फली छेदक कीट से हैं परेशान, ये आसान उपाय अपनाएं और अरहर की फसल बचाएं

How to Protect Arhar Crop: सहारनपुर के किसान भाइयों में अरहर की खेती का जोश फिर से जाग उठा है। करीब 30 साल पहले ये इलाका अरहर के लिए जाना जाता था, लेकिन कीटों और बीमारियों ने इसे पीछे धकेल दिया। अब किसान दोबारा इस फसल की ओर बढ़ रहे हैं, और ये खुशी की बात है। लेकिन इस बार फली छेदक कीट और फफूंदी ने परेशानी खड़ी कर दी है। फूल आने का समय चल रहा है, और अगर सही कदम न उठाए गए, तो मेहनत बेकार हो सकती है। पर चिंता मत करें, हमारे कृषि वैज्ञानिकों ने इसका आसान इलाज बताया है। थोड़ी सी समझदारी से आप अपनी अरहर को बचा सकते हैं।

फली छेदक और फफूंदी से निपटने का आसान तरीका

कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी प्रोफेसर डॉ. आई.के. कुशवाहा ने किसानों को रास्ता दिखाया है। उनका कहना है कि सही समय पर सही दवा का छिड़काव करें, तो फली छेदक और फफूंदी से छुटकारा मिल सकता है। इसके लिए एक लीटर पानी में 2 मिलीलीटर प्रोफेनोफॉस कीटनाशक दवा, 1 ग्राम कार्बेंडाजिम फफूंदनाशक दवा और 1 ग्राम बोरान मिलाएँ। इस मिश्रण को अच्छे से तैयार कर अरहर की फसल पर छिड़क दें। ये नुस्खा कीटों को खत्म करने और फफूंदी को जड़ से उखाड़ने में बहुत असरदार है। डॉ. कुशवाहा कहते हैं कि इससे फसल की सेहत सुधरेगी और पैदावार भी बढ़ेगी। सही दवा सही वक्त पर डालने से फसल का नुकसान रुक जाता है।

समय पर निगरानी जरूरी

डॉ. कुशवाहा की सलाह है कि फसल पर नजर रखना बहुत जरूरी है। अभी अरहर में फूल खिल रहे हैं, और इसी दौरान फली छेदक कीट फूलों और फलियों को नुकसान पहुँचाता है। कई खेतों में फफूंदी की वजह से फूल झड़ने की शिकायत भी सामने आई है। अगर ये परेशानी बढ़ गई, तो फसल को बड़ा नुकसान हो सकता है। इसलिए हर कुछ दिन में खेत का दौरा करें। अगर पत्तियों पर दाग या फूल गिरते दिखें, तो फौरन दवा का छिड़काव शुरू कर दें। खेत को वक्त दो, तो वो आपको अच्छी फसल से नवाजेगा। सही देखभाल से मेहनत का फल जरूर मिलता है।

सहारनपुर में अरहर का भविष्य

कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि सहारनपुर में अरहर का रकबा बढ़ाने की पूरी गुंजाइश है। इसके लिए वो किसानों को नई तकनीकों से जोड़ रहे हैं। सही खेती के तरीके अपनाकर पैदावार बढ़ाई जा सकती है और कीटों-बीमारियों से भी बचा जा सकता है। प्रोफेनोफॉस फली छेदक को मारता है, कार्बेंडाजिम फफूंदी को खत्म करता है, और बोरान पौधों को ताकत देता है। इस मिश्रण को सही ढंग से इस्तेमाल करें, तो अरहर की फसल न सिर्फ सुरक्षित रहेगी, बल्कि बाजार में अच्छा दाम भी दिलाएगी। मेहनत और जानकारी का मेल आपके खेत को आगे ले जाएगा।

छोटी सावधानी, बड़ी कामयाबी

कई किसानों से बात करने पर पता चला कि जो समय पर कीट और बीमारी का इलाज करते हैं, उनकी फसल हमेशा लहलहाती है। फली छेदक कीट छोटा है, लेकिन फूल और फलियाँ खा जाता है। फफूंदी चुपके से पत्तियों को खराब कर देती है। इस मिश्रण का छिड़काव करने से पहले खेत में पानी की मात्रा देख लें, ज्यादा गीलापन फफूंदी को बढ़ावा दे सकता है। एक किसान ने पिछले साल ये नुस्खा आजमाया, और उसकी अरहर की पैदावार पहले से दोगुनी हो गई। थोड़ी सी सावधानी आपके खेत को सोने की खान बना सकती है।

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  • Shashikant

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