बिहार, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस तक अधिक दर्ज किया जा रहा है। लू की स्थिति किसानों और आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आगामी दो दिनों तक कई राज्यों में बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है, लेकिन इस दौरान गर्मी से राहत मिलने की संभावना कम है। किसान भाइयों को सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि लू फसलों और पशुओं को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
7 जून का मौसम
आज, 7 जून को, महाराष्ट्र के मध्य हिस्से और मराठवाड़ा, साथ ही नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, और त्रिपुरा में भारी बारिश के आसार बने हुए हैं। इस दौरान छत्तीसगढ़ और विदर्भ के अलग-अलग स्थानों पर बिजली की गरज के साथ तेज हवाएं और बारिश पड़ने की संभावना है। इन हवाओं की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है, जो फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। मध्य प्रदेश में भी बादल बरस सकते हैं, और तेज हवाएं चलने की संभावना है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित रखें और आवश्यक उपाय करें।
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उत्तर प्रदेश में बारिश कब
मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में 12 जून को बौछारें पड़ सकती हैं, लेकिन 6 से 11 जून तक प्रदेश में मौसम शुष्क बना रह सकता है। 11 जून को यूपी के पूर्वी जिलों में बारिश होने की संभावना है। अगले चार दिनों में प्रदेश के दिन के तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे गर्मी में और इजाफा होगा। किसानों को इस दौरान अपनी फसलों को पानी देने और लू से बचाने के लिए विशेष ध्यान रखना होगा।
8 जून का मौसम
आठ जून को छत्तीसगढ़ के अलग-अलग स्थानों पर बिजली की गरज के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं, और बारिश पड़ने की भी संभावना है। आईएमडी ने पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग स्थानों पर धूल भरी हवाएं और लू चलने की संभावना जताई है, जो किसानों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं। सोमालिया तट और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य अरब सागर में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जो बढ़कर 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती हैं। यह समुद्री तूफान का रूप ले सकता है, जिससे तटीय इलाकों में सावधानी बरतनी होगी।
लू का कहर
आठ और 10 जून के दौरान पश्चिमी राजस्थान में लू चलने के आसार हैं। वहीं, 9 और 10 जून को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, दक्षिणी उत्तर प्रदेश, और उत्तरी मध्य प्रदेश में लू परेशानी का कारण बनेगी। लू से फसलों को नुकसान हो सकता है, और किसानों को अपनी फसलों को ढकने या छांव में रखने जैसे उपाय करने होंगे। पशुओं को भी लू से बचाना होगा, क्योंकि वे गर्मी सहन नहीं कर पाते।
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