गेहूं के बाद करें टमाटर की इन 3 वैरायटी की बुवाई, गरमा सीजन में होगी तगड़ी कमाई!

Tomato Farming : अब गाँवों में गेंहू की कटाई शुरू हो चुकी है। खेत धीरे-धीरे खाली होने लगे हैं। लेकिन बिहार जैसे इलाकों में जहाँ बाढ़ का खतरा रहता है, किसान भाई खाली खेतों में खेती करने से थोड़ा डरते हैं। उन्हें लगता है कि बाढ़ आ गई तो सारी मेहनत बेकार हो जाएगी। पर सच तो यह है कि अगर सही फसल का चुनाव करें, तो कम समय में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। कुछ ऐसी फसलें हैं, जो जल्दी तैयार हो जाती हैं और बाढ़ आने से पहले ही आपको फायदा दे सकती हैं। खासकर बेल पर उगने वाले पौधे इस मौसम में बहुत काम आ सकते हैं।

Table of Contents

गर्मी में टमाटर की खेती से बढ़ाएँ कमाई

गेंहू कटते ही खेत को अच्छे से तैयार कर लें। इसके लिए खेत की जुताई करवाएँ और उसमें गर्मी के मौसम का टमाटर लगा दें। यह फसल कम समय में तैयार हो जाती है और अच्छी कमाई करवा सकती है। बिहार में बाढ़ ज्यादातर अगस्त में आती है, लेकिन उससे पहले ही आप इस टमाटर को बेचकर मुनाफा कमा लेंगे। गर्मी का टमाटर न सिर्फ जल्दी बढ़ता है, बल्कि बाजार में इसकी माँग भी अच्छी रहती है। अगर सही तरीके से खेती करें, तो यह आपके लिए फायदे का सौदा साबित होगा।

कौन सी टमाटर की किस्म चुनें?

टमाटर की कई किस्में होती हैं, लेकिन बिहार की मिट्टी के लिए कुछ खास किस्में ही सही रहती हैं। कृषि जानकार गुंजेश गुंजन बताते हैं कि यहाँ की काली मिट्टी और हल्की बलुई मिट्टी में तीन किस्में अच्छा काम करती हैं। पहली है सेमनिज की आशुतोष, दूसरी सिजेन्टा की साहू और तीसरी बायर की अगस्ता। ये तीनों किस्में यहाँ के खेतों के लिए मुफीद हैं। इनका फल अच्छा होता है और टमाटर का आकार भी बढ़िया रहता है। इनमें से कोई एक चुनकर आप खेती शुरू कर सकते हैं। ये किस्में इसलिए भी खास हैं, क्योंकि इन्हें अलग-अलग तरीकों से उगाया जा सकता है।

टमाटर की खेती का सही तरीका

इन टमाटर की किस्मों को आप तीन तरीकों से उगा सकते हैं नेट विधि, पॉली हाउस या फिर खुले खेत में। हर तरीके में ये अच्छा फल देती हैं। लेकिन अभी गर्मी का मौसम है और तापमान बढ़ रहा है। ऐसे में खुले खेत में खेती करने से पौधे खराब हो सकते हैं। बारिश शुरू होने पर भी खुले में नुकसान का डर रहता है, क्योंकि नीचे रहने वाले पौधे पानी में डूबकर सड़ सकते हैं।

इसलिए बेहतर होगा कि आप आलान विधि अपनाएँ। इसमें पौधों को ऊँचाई पर बेल के सहारे उगाया जाता है। इससे बारिश का पानी पौधों को नुकसान नहीं पहुँचाता और टमाटर भी सुरक्षित रहते हैं। इस तरीके से फसल अच्छी होगी और मुनाफा भी ज्यादा मिलेगा।

खेती को और बेहतर कैसे बनाएँ?

टमाटर की खेती में सफलता के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। खेत में पानी की निकासी का अच्छा इंतजाम करें, ताकि बाढ़ का असर कम हो। साथ ही, समय-समय पर पौधों की देखभाल करें। अगर पत्तियों में कीड़े या बीमारी दिखे, तो फसल को बचाने के लिए जैविक खाद या दवा का इस्तेमाल करें। गर्मी में पानी की कमी न होने दें, लेकिन ज्यादा पानी भी न डालें। आलान विधि में बेल को मजबूत सहारा दें, ताकि टमाटर का वजन बढ़ने पर पौधा टूटे नहीं। इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप अपनी फसल को और बेहतर बना सकते हैं।

ये भी पढ़ें- इस तीखी मिर्च ने बदल दी खेती की परिभाषा, कम समय में दें रही बंपर फायदा

Author

  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

    View all posts

Leave a Comment