घर पर लगाएं गरम मसाले का पौधा! ऑलस्पाइस से पाएं जायका और कमाई दोनों

घर में ताजे मसालों की खुशबू हर रसोई को खास बनाती है। अगर ये मसाले आपके अपने किचन गार्डन से आएं, तो स्वाद और संतुष्टि दोनों दोगुने हो जाते हैं। ऑलस्पाइस, जिसे गरम मसाला का पौधा भी कहते हैं, एक ऐसा सदाबहार पौधा है जो भारतीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों में अपनी सुगंध और औषधीय गुणों के लिए मशहूर है। यह पौधा गमले या छोटे गार्डन में आसानी से उगाया जा सकता है। जब जैविक और घरेलू खेती का चलन बढ़ रहा है, ऑलस्पाइस आपके किचन गार्डन का सितारा बन सकता है। यह लेख ऑलस्पाइस की खेती, देखभाल, और उपयोग को विस्तार से बताएगा।

ऑलस्पाइस क्या है

ऑलस्पाइस एक सदाबहार झाड़ी या छोटा पेड़ है, जो मूल रूप से कैरेबियन द्वीपों और मध्य अमेरिका में पाया जाता है। इसके सूखे, हरे फल को पीसकर बनाया गया मसाला दालचीनी, लौंग, जायफल, और काली मिर्च की मिश्रित सुगंध देता है, इसलिए इसे “ऑलस्पाइस” नाम मिला। भारत में इसे बिरयानी, करी, चाय, सूप, और मिठाइयों में उपयोग किया जाता है।

इसके फल, पत्तियां, और छाल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, और पाचन सुधारने वाले गुण होते हैं। आयुर्वेद में इसे सर्दी-जुकाम, सूजन, और पेट की समस्याओं के लिए उपयोग किया जाता है। बेंगलुरु के एक गार्डनर, अनिल शर्मा, ने बताया कि उनके घर में उगाए ऑलस्पाइस के मसाले ने उनकी रसोई को ताजगी और स्वास्थ्य से भर दिया।

जलवायु और मिट्टी

ऑलस्पाइस गर्म और उष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छे से उगता है। यह 21-29 डिग्री सेल्सियस तापमान को पसंद करता है और ठंड (10 डिग्री से कम) सहन नहीं कर सकता। भारत में दक्षिणी राज्यों (कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु) और तटीय क्षेत्रों (महाराष्ट्र, गोवा) में इसे आसानी से उगाया जा सकता है। उत्तरी भारत में सर्दियों में इसे गमले में घर के अंदर रखना पड़ता है।

मिट्टी के लिए दोमट या रेतीली दोमट मिट्टी आदर्श है, जिसका pH 6.0-7.0 हो। मिट्टी में अच्छी जलनिकासी जरूरी है, क्योंकि पानी का जमाव जड़ों को नुकसान पहुंचाता है। गमले में खेती के लिए 40% मिट्टी, 30% कोकोपिट, और 30% वर्मीकम्पोस्ट का मिश्रण तैयार करें।

बीज बनाम रोपाई: कौन-सी विधि बेहतर

बीज से खेती लागत में सस्ती है और पौधे की शुरुआती ग्रोथ देखने का अनुभव देती है। इसमें 3-4 सप्ताह अंकुरण और 4-5 साल फलने में लगते हैं। यह उन गार्डनर्स के लिए अच्छा है जो धैर्य रख सकते हैं। दूसरी ओर, रोपाई तेज परिणाम देती है, क्योंकि पौधा पहले से विकसित होता है। इसमें 2-3 साल में फल मिलने शुरू हो सकते हैं, लेकिन लागत थोड़ी अधिक (500-1,000 रुपये प्रति पौधा) होती है।

नए गार्डनर्स के लिए रोपाई आसान और प्रभावी है। अनुभवी लोग बीज से खेती का आनंद ले सकते हैं। दोनों विधियों में सफलता के लिए सही देखभाल जरूरी है।

देखभाल और रखरखाव

ऑलस्पाइस की देखभाल सरल है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सप्ताह में 2-3 बार पानी दें, लेकिन मिट्टी में पानी जमा न होने दें। गर्मियों में नमी बनाए रखने के लिए मल्चिंग (सूखी पत्तियां) करें। सर्दियों में पौधे को घर के अंदर या ग्रीनहाउस में रखें, खासकर उत्तरी भारत में।

हर 15-20 दिन में जैविक खाद डालें। साल में एक बार (सर्दियों के बाद) हल्की कटाई-छंटाई करें, ताकि पौधा घना और स्वस्थ रहे। एफिड्स और मकड़ी के कीटों से बचाव के लिए नीम तेल या जैविक कीटनाशक का छिड़काव करें। पौधे को 3-5 साल बाद फल देना शुरू होता है, और एक वयस्क पौधा 5-10 किलो फल सालाना दे सकता है।

उपयोग और लाभ

ऑलस्पाइस के फल को हरा काटकर सुखाएं और पीसकर मसाला बनाएं। इसका उपयोग बिरयानी, करी, चाय, और केक में किया जाता है। पत्तियों को सुखाकर चाय या सूप में डाला जा सकता है। यह पाचन, सर्दी-जुकाम, और जोड़ों के दर्द में राहत देता है। इसके तेल में एंटीसेप्टिक और दर्द निवारक गुण होते हैं।बेंगलुरु में गार्डनर्स ने ऑलस्पाइस के मसाले को स्थानीय कैफे और ऑनलाइन स्टोर (OrganicBazar) में बेचकर 500-1,000 रुपये प्रति किलो कमाया। इसके औषधीय गुण इसे आयुर्वेदिक उत्पादों में भी लोकप्रिय बनाते हैं।

ऑलस्पाइस का पौधा कहां से प्राप्त करें?

ऑलस्पाइस का पौधा आमतौर पर हर नर्सरी में नहीं मिलता, क्योंकि यह थोड़ा दुर्लभ और विदेशी श्रेणी का पौधा है। लेकिन यदि आप इसे लगाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित स्रोतों से आप इसे आसानी से प्राप्त कर सकते हैं:

  1. ऑनलाइन प्लांट नर्सरी पोर्टल्स:
    आप Amazon, Flipkart, NurseryLive, Ugaoo, TrustBasket जैसी वेबसाइटों पर जाकर ऑलस्पाइस का बीज या रोपाई किया हुआ पौधा खरीद सकते हैं। ये पौधे अच्छी पैकिंग और गाइडलाइन के साथ आते हैं।

  2. सरकारी उद्यानिकी विभाग:
    कई राज्यों के बागवानी विभाग या कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) अब दुर्लभ पौधों की नर्सरी चला रहे हैं। आप अपने जिले के KVK से संपर्क कर सकते हैं।

ऑलस्पाइस का पौधा आपके किचन गार्डन को सुंदरता, सुगंध, और स्वास्थ्य से भर देता है। चाहे बीज से उगाएं या रोपाई करें, थोड़ी देखभाल से यह पौधा 2-5 साल में मसाले देना शुरू कर देता है। जैविक खेती और सही विपणन से आप इसे आय का स्रोत भी बना सकते हैं। NHM और KVK का लाभ उठाएं। 2025 में ऑलस्पाइस की खेती शुरू कर अपनी रसोई और गार्डन को समृद्ध करें।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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