अगले 48 घंटो में, इन राज्यों में तेजी से बढ़ रहा है मॉनसून, जानें किन स्थानों पर हो सकती है भारी से भारी बारिश

Monsoon: दक्षिण-पश्चिम मॉनसून भारत में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिससे किसानों और आम नागरिकों को राहत मिल रही है। बुधवार, 28 मई 2025 तक, मॉनसून ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, और ओडिशा के कई हिस्सों को कवर कर लिया है। अगले दो दिन पश्चिम बंगाल और सिक्किम के लिए महत्वपूर्ण हैं, जहाँ भारी बारिश की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, मॉनसून की यह प्रगति खरीफ फसलों और जल संचयन के लिए लाभकारी होगी।

मॉनसून अभी किन राज्यों तक दे चूका है दस्तक

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने 24 मई को केरल में प्रवेश किया और तेजी से आगे बढ़ा। 28 मई तक, इसने कर्नाटक और आंध्र प्रदेश को पूरी तरह, तेलंगाना के अधिकांश हिस्सों, और छत्तीसगढ़ व ओडिशा के कुछ हिस्सों को कवर कर लिया है। महाराष्ट्र में कोकण, मध्य महाराष्ट्र, और मराठवाड़ा में मॉनसून सक्रिय है। IMD के अनुसार, मॉनसून की उत्तरी सीमा (NLM) दक्षिणी महाराष्ट्र, तेलंगाना, और दक्षिणी ओडिशा से होकर गुजर रही है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब क्षेत्र के कारण अगले 48 घंटों में पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मॉनसून के और सक्रिय होने की संभावना है। यह प्रगति खरीफ फसलों (धान, मक्का, सोयाबीन) की बुवाई के लिए अनुकूल है।

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पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तेज बारिश

IMD ने 29-30 मई के लिए पश्चिम बंगाल (गंगा क्षेत्र) और सिक्किम में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में 70-200 मिमी तक वर्षा हो सकती है, जिसके साथ आंधी और बिजली गिरने की आशंका है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मॉनसून की सक्रियता बढ़ेगी। कोलकाता, हावड़ा, और दार्जिलिंग जैसे क्षेत्रों में नदी तटवर्ती इलाकों में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। Skymet के अनुसार, निम्न दाब क्षेत्र और दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ बारिश को तीव्र करेंगी। यह बारिश चाय बागानों और धान की खेती के लिए लाभकारी होगी, लेकिन जलभराव से बचाव जरूरी है।

अन्य राज्यों में प्रभाव

महाराष्ट्र में कोकण और मध्य महाराष्ट्र में 29-30 मई को भारी बारिश की संभावना है। कर्नाटक के तटीय और घाट क्षेत्रों में मॉनसून सक्रिय रहेगा। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होगी, जो सोयाबीन और मूँगफली की बुवाई के लिए अनुकूल है। छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मॉनसून की प्रगति धान और दलहन फसलों को बढ़ावा देगी। IMD के अनुसार, इन राज्यों में 50-100 मिमी बारिश संभावित है।

किसानों के चेहरे खिल उठे हैं

मॉनसून की यह प्रगति खरीफ फसलों के लिए वरदान है। पश्चिम बंगाल और सिक्किम में धान और चाय की खेती को बढ़ावा मिलेगा। महाराष्ट्र और कर्नाटक में सोयाबीन, मक्का, और कपास की बुवाई शुरू हो सकती है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मूँगफली और दलहन फसलों के लिए अनुकूल समय है। जल संचयन संरचनाएँ (खेत तालाब, चेक डैम) बनाकर वर्षा जल का उपयोग करें। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की प्रगति कई राज्यों में राहत ला रही है। किसानो के चेहरे ख़ुशी से खिल उठे हैं। पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अगले दो दिन भारी बारिश के लिए महत्वपूर्ण हैं।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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