किसान भाइयों, अब हल्दी की खेती आपके लिए मुनाफे का नया रास्ता खोलने वाली है! तेलंगाना के निजामाबाद में रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने ऐलान किया कि सरकार 2030 तक हल्दी के निर्यात को एक अरब डॉलर तक ले जाएगी। यह खबर हर उस किसान के लिए सुनहरा मौका है, जो अपनी खेती को और फायदेमंद बनाना चाहता है। आइए जानते हैं कि यह हल्दी बोर्ड आपके लिए क्या करेगा और हल्दी की खेती से कैसे कमाई बढ़ सकती है।
हल्दी बोर्ड लाएगा किसानों के लिए नई उम्मीद
निजामाबाद में बने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का मकसद है हल्दी की खेती को नई ऊँचाइयों तक ले जाना। अमित शाह ने बताया कि यह बोर्ड हल्दी की पैकिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर खास ध्यान देगा, ताकि किसानों को उनकी फसल का पूरा दाम मिले। इसके अलावा, यह बोर्ड नई तकनीकों और शोध पर भी काम करेगा, जिससे हल्दी की क्वालिटी और बेहतर हो। चाहे आप तेलंगाना में हों या देश के किसी और कोने में, अगर आप हल्दी उगाते हैं, तो यह बोर्ड आपके लिए बड़ा सहारा बनेगा। सरकार का यह कदम किसानों की मेहनत को दुनिया भर में पहचान दिलाएगा।
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एक अरब डॉलर का लक्ष्य, किसानों का फायदा
केंद्र सरकार ने हल्दी के निर्यात को बढ़ाकर 2030 तक एक अरब डॉलर का लक्ष्य रखा है। अमित शाह ने कहा कि इसके लिए सारी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। हल्दी सिर्फ़ रसोई का मसाला नहीं, बल्कि सेहत का खजाना है। विदेशों में इसकी माँग तेज़ी से बढ़ रही है, क्योंकि यह दवाइयों, सौंदर्य प्रसाधनों और खाने में इस्तेमाल होती है। इस बोर्ड के ज़रिए आपकी हल्दी को विदेशी बाज़ारों में सही दाम मिलेगा। किसानों के लिए यह एक ऐसा मौका है, जिससे उनकी आमदनी बढ़ सकती है और खेती का रुतबा और ऊँचा हो सकता है।
हल्दी की खेती का आसान तरीका
हल्दी की खेती करना कोई जटिल काम नहीं है। यह फसल गर्म और नम मौसम में अच्छी तरह उगती है, और इसे मार्च से मई के बीच बोया जाता है। खेत को अच्छे से जोतकर गोबर की खाद डालें, ताकि मिट्टी में ताकत आए। हल्दी की गाँठों को 45-50 सेंटीमीटर की दूरी पर पंक्तियों में बोएँ। फसल को ज्यादा पानी की ज़रूरत नहीं होती, बस खेत में नमी बनी रहनी चाहिए।
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सात से नौ महीने में हल्दी पककर तैयार हो जाती है। अनुभवी किसानों का कहना है कि एक हेक्टेयर में 20 से 25 टन हल्दी मिल सकती है, और बाज़ार में इसका दाम 8000 से 12000 रुपये प्रति क्विंटल तक मिलता है। अगर सही तरीके से खेती करें, तो यह कम लागत में अच्छा मुनाफा देती है।
सरकार का वादा, किसानों का भरोसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2023 के तेलंगाना विधानसभा चुनाव में हल्दी बोर्ड बनाने का वादा किया था, और अब यह सपना हकीकत बन गया है। सरकार ने हल्दी की खेती को बढ़ावा देने के लिए 200 करोड़ रुपये का बजट भी रखा है। यह पैसा हल्दी की क्वालिटी सुधारने, नए शोध करने और किसानों की आय बढ़ाने में लगेगा। निजामाबाद के किसानों की यह पुरानी माँग थी, जिसे पूरा करके सरकार ने उनका भरोसा जीता है। अगर आप भी हल्दी की खेती करना चाहते हैं, तो अपने नज़दीकी कृषि केंद्र से संपर्क करें और सरकारी योजनाओं की जानकारी लें।
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