गाय-भैंस का दूध हुआ कम? बस 7 दिन में बढ़ाएं 30% तक दूध, आजमाएं यह देसी पाउडर!

Animal Husbandry Tips: गाँव में खेती और पशुपालन हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा है। जब गाय या भैंस अच्छा दूध देती है, तो घर में खुशहाली छा जाती है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हमारे पशु कम दूध देने लगते हैं, और मेहनत का पूरा फल नहीं मिल पाता। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो चिंता न करें। आज हम आपके लिए एक ऐसा देसी नुस्खा लेकर आए हैं, जो बिल्कुल प्राकृतिक है और घर में आसानी से तैयार हो सकता है। ये नुस्खा न सिर्फ दूध बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि आपके पशुओं को तंदुरुस्त भी रखेगा।

घर का बना चूर्ण जो लाएगा बदलाव

इस नुस्खे के लिए आपको कुछ खास मसाले चाहिए, जो गाँव के हर घर में आसानी से मिल जाते हैं। मेथी दाना, अजवाइन, सौंफ, हल्दी और थोड़ी सी हींग बस यही सब लेकर आप तैयार हो जाइए। इन मसालों को बारीक पीस लें और अच्छे से मिलाकर एक डिब्बे में भर लें। ये चूर्ण आपके पशुओं के पेट को दुरुस्त करता है और उनकी सेहत को ऐसा बनाता है कि दूध की धार अपने आप बढ़ने लगती है।

हमारे गाँव के बड़े-बुजुर्ग भी ऐसे तरीकों पर भरोसा करते थे, और आज भी ये नुस्खा उतना ही कारगर है। ये कोई जादू नहीं, बल्कि प्रकृति का दिया हुआ तोहफा है, जो आपके खेत और पशुओं के लिए वरदान बन सकता है।

इस्तेमाल का आसान तरीका

अब आप सोच रहे होंगे कि इस चूर्ण को अपने पशुओं को कैसे देना है। तरीका बहुत आसान है। बस 50 ग्राम चूर्ण लें और इसे चारे या खली में अच्छे से मिला दें। फिर इसे दिन में दो बार अपनी गाय या भैंस को खिलाएं। अगर आप इसे लगातार सात दिन तक करते हैं, तो दूध में 25-30% तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। ये बात हम नहीं, बल्कि कृषि विशेषज्ञ प्रो. अशोक कुमार सिंह भी कहते हैं। उनके मुताबिक, ये चूर्ण पूरी तरह से सुरक्षित और प्राकृतिक है। इससे न सिर्फ दूध की मात्रा बढ़ती है, बल्कि आपके पशु भी चुस्त-दुरुस्त रहते हैं। ये छोटा सा प्रयास आपके लिए बड़ी राहत लेकर आ सकता है।

पशुओं की सेहत का पूरा ख्याल

इस नुस्खे को अपनाने के साथ-साथ कुछ बातों का ध्यान रखना भी ज़रूरी है। सबसे पहले तो अपने पशुओं को हरा चारा ज़रूर दें, क्योंकि ये उनकी ताकत का आधार है। गाँव में हरी घास और फसल के हरे पत्ते आसानी से मिल जाते हैं, जो पशुओं के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, समय-समय पर कीटों से बचाने के लिए दवा का छिड़काव करें, ताकि कोई बीमारी आपके पशुओं को न छू सके। साथ ही, खुराक में संतुलन बनाए रखें थोड़ा अनाज, खली और ये देसी चूर्ण मिलाकर दें। जब पशु की सेहत अच्छी होगी, तो दूध भी अपने आप बढ़ेगा। ये सब करने से आपके आँगन में दूध की बाल्टियाँ भरने लगेंगी और मेहनत रंग लाएगी।

क्यों है ये नुस्खा खास?

आपको बता दें कि ये चूर्ण इसलिए खास है, क्योंकि ये महंगी दवाइयों या बाज़ार के पाउडर पर निर्भर नहीं करता। गाँव में जो कुछ हमारे पास है, उसी से काम चल जाता है। मेथी और अजवाइन तो पेट की गड़बड़ी को ठीक करने के लिए मशहूर हैं, वहीं हल्दी और हींग पशुओं को बीमारियों से बचाती हैं। सौंफ इसमें एक मिठास लाती है, जिससे पशु इसे चटखारे लेकर खाते हैं।

ये सब मिलकर ऐसा कमाल करते हैं कि कुछ ही दिनों में आपको फर्क दिखने लगेगा। गाँव के कई किसान भाइयों ने इसे आज़माया है और अपनी मेहनत का फल दूध के रूप में पाया है। आप भी इसे एक बार इस्तेमाल करें, फिर देखें कैसे आपके पशु और घर दोनों खुशहाल हो जाते हैं।

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  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

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