देश की सबसे बड़ी दूध कंपनी अमूल ने किसानों और डेयरी कारोबार के लिए एक नया कदम उठाया है। कंपनी ने अगले कुछ सालों में अपने कारोबार को और विस्तार देने के लिए 10,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। यह खबर उन लाखों किसानों के लिए खुशखबरी है, जो अमूल के साथ जुड़े हैं और दूध उत्पादन से अपनी आजीविका चला रहे हैं।
अमूल का नया निवेश, नई उम्मीदें
अमूल, जो गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (GCMMF) के तहत काम करती है, ने हाल ही में अपने विस्तार की योजना को साझा किया। कंपनी के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता ने बताया कि यह निवेश दूध, आइसक्रीम और अन्य खाद्य उत्पादों के लिए नए कारखाने लगाने में इस्तेमाल होगा। इस योजना से न सिर्फ उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि किसानों को भी ज्यादा दूध बेचने का मौका मिलेगा। कंपनी का लक्ष्य है कि अगले कुछ सालों में उनका कारोबार 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाए।
किसानों के लिए क्या है खास?
अमूल देश भर में 36 लाख से ज्यादा किसानों के साथ काम करती है। यह निवेश न केवल कंपनी के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि उन किसानों के लिए भी बड़ा बदलाव लाएगा जो दूध उत्पादन करते हैं। नए कारखाने लगने से दूध की मांग बढ़ेगी, जिसका सीधा फायदा किसानों को मिलेगा। साथ ही, कंपनी जैविक खाद्य उत्पादों जैसे दाल, आटा और चावल के क्षेत्र में भी विस्तार कर रही है। इससे किसानों को अपनी फसलों के लिए नए बाजार मिल सकते हैं।
जीएसटी में कटौती से बढ़ेगी मांग
हाल ही में सरकार ने दूध और डेयरी उत्पादों पर जीएसटी दरों में कमी की है। अमूल ने घी, मक्खन, पनीर, आइसक्रीम और चॉकलेट जैसे 700 से ज्यादा उत्पादों की कीमतें कम कर दी हैं। अब इन पर सिर्फ 5 फीसदी जीएसटी लगेगा। इससे इन उत्पादों की कीमतें कम होंगी और बाजार में मांग बढ़ने की उम्मीद है। इसका असर यह होगा कि किसानों को दूध की ज्यादा खपत के लिए बेहतर कीमत मिल सकती है।
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अमूल का मौजूदा कारोबार
वित्त वर्ष 2025 में अमूल ने 90,000 करोड़ रुपये का कारोबार किया है। देश के दूध और डेयरी उत्पादों के बाजार में इसकी हिस्सेदारी 50-70 फीसदी है। कंपनी के पास अभी 118 कारखाने हैं, और नए निवेश से 10-12 और कारखाने खुलेंगे। इन कारखानों से न सिर्फ दूध उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि दही, पनीर, और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का उत्पादन भी तेज होगा। इससे किसानों को स्थानीय स्तर पर ज्यादा रोजगार और आय के अवसर मिलेंगे।
भविष्य की योजनाएं
अमूल का लक्ष्य सिर्फ दूध तक सीमित नहीं है। कंपनी अब खाद्य और पेय पदार्थों की एक बड़ी कंपनी बनने की दिशा में काम कर रही है। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए अमूल ने बासमती चावल, मसाले और अन्य खाद्य उत्पादों में भी कदम रखा है। यह निवेश किसानों को नई फसलों की खेती के लिए प्रेरित करेगा और उन्हें बाजार में बेहतर कीमत दिलाने में मदद करेगा।
अमूल की यह पहल भारतीय किसानों के लिए एक बड़ा अवसर है। कंपनी का यह निवेश न केवल कारोबार को बढ़ाएगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगा। अगर आप भी अमूल के साथ जुड़े किसान हैं, तो यह समय है अपनी खेती को और बेहतर करने का। ज्यादा जानकारी के लिए अपने नजदीकी अमूल डेयरी केंद्र से संपर्क करें।
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