भारतीय किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 27 अक्टूबर 2025 को राष्ट्रीय बीज निगम (NSC) के 6 नए बीज प्रसंस्करण संयंत्रों का उद्घाटन किया। इन संयंत्रों से किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज सस्ते दामों पर मिलेंगे, जो उत्पादकता बढ़ाने में मदद करेंगे। पूसा (नई दिल्ली) में स्थापित सब्जी बीज संयंत्र की क्षमता 1 टन प्रति घंटा है, जबकि बरेली (उत्तर प्रदेश), धारवाड़, हसन और रायचूर (कर्नाटक), तथा सूरतगढ़ (राजस्थान) के पाँच अन्य संयंत्र 4 टन प्रति घंटा की क्षमता वाले हैं।
इनकी अत्याधुनिक तकनीक से बीजों की शुद्धता और अंकुरण दर में 20% तक सुधार होगा। साथ ही, बीज प्रबंधन 2.0 प्रणाली और ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया, जिससे किसान घर बैठे बीज बुक कर सकेंगे। आइए जानते हैं कि यह पहल किसानों के लिए क्या मायने रखती है।
नए संयंत्र: बीज उत्पादन में क्रांति, नकली बीजों पर लगाम
ये 6 संयंत्र NSC की क्षमता को दोगुना करेंगे, जो वर्तमान में बीज बाजार में केवल 4% हिस्सेदारी रखता है। मंत्री चौहान ने NSC को निर्देश दिया कि वह अपनी हिस्सेदारी 25% तक बढ़ाए। पूसा का सब्जी बीज संयंत्र टमाटर, भिंडी और बैंगन जैसी फसलों के लिए विशेष है, जो छोटे किसानों के लिए फायदेमंद होगा। अन्य संयंत्र गेहूँ, चावल और दलहन के बीज प्रसंस्कृत करेंगे।
हाल के विकसित कृषि संकल्प अभियान में नकली बीजों की शिकायतें सबसे ज्यादा आईं, इसलिए ये संयंत्र प्रमाणित बीजों की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे। NSC अब सीधे किसानों से अनुबंध करेगा, ताकि ICAR से प्राप्त ब्रिडर सीड्स को फाउंडेशन और सर्टिफाइड स्तर पर पहुँचाया जा सके। इससे निजी कंपनियों की मनमानी पर अंकुश लगेगा।
LIVE: माननीय केंद्रीय मंत्री श्री @ChouhanShivraj जी द्वारा बीज भवन, पूसा, नई दिल्ली में नए बीज प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन में संबोधन। https://t.co/2li3zSmZuA
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 27, 2025
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ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म
बीज प्रबंधन 2.0 प्रणाली के तहत लॉन्च किया गया ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (seedportal.nsc.gov.in) किसानों को मोबाइल या कंप्यूटर से बीज बुक करने की सुविधा देगा। इसमें क्षेत्रीय भाषाओं (हिंदी, तमिल, तेलुगु आदि) का समर्थन होगा, ताकि ग्रामीण किसान आसानी से उपयोग कर सकें। बुकिंग के बाद बीज नजदीकी वितरण केंद्र से 7-10 दिनों में पहुँच जाएगा। मंत्री ने कहा कि छोटे किसानों तक गुणवत्ता बीज पहुँचाना आत्मनिर्भर कृषि का आधार है। NSC की CMD मनिंदर कौर द्विवेदी ने बताया कि यह प्लेटफॉर्म 2026 तक 10 लाख किसानों को कवर करेगा। इससे न केवल बीजों की उपलब्धता बढ़ेगी, बल्कि कीमतें भी नियंत्रित रहेंगी।
मंत्री का संदेश NSC को बनाएँ अन्न भंडार भरने वाला
उद्घाटन समारोह में कृषि मंत्री चौहान ने NSC टीम को बधाई देते हुए कहा कि निगम का काम केवल आजीविका नहीं, बल्कि देश के अन्न भंडार भरना है। उन्होंने सुझाव दिया कि NSC क्षेत्रीय भाषाओं में काम करे, ताकि अधिक किसानों तक पहुँच बने। नकली बीजों पर सख्त कार्रवाई के लिए कठोर कानून लाए जाएँगे। केंद्रीय कृषि सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि ये संयंत्र ICAR की 109 नई किस्मों को किसानों तक पहुँचाने में मदद करेंगे। यह पहल किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को साकार करेगी।
सस्ते बीज, बढ़ी पैदावार, कम जोखिम
ये संयंत्र न केवल बीजों की शुद्धता सुनिश्चित करेंगे, बल्कि उत्पादकता में 15-20% की वृद्धि करेंगे। उदाहरण के लिए, बरेली संयंत्र उत्तर प्रदेश के गेहूँ किसानों को लाभ पहुँचाएगा। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से किसान बुवाई से पहले ही बीज बुक कर सकेंगे, जो मौसम की देरी से बचाएगा। छोटे किसानों के लिए NSC के बीज सस्ते (20-30% कम) होंगे। अगर आपका क्षेत्र इन संयंत्रों के दायरे में आता है, तो स्थानीय NSC केंद्र या कृषि विभाग से संपर्क करें। यह योजना नकली बीजों की समस्या से निपटेगी और खेती को आत्मनिर्भर बनाएगी।
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