धान की खेती हमारे देश के किसानों की रीढ़ है, लेकिन खरपतवार इसकी सबसे बड़ी दुश्मन। ये फसल को नुकसान पहुँचाते हैं और मेहनत पर पानी फेर देते हैं। बिहार, आंध्र प्रदेश, और देश के तमाम हिस्सों में धान उगाने वाले किसान भाई इस मुसीबत से परेशान रहते हैं। लेकिन अब धानुका एग्रीटेक ने एक नया खरपतवार नाशक डिनकर लॉन्च किया है, जो धान की रोपित फसल को खरपतवार से बचाने का देसी और आसान तरीका है। तिरुपति में हुए इसके लॉन्च कार्यक्रम में जापान की होक्को केमिकल कंपनी के साथ मिलकर इसे पेश किया गया। आइए जानते हैं कि ये डिनकर आपके खेतों को कैसे फायदा दे सकता है।
डिनकर क्या है और क्यों खास है
डिनकर एक नया खरपतवार नाशक है, जिसे धानुका एग्रीटेक ने जापान की होक्को केमिकल कंपनी के साथ मिलकर बनाया है। ये खास तौर पर धान की रोपित फसल के लिए तैयार किया गया है। तिरुपति में लॉन्च के वक्त धानुका के प्रबंध निदेशक ने कहा कि ये उत्पाद सिर्फ़ दवा नहीं, बल्कि किसानों की मुश्किलों को हल करने का वादा है। खरपतवार की वजह से होने वाले नुकसान और मज़दूरी की लागत को कम करने के लिए डिनकर को खास तौर पर डिज़ाइन किया गया है। ये जिद्दी खरपतवारों को जड़ से खत्म करता है और फसल को सुरक्षित रखता है।
कैसे काम करता है डिनकर
डिनकर में जापान की ट्रायाजोलिनोन तकनीक का इस्तेमाल हुआ है, जिसमें इपफेनकारबाजोन नाम का रसायन है। ये रसायन खरपतवार के अंदर जाकर एक खास एंजाइम को रोक देता है, जो खरपतवार के लिए ज़रूरी वसा अम्ल बनाता है। जब ये प्रक्रिया रुकती है, तो खरपतवार की कोशिकाएँ टूटने लगती हैं और वो अंकुरित होने से पहले ही खत्म हो जाता है। खास बात ये है कि ये सिर्फ़ खरपतवार को निशाना बनाता है, धान की फसल को कोई नुकसान नहीं पहुँचता। इससे फसल स्वस्थ रहती है और पैदावार बढ़ती है।
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किन खरपतवारों पर है असरदार
डिनकर उन जिद्दी खरपतवारों पर कमाल का असर दिखाता है, जो धान की फसल को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुँचाते हैं। चाहे वो बार्नयार्ड घास हो, लुडविगिया पार्विफ्लोरा हो, या फिर साइपेरस जैसी नलीदार घास, डिनकर इन सबको 45 से 50 दिन तक कंट्रोल में रखता है। इससे किसानों को बार-बार दवा छिड़कने की ज़रूरत नहीं पड़ती और खेती की लागत कम होती है। आंध्र प्रदेश के एक किसान ने बताया कि डिनकर के इस्तेमाल से उनके खेत में खरपतवार लगभग गायब हो गए और फसल की बढ़त पहले से बेहतर हुई।
इस्तेमाल का आसान तरीका
डिनकर का इस्तेमाल इतना आसान है कि कोई भी किसान भाई इसे बिना झंझट के कर सकता है। इसके लिए 200 मिलीलीटर डिनकर को प्रति एकड़ बालू या खाद में मिलाकर खेत में छिड़कना है। ये छिड़काव रोपाई के 0 से 3 दिन के अंदर करना चाहिए। खेत में 2-3 इंच पानी कम से कम 5 दिन तक रखें, ताकि दवा अच्छे से काम करे। अगर खेत में नमी सही हो, तो डिनकर का असर और भी बेहतर होता है। इसकी वजह से खरपतवार जल्दी खत्म होते हैं और फसल को पूरा पोषण मिलता है।
फसल की सुरक्षा और मुनाफा
डिनकर की सबसे बड़ी खासियत है कि ये धान की फसल को बिना नुकसान पहुँचाए खरपतवार को खत्म करता है। इससे फसल पर दवा का कोई बुरा असर नहीं पड़ता। साथ ही, खरपतवार कम होने से खेत में हवा और रोशनी अच्छे से पहुँचती है, जिससे फफूंद और कीटों का खतरा भी कम हो जाता है। कम खरपतवार का मतलब है कम मज़दूरी और कम खर्चा। इससे किसान भाई की जेब में ज़्यादा पैसा बचता है और फसल की पैदावार भी बढ़ती है।
धानुका एग्रीटेक का डिनकर खरपतवार नाशक बिहार, आंध्र प्रदेश और पूरे भारत के धान उगाने वाले किसानों के लिए एक वरदान है। ये जापानी तकनीक से बना है, लेकिन हमारे देसी खेतों की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसका इस्तेमाल आसान है, खरपतवारों पर असर लंबा चलता है, और फसल को सुरक्षित रखता है। अगर आप धान की खेती करते हैं, तो डिनकर आजमाएँ और देखें कि कैसे आपका खेत हरा-भरा और मुनाफे से भरा रहता है।
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