आम के पेड़ों की हर बीमारी का इलाज, छिड़कें ये फ्री देसी कीटनाशक और देखें चमत्कार

Mango Farming Tips: गर्मियों का मौसम आते ही आम के बागों में एक अलग ही रौनक दिखाई देने लगती है। पेड़ों पर लटके हुए आम के गुच्छे किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला देते हैं। पर इसी समय पेड़ों को कई तरह के कीटों और बीमारियों का सामना भी करना पड़ता है। अप्रैल-मई के महीनों में जब तापमान तेजी से बढ़ता है, तो दीमक और अन्य हानिकारक कीट पेड़ों पर हमला बोल देते हैं। ऐसे में अगर समय रहते सही देखभाल न की जाए तो फसल को भारी नुकसान हो सकता है।

नीम का अर्क

आज हम आपको एक ऐसी प्राकृतिक विधि के बारे में बताएंगे जो सदियों से हमारे किसान भाई अपनाते आ रहे हैं। नीम का अर्क न सिर्फ सस्ता और प्रभावी उपाय है, बल्कि यह पर्यावरण के अनुकूल भी है। नीम में मौजूद औषधीय गुण पेड़ों को कीटों से बचाने के साथ-साथ उन्हें स्वस्थ भी बनाते हैं। इसका उपयोग करने से न तो फलों पर कोई बुरा प्रभाव पड़ता है और न ही मिट्टी की गुणवत्ता पर।

नीम का अर्क तैयार करने की विधि बेहद सरल है। सबसे पहले ताजी नीम की पत्तियों को इकट्ठा कर लें। एक बड़े बर्तन में पानी लेकर उसमें ये पत्तियां डाल दें। इस मिश्रण को तब तक उबालें जब तक पानी का रंग हरा न हो जाए और मात्रा आधी न रह जाए। इसके बाद इस घोल को छानकर ठंडा होने के लिए रख दें। जब यह पूरी तरह ठंडा हो जाए तो इसे स्प्रे मशीन में भर लें।

इस अर्क का छिड़काव करने का सही तरीका यह है कि इसे पेड़ की जड़ों से लेकर पत्तियों तक हर हिस्से पर समान रूप से फैला दें। सुबह का समय छिड़काव के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है क्योंकि इस समय पत्तियों पर ओस की नमी रहती है जो अर्क को बेहतर तरीके से सोखने में मदद करती है। हर दो सप्ताह में इस प्रक्रिया को दोहराने से पेड़ों को लगातार सुरक्षा मिलती रहती है।

आम के पेड़ की देखभाल के अन्य जरूरी टिप्स

आम के पेड़ों की देखभाल में केवल नीम के अर्क का ही नहीं बल्कि कुछ अन्य बातों का भी ध्यान रखना जरूरी होता है। पेड़ों को नियमित रूप से पानी देना बेहद आवश्यक है खासकर गर्मियों के मौसम में। पानी की कमी से फल सूखने लगते हैं और पेड़ की वृद्धि रुक जाती है। जैविक खाद जैसे गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट का प्रयोग पेड़ों को पोषण देने का सबसे अच्छा तरीका है। समय-समय पर सूखी और रोगग्रस्त डालियों की छंटाई करते रहना चाहिए जिससे पेड़ का विकास अच्छी तरह से हो सके।

इन सभी उपायों को अपनाकर आप न सिर्फ अपने आम के पेड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं बल्कि अच्छी गुणवत्ता वाले फल भी प्राप्त कर सकते हैं। नीम के अर्क का नियमित उपयोग करने से पेड़ों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और फलों का आकार व स्वाद दोनों ही बेहतर होता है। इस तरह के प्राकृतिक उपाय न सिर्फ आपकी लागत कम करते हैं बल्कि लंबे समय में पेड़ों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद साबित होते हैं।

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  • Shashikant

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