हरियाणा सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा और सख्त कदम उठाया है। अब राज्य में नकली बीज और कीटनाशक बेचने वाली कंपनियों और दुकानदारों पर कड़ी नकेल कसी जाएगी। सरकार का मकसद है कि किसानों को घटिया सामान से होने वाले नुकसान से बचाया जाए। नए नियमों के तहत अगर कोई कंपनी या विक्रेता दोषी पाया गया, तो उसे 6 महीने से लेकर 3 साल तक की सजा हो सकती है और साथ में पांच लाख रुपये तक का जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। ये फैसला किसानों की मेहनत को सही दिशा देने के लिए लिया गया है।
नए कानून में सजा और जुर्माने का हिसाब
हरियाणा सरकार ने बीज (हरियाणा संशोधन) अधिनियम और कीटनाशक (हरियाणा संशोधन) विधेयक को विधानसभा में पास किया है। इसके तहत अगर कोई बीज या कीटनाशक बनाने वाली कंपनी पहली बार गड़बड़ करती पकड़ी गई, तो उसे दो साल तक की जेल और तीन लाख रुपये तक का जुर्माना होगा। अगर वही कंपनी दोबारा गलती करती है, तो सजा बढ़कर तीन साल और जुर्माना पांच लाख रुपये तक हो जाएगा।
वहीं, दुकानदारों के लिए भी सख्ती है। पहली बार गलती करने पर 6 महीने से 1 साल की सजा और 50,000 रुपये तक का जुर्माना लगेगा। दूसरी बार पकड़े जाने पर दो साल की जेल और दो लाख रुपये तक का जुर्माना देना होगा। ये नियम सुनिश्चित करेंगे कि नकली माल बेचने की हिम्मत कोई आसानी से न करे।
नकली सामान से किसानों का नुकसान
पिछले कुछ सालों में हरियाणा में नकली और मिलावटी बीजों की बिक्री बढ़ गई है। कई बार अच्छे बीजों में खराब या कमजोर बीज मिला दिए जाते हैं। इससे फसल खराब हो जाती है और किसान की सारी मेहनत बेकार चली जाती है। नकली कीटनाशकों का भी यही हाल है फसल पर सही असर नहीं पड़ता और पैदावार घट जाती है। इससे किसान को पैसों का नुकसान होता है और घर चलाना मुश्किल हो जाता है। अब सरकार इस पर रोक लगाने के लिए कमर कस चुकी है।
पहले के नियमों में थी ढील
पुराने कानून में सजा बहुत हल्की थी। अगर कोई दोषी पकड़ा जाता था, तो बस 500 रुपये जुर्माना लगता था। दूसरी बार गलती करने पर छह महीने की जेल या 1000 रुपये का जुर्माना होता था। इतनी कम सजा से नकली माल बेचने वालों के हौसले बुलंद हो गए थे। लेकिन अब नए कानून ने सजा और जुर्माने को सख्त कर दिया है, ताकि कोई भी ऐसा करने से पहले सौ बार सोचे। ये बदलाव किसानों के हक को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है।
ये कदम क्यों जरूरी था?
हरियाणा में खेती किसानों की जिंदगी का आधार है। यहाँ की अर्थव्यवस्था में कृषि का बड़ा हाथ है। लेकिन नकली बीज और कीटनाशकों की वजह से फसलें बर्बाद हो रही थीं और किसानों का भरोसा टूट रहा था। सरकार ने इसीलिए सख्त कानून बनाया, ताकि किसानों को सही और अच्छा सामान मिले। जब फसल बेहतर होगी, तो पैदावार बढ़ेगी और किसान की कमाई भी। ये कदम न सिर्फ खेती को बचाएगा, बल्कि किसानों को आर्थिक ताकत भी देगा।
हरियाणा सरकार का ये फैसला किसानों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। अब कृषि अधिकारी भी उर्वरकों और कीटनाशकों की जाँच करेंगे, जिससे सामान की क्वालिटी में सुधार होगा। साथ ही, सख्त सजा और जुर्माने से नकली माल की बिक्री पर लगाम लगेगी। किसान अपनी मेहनत का पूरा फल ले सकेंगे और खेती फिर से फायदे का सौदा बनेगी। सरकार का ये कदम दिखाता है कि वो किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
ये भी पढ़ें- जायद फसलों पर कीटों का अटैक तो किसान तुरंत अपनाएं ये जरूरी बचाव के उपाय