Animal Health Tips : पशुपालक भाइयों, अप्रैल-मई की बढ़ती गर्मी दुधारू पशुओं जैसे गाय, भैंस के लिए मुश्किल भरी हो सकती है, गर्मी से उनका खाना-पीना कम होता है, और दूध उत्पादन 20-30% तक गिर सकता है, लेकिन बेकिंग सोडा (सोडियम बाइकार्बोनेट) का घोल एक आसान, सस्ता उपाय है, इसे मीठा सोडा भी कहते हैं, जो पशुओं को गर्मी से राहत देता है, उनके पाचन को सुधारता है, और दूध की मात्रा बरकरार रखता है, ये पशुओं के रक्त में अम्ल-क्षार संतुलन बनाए रखता है, जिससे उनकी सेहत बेहतर रहती है, और ये हर जगह आसानी से मिलता है, इस साधारण तरीके से अपने पशुओं को स्वस्थ रखें, और कमाई को बढ़ाएँ।
बेकिंग सोडा का घोल कैसे तैयार करें
बेकिंग सोडा का घोल बनाना बेहद आसान है, एक वयस्क गाय या भैंस (300-400 किलो वजन) के लिए 100-150 ग्राम बेकिंग सोडा लें, इसे 2-3 लीटर साफ पानी में अच्छे से घोलें, इसे दिन में एक बार, सुबह या शाम को पशु को पिलाएँ, छोटे बछड़ों या कम वजन वाले पशुओं के लिए 50-75 ग्राम काफी है, ध्यान रखें, घोल ताजा हो, और इसे चारे के साथ मिलाकर न दें, अगर पशु को दस्त या पेट फूलने की शिकायत हो, तो पहले पशु चिकित्सक से सलाह लें, सही मात्रा में देने से पशु की पाचन शक्ति बढ़ती है, और गर्मी में कमजोरी नहीं आती, ये तरीका वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित है, और पशुपालकों की आय को बचाता है।
गर्मी से बचाव और क्या करें
इस सोडा के साथ-साथ गर्मी से बचाने के लिए और उपाय अपनाएँ, पशुओं को छायादार, हवादार शेड में रखें, छप्पर पर गीली बोरियाँ डालें, दिन में 2-3 बार ठंडा पानी छिड़कें, पंखे या कूलर का इंतजाम करें, अगर संभव हो, पशुओं को सुबह 10 बजे से पहले और शाम 4 बजे बाद चराएँ, गर्मी में पानी की कमी न हो, दिन में 60-80 लीटर पानी पिलाएँ, नमक, गुड़ का घोल (50 ग्राम नमक, 100 ग्राम गुड़ प्रति 10 लीटर पानी) दें, ये इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करता है, इन उपायों से पशु गर्मी का तनाव झेल लेते हैं, और दूध की मात्रा स्थिर रहती है, जिससे आपकी कमाई बरकरार रहती है।
चारा और पोषण, सेहत का आधार
गर्मी में पशुओं का चारा सही रखना जरूरी है, हरा चारा जैसे बरसीम, मक्का, ज्वार 20-25 किलो, सूखा चारा जैसे भूसा 5-7 किलो प्रति पशु दें, चारे में 1-2 किलो दाना (गेहूं, मक्का, सरसों खली) मिलाएँ, गर्मी में पशु कम खाते हैं, इसलिए चारा छोटे-छोटे हिस्सों में 3-4 बार दें, नीम की पत्तियाँ, मूली के पत्ते मिलाएँ, जो पाचन सुधारते हैं, बेकिंग सोडा के घोल के साथ ये चारा पशुओं का पेट हल्का रखता है, और दूध में फैट, प्रोटीन की मात्रा बढ़ती है, अगर दूध कम हो रहा हो, तो 50 ग्राम खनिज मिश्रण (कैल्शियम, फॉस्फोरस) दें, ये पोषण पशुओं को गर्मी में ताकत देता है, और कमाई को बरकरार रखता है।
दूध उत्पादन, बरकरार रखने के टिप्स
बेकिंग सोडा का घोल दूध उत्पादन को स्थिर रखने में मदद करता है, ये पेट में रूमेन का pH संतुलित करता है, जिससे पाचन बेहतर होता है, और दूध की मात्रा नहीं गिरती, गर्मी में पशु को तनाव से बचाने के लिए शांत माहौल दें, तेज आवाज, भीड़ से दूर रखें, नियमित समय पर दूध निकालें, दिन में 2-3 बार दूध निकालना बेहतर है, अगर दूध 10-15% कम हो जाए, तो बेकिंग सोडा की मात्रा पशु चिकित्सक की सलाह से बढ़ाएँ, लेकिन 200 ग्राम प्रति दिन से ज्यादा न दें, साफ बर्तन, स्वच्छता का ध्यान रखें, इन टिप्स से एक गाय 10-15 लीटर, भैंस 8-12 लीटर दूध दे सकती है, और आपकी आय बनी रहती है।
मुनाफा और फायदा
मीठा सोडा का घोल और सही देखभाल से गर्मी में भी पशुपालन मुनाफेदार रहता है, एक गाय से रोज 10-15 लीटर दूध मिले, और 50-60 रुपये प्रति लीटर बिके, तो महीने में 15,000-27,000 रुपये की कमाई होती है, भैंस से 8-12 लीटर दूध से 12,000-21,000 रुपये मासिक आय संभव है, बेकिंग सोडा की लागत महीने में 200-300 रुपये प्रति पशु है, और ये दूध की मात्रा को 20-30% गिरने से बचाता है, लोकल डेयरी, होटल, या ऑनलाइन दूध बेचें, सरकार की पशुपालन योजनाओं, सब्सिडी का फायदा उठाएँ, ये तरीका पशुओं को स्वस्थ रखता है, और आपकी कमाई को गर्मी से होने वाले नुकसान से बचाता है।
ये भी पढ़ें – गर्मी में पशुओं की देखभाल के देसी नुस्खे, जानें कैसे रखें उन्हें स्वस्थ और तंदुरुस्त