Moong Cultivation Tips: मार्च का महीना आते ही मूंग की बुआई का सही वक्त शुरू हो जाता है। सरसों और गन्ने की कटाई के बाद खाली खेतों में मूंग की खेती कम लागत में अच्छा मुनाफा दे सकती है। लेकिन इस फसल में खरपतवार बड़ी परेशानी बनते हैं। अगर आप कुछ आसान बातों का ध्यान रखें, तो खरपतवार से आसानी से निजात पा सकते हैं। बुआई के 72 घंटे बाद एक खास उपाय से आपकी फसल को बचा सकते हैं। चलिए, इसे समझते हैं।
मूंग की बुआई का सही समय
मार्च के पहले हफ्ते से लेकर 10 अप्रैल तक मूंग की बुआई के लिए सबसे अच्छा समय है। इस दौरान खेत खाली होते हैं, और मूंग जल्दी तैयार हो जाती है। लागत कम लगती है, लेकिन खरपतवार फसल को नुकसान पहुँचाते हैं। कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के एक्सपर्ट डॉ. एन.पी. गुप्ता बताते हैं कि खरपतवार मूंग के पौधों से पानी, पोषण और धूप छीन लेते हैं। इससे पौधों की बढ़त रुकती है और 30% तक पैदावार कम हो सकती है।
खरपतवार से बचाव का आसान तरीका
खरपतवार को रोकने के लिए बुआई के वक्त ही सही कदम उठाना जरूरी है। डॉ. गुप्ता सलाह देते हैं कि मूंग की बुआई के 72 घंटे बाद “पायरोक्सासल्फोन 85% डब्ल्यू.जी.” (Pyroxasulfone) नाम की खरपतवारनाशी दवा का छिड़काव करें। 60 ग्राम दवा को 250 लीटर पानी में घोलकर खेत में छिड़क दें। ये दवा मिट्टी पर एक परत बना देती है, जिससे खरपतवार उग ही नहीं पाते। अगर कुछ उग भी जाएँ, तो पहली सिंचाई में वो मर जाते हैं। इससे आपकी फसल सुरक्षित रहेगी।
छिड़काव करते वक्त ये रखें ध्यान
इस दवा को छिड़कते समय कुछ बातों का ख्याल रखें। खेत में बुआई के बाद 72 घंटे के अंदर छिड़काव करें, ताकि खरपतवार शुरू होने से पहले ही रुक जाएँ। छिड़कते वक्त साइड की ओर या पीछे की तरफ चलें, ताकि मिट्टी की परत न टूटे। ये परत खरपतवार को जमने से रोकती है। पहली सिंचाई हल्की करें, ताकि दवा का असर बना रहे। गाँव में ये दवा कृषि केंद्रों पर आसानी से मिल जाएगी।
मूंग की खेती का तरीका
मूंग की बुआई से पहले खेत को अच्छे से जोत लें और गोबर की खाद डालें। बीज को 2-3 इंच गहरा बोएँ और लाइन में 10-12 इंच की दूरी रखें। शुरू में हल्का पानी दें, और 10-15 दिन बाद खरपतवारनाशी का छिड़काव करें। 50-60 दिन में फसल तैयार हो जाती है। ये फसल गर्मी में अच्छी चलती है, लेकिन पानी का ध्यान रखें।
किसानों के लिए सलाह
किसान भाइयों, मूंग की खेती आपके लिए कम मेहनत में अच्छी कमाई का जरिया बन सकती है। खरपतवार से बचाने के लिए पायरोक्सासल्फोन का इस्तेमाल करें। बुआई का सही वक्त मार्च से अप्रैल तक है, तो अभी से तैयारी शुरू कर दें। अपने नजदीकी कृषि केंद्र से दवा लें और सही तरीके से छिड़कें। आपकी फसल हरी-भरी रहेगी और पैदावार भी बढ़ेगी।
ये भी पढ़ें- सिर्फ 1 ग्राम इस जादुई दवा का छिड़काव और आम के बाग में आएगा बंपर उत्पादन, एक्सपर्ट से जानें उपाय