Agri Tips : हमारे गाँव के किसान भाइयों के लिए खेती में नई-नई तरकीबें आजमाना कोई नई बात नहीं है। छपरा के मांझी प्रखंड के भरवलिया गाँव में एक ऐसा ही कमाल का जुगाड़ देखने को मिला है, जिससे पपीता की फसल को कीड़े और वायरस से बचाना आसान हो गया है। सबसे बड़ी बात ये कि इस जुगाड़ू यंत्र को बनाने में सिर्फ 5 रुपये का खर्चा आया है। ये न सिर्फ सस्ता है, बल्कि देखने में भी अलग और काम करने में एकदम पक्का है।
जुगाड़ का कमाल, फसल का बचाव
इस जुगाड़ को पपीता के बागान में लगाया गया है। तरीका बिल्कुल आसान है। बगीचे में लकड़ी के सहारे पीले रंग का कार्डबोर्ड टांग दिया जाता है। इस कार्डबोर्ड पर उजाला ग्रीस का लेप लगा दिया जाता है। अब ये पीला रंग कीड़ों को अपनी ओर खींचता है। कीड़े फसल पर हमला करने की बजाय इस बोर्ड की तरफ चले जाते हैं और वहीं फंस जाते हैं। इस तरह पपीता के पौधे पूरी तरह सुरक्षित रहते हैं। गाँव का कोई भी किसान इसे देखकर समझ सकता है कि ये कितना आसान और फायदेमंद है।
दोस्त से मिली सीख, तैयार हुआ यंत्र
कहते हैं कि अच्छी बातें दोस्तों से ही सीखने को मिलती हैं। पपीता की खेती करने वाला एक किसान अपने दोस्त के बगीचे गया। वहाँ उसने ये जुगाड़ू यंत्र देखा। दोस्त ने बताया कि ये पीले बोर्ड का तरीका फसल को बचाने में बहुत कारगर है। बस फिर क्या, उसने घर आकर खुद इसे तैयार कर लिया। सिर्फ 5 रुपये में बना ये यंत्र फसल को कीड़ों से बचा रहा है और खर्चा भी नहीं के बराबर है।
गाँव के किसानों के लिए वरदान
ये जुगाड़ सिर्फ पपीता की फसल तक सीमित नहीं है। अगर आपके खेत में कोई और फसल है और कीड़े या वायरस की वजह से परेशानी हो रही है, तो आप भी इस तरीके को आजमा सकते हैं। पीला कार्डबोर्ड और थोड़ा सा उजाला गिरीश, बस इतने से आप अपने खेत को सुरक्षित कर सकते हैं। गाँव में रहने वाले किसान भाइयों के लिए ये एक सस्ता और देसी उपाय है, जो मेहनत और पैसा दोनों बचाता है। ये तरीका अब आसपास के गाँवों में भी चर्चा का विषय बन रहा है।
कम खर्च, ज्यादा फायदा
खेती में कीटनाशक दवाइयाँ डालने से न सिर्फ खर्चा बढ़ता है, बल्कि फसल की सेहत पर भी असर पड़ सकता है। लेकिन ये जुगाड़ू यंत्र न दवा का झंझट लाता है, न ही जेब पर बोझ डालता है। 5 रुपये में तैयार होने वाला ये उपाय गाँव के छोटे-बड़े हर किसान के लिए मुफीद है। तो अगर आप भी अपनी फसल को कीड़ों से बचाना चाहते हैं, तो इस देसी तरीके को जरूर आजमाएँ। खेत में लगाइए, फसल बचाइए और मुनाफा कमाइए।
ये भी पढ़ें- किसान भाई हाथ से गेहूं काटने की ये मशीन करेगी आधे समय में काम, कीमत बस ₹25,000 से शुरू