Trolley Mounted Solar Pump Subsidy Scheme: खेती-किसानी में पानी का इंतजाम सबसे बड़ी चुनौती होती है, लेकिन अब उत्तर प्रदेश के किसान भाइयों के लिए योगी सरकार ने एक नई राह खोल दी है। ट्रॉली माउंटेड सोलर पंप योजना के जरिए अब खेतों में फसलों को पानी देना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। ये सोलर पंप न सिर्फ मेहनत और समय बचाएगा, बल्कि बिजली और डीजल का खर्च भी खत्म कर देगा।
खास बात ये है कि इसे ट्रॉली पर लादकर खेत के किसी भी कोने में ले जाया जा सकता है। जिन किसानों के खेत कई जगह बिखरे हुए हैं, उनके लिए तो ये किसी वरदान से कम नहीं। आइए, इस योजना को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि ये हमारे किसान भाइयों की जिंदगी कैसे आसान बनाएगी।
ट्रॉली माउंटेड सोलर पंप का कमाल
लघु सिंचाई विभाग ने इस योजना के तहत 2 हॉर्स पावर (HP) के ट्रॉली माउंटेड सोलर पंप लगाने का इंतजाम किया है। ये पंप सूरज की रोशनी से चलते हैं, यानी बिजली का बिल या डीजल की जरूरत नहीं। ट्रॉली पर होने की वजह से इसे आसानी से एक खेत से दूसरे खेत में ले जाया जा सकता है। जिन किसानों के पास चेकडैम, तालाब या नहर का पानी उपलब्ध है, वो इस पंप से आसानी से अपनी फसलों को सींच सकते हैं।
ये पंप न सिर्फ फसलों को हरा-भरा रखेगा, बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुँचाएगा। लघु सिंचाई विभाग इस योजना के तहत 12 ऐसे पंप लगाने जा रहा है, जो खासकर चेकडैम और तालाबों से भू-स्तरीय सिंचाई के लिए हैं।
कितना खर्च, कितनी बचत?
अब बात करते हैं इस पंप के खर्च की। ट्रॉली माउंटेड सोलर पंप की कुल कीमत 2,49,716 रुपये है। इसमें सोलर पंप की कीमत 1,71,716 रुपये और ट्रॉली की कीमत 78,000 रुपये है। सुनने में ये रकम बड़ी लग सकती है, लेकिन योगी सरकार इसमें बड़ी राहत दे रही है। सोलर पंप पर 60 फीसदी और ट्रॉली पर 90 फीसदी तक सब्सिडी मिलेगी। यानी, सोलर पंप की कीमत में से 1,03,029 रुपये और ट्रॉली की कीमत में से 70,200 रुपये सरकार देगी। कुल मिलाकर 1,73,229 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। किसान भाइयों को अपनी जेब से सिर्फ 76,487 रुपये देने होंगे। इतने कम खर्च में ऐसा पंप, जो सालों तक बिना अतिरिक्त खर्च के काम करेगा, वाकई में बड़ी बात है।
सब्सिडी का पूरा हिसाब
सब्सिडी को और आसान भाषा में समझें तो सोलर पंप की 1,71,716 रुपये की कीमत में से 60 फीसदी यानी करीब 1,03,029 रुपये सरकार देगी। ट्रॉली की 78,000 रुपये की कीमत में से 90 फीसदी यानी 70,200 रुपये का अनुदान मिलेगा। इस तरह, कुल 2,49,716 रुपये की लागत में से 1,73,229 रुपये की छूट मिलेगी। बाकी बचे 76,487 रुपये ही किसान को देने होंगे। अगर कोई दिक्कत हो या और जानकारी चाहिए, तो नजदीकी विकास भवन में लघु सिंचाई विभाग के दफ्तर में जाकर बात की जा सकती है। वहाँ के कर्मचारी पूरी मदद करेंगे।
आवेदन का आसान तरीका
इस योजना का फायदा लेने के लिए जल्दी करना होगा, क्योंकि सिर्फ 12 पंपों का लक्ष्य रखा गया है। ये पंप ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर दिए जाएंगे। आवेदन करने के लिए लघु सिंचाई विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहाँ ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा और 76,487 रुपये का बैंक ड्राफ्ट जमा करना होगा। जिन किसानों के पास चेकडैम या तालाब हैं, वो इस योजना के लिए खास तौर पर पात्र हैं। आवेदन करते समय सारी जानकारी ध्यान से भरें, ताकि बाद में कोई परेशानी न हो। अगर ऑनलाइन आवेदन में दिक्कत हो, तो लघु सिंचाई विभाग के दफ्तर में जाकर भी मदद ली जा सकती है।
किसानों के लिए बड़ा फायदा
ये ट्रॉली माउंटेड सोलर पंप उन किसानों के लिए किसी सौगात से कम नहीं, जिनके खेत अलग-अलग जगहों पर हैं। पहले हर खेत में पंप लगाना पड़ता था, लेकिन अब एक ही पंप को ट्रॉली पर ले जाकर हर खेत में पानी पहुँचाया जा सकता है। इससे न सिर्फ पैसे बचेंगे, बल्कि समय और मेहनत की भी बचत होगी। सौर ऊर्जा से चलने की वजह से बिजली का बिल या डीजल का खर्च पूरी तरह खत्म हो जाएगा। साथ ही, ये पंप पर्यावरण के लिए भी अच्छा है, क्योंकि इससे कोई प्रदूषण नहीं होता। योगी सरकार की इस योजना से किसानों को नई ताकत मिलेगी और उनकी फसलें लहलहाएँगी।
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