप से खाद डालें।

घर की छत पर करौंदा का पौधा लगाना सेहत और घर की सुंदरता दोनों के लिए लाभकारी है। यह कम जगह में भी आसानी से उगाया जा सकता है और ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती। नियमित देखभाल करने से आप ताजे और जैविक करौंदे उगा सकते हैं।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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