हरियाणा में बाढ़ और जलभराव से फसलों को भारी नुकसान झेल रहे किसानों के मुद्दे पर इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने सरकार को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है कि प्रभावित खेतों से पानी निकाला जाए, वरना बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। एक राज्य स्तरीय बैठक में उन्होंने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि वे गांव-गांव जाकर बाढ़ पीड़ित किसानों से मिलें, उनकी समस्याएं सुनें और राहत कार्यों का जायजा लें। अभय ने न सिर्फ किसानों के दर्द पर जोर दिया, बल्कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के विदेश दौरे पर भी तंज कसा।
किसानों की व्यथा पर सरकार की लापरवाही
अभय चौटाला ने कहा कि हरियाणा में जलभराव की वजह से हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं, लेकिन सरकार सो रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को हिदायत दी कि वे प्रभावित इलाकों का दौरा करें, किसानों से बातचीत करें और सरकारी राहत उपायों की सच्चाई का पता लगाएं। “किसान बाढ़ में डूब रहे हैं, लेकिन अफसरों की फाइलों में ही उलझे हुए हैं। हमें जमीनी हकीकत जाननी है,” उन्होंने जोर देकर कहा। INLD का यह कदम किसान आंदोलन को नई जान दे सकता है, खासकर जब राज्य में चुनावी माहौल गर्माने लगा है।
भाजपा-कांग्रेस पर तंज
बैठक के दौरान अभय ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिता-पुत्र की जोड़ी का असली रंग सामने आ गया है, और भाजपा का चेहरा भी बेनकाब हो चुका। प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच एकता की मांग करने वालों को ललकारते हुए बोले, “जिन्हें जनता का साथ नहीं मिला, वे अब परिवारिक मिलन का झूठा प्रचार कर रहे हैं। INLD अपने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करेगी।” ताऊ देवीलाल की श्रद्धांजलि रैली की सफलता का जिक्र करते हुए उन्होंने कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि इस रैली की गूंज पूरे देश में है।
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INLD इस विश्वासघात को कभी नहीं भूलेगी, जहां कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को जेल भेजने की साजिश रची। जेजेपी पर भी निशाना साधा कि उन्होंने चुनाव बाद भाजपा को सत्ता में लाकर चौटाला परिवार और जनता दोनों को धोखा दिया। कांग्रेस के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा, “अगर हम भाजपा की बी-टीम होते, तो ओम प्रकाश चौटाला जेल से बाहर आ चुके होते। लेकिन हमने कभी अपनी गरिमा नहीं गिराई।”
कांग्रेस के आंतरिक कलह पर टिप्पणी
कांग्रेस की हालिया नियुक्तियों पर अभय ने कटाक्ष किया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विपक्ष के नेता और राव नरेंद्र सिंह को राज्य अध्यक्ष बनाने पर बोले, “पार्टी पहले से ही गुटबाजी में उलझी है। ये फैसले आंतरिक कलह को और भड़काएंगे।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस को खुद की समस्याएं सुलझानी चाहिए, न कि दूसरों पर उंगली उठानी।
CM के विदेश दौरे पर सवाल
अभय ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की जापान यात्रा पर सबसे तीखा तंज कसा। “हरियाणा डूब रहा है, किसान संकट में हैं, और CM विदेशी टूर पर व्यस्त हैं। पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर और भूपेंद्र हुड्डा भी घूम आए, लेकिन राज्य को कोई निवेश नहीं दिला सके।” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, और किसान संगठनों ने समर्थन जताया है।
INLD का यह रुख भाजपा सरकार के लिए चुनौती बन सकता है। अभय ने कार्यकर्ताओं को संगठन को मजबूत करने और जनता के बीच जाकर मुद्दों को उठाने का आह्वान किया। अगर 15 दिनों में पानी नहीं निकला, तो आंदोलन की चिंगारी सुलग सकती है। हरियाणा की राजनीति में चौटाला परिवार का प्रभाव अभी भी बरकरार है, और यह विवाद चुनावी समर को रोचक बना सकता है। किसान समुदाय उम्मीद कर रहा है कि उनकी आवाज सुनी जाएगी।
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