गाय-भैंस नहीं हो रही गाभिन? बस 50 ग्राम ये पाउडर दें, चमत्कारिक असर चंद दिनों में!

Animal Husbandry Tips: गाँव में पशुपालन करने वाले भाइयों की सबसे बड़ी टेंशन तब होती है, जब अच्छी नस्ल की गाय-भैंस भी गाभिन नहीं होती। मेहनत और पैसा लगाने के बाद भी जब दूध नहीं मिलता, तो परेशानी बढ़ जाती है। ऐसा कई बार पोषण की कमी, गर्भाशय में इन्फेक्शन या दूसरी जैविक दिक्कतों की वजह से होता है। लेकिन टेंशन ना लें, खेरवा कृषि विज्ञान केंद्र के जानकार डॉ. शरदभाई सोनी ने कुछ आसान तरीके बताए हैं, जिनसे पशु गाभिन भी होंगे और दूध भी बढ़ेगा।

पोषण की कमी है बड़ी वजह

डॉ. सोनी कहते हैं कि गाय-भैंस के गाभिन न होने की सबसे बड़ी वजह उनके खाने में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी है। अगर पशुओं को रोज 50 ग्राम केलाटेड मिनरल मिक्सर पाउडर चारे में मिलाकर खिलाओ, तो ये कमी दूर हो सकती है। ये पाउडर बाजार में आसानी से मिल जाता है, और गाँव के पशु चिकित्सालय से भी पूछ सकते हो। इससे पशु की ताकत बढ़ती है, और गर्भ ठहरने की उम्मीद भी बढ़ जाती है। इसके अलावा, चारे में हरा चारा, भूसा और दाना सही मात्रा में दो, ताकि पेट की सेहत ठीक रहे।

इन्फेक्शन का इलाज जरूरी

कई बार गाय या भैंस की योनि से सफेद पानी निकलता है, जो गर्भाशय में इन्फेक्शन का इशारा हो सकता है। ऐसा होने पर फटाफट पशु डॉक्टर से मिलें। डॉ. सोनी बताते हैं कि डॉक्टर की सलाह से 3 दिन तक एंटीबायोटिक दवा देने से गर्भाशय साफ हो जाता है। इससे इन्फेक्शन खत्म होता है, और पशु के गाभिन होने की राह आसान हो जाती है। गाँव में कई बार ये दिक्कत गंदगी या खराब चारे से भी होती है, तो पशुओं के रहने की जगह को साफ रखें और ताजा चारा दें।

गर्मी न आए तो क्या करें

अगर गाय-भैंस को 3 महीने तक गर्मी नहीं आती, तो समझ लें कुछ गड़बड़ है। ऐसे में तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सालय जाएँ। डॉक्टर हार्मोन ट्रीटमेंट या दूसरा इलाज बता सकते हैं। समय पर इलाज न करने से पशु बांझ हो सकता है, और दूध का नुकसान भी होगा। डॉ. सोनी कहते हैं कि सही वक्त पर कदम उठाओ, तो पशुपालन में फायदा ही फायदा है। गर्मी के लक्षणों पर नजर रखो—जैसे पशु का बेचैन होना, बार-बार आवाज करना या पूँछ उठाना।

दूध बढ़ाने का आसान तरीका

जब पशु गाभिन हो जाए, तो दूध की पैदावार भी अपने आप बढ़ने लगती है। लेकिन इसके लिए खुराक का ध्यान रखना जरूरी है। मिनरल मिक्सर के साथ-साथ थोड़ा गुड़, सत्तू या हरी घास मिलाकर दें। साफ पानी का इंतजाम हमेशा रखें, क्योंकि पानी की कमी से भी दूध कम हो सकता है। गाँव में कई बार देसी नुस्खे जैसे मेथी का चारा या सरसों की खल खिलाने से भी फायदा होता है। पशु को तनाव से बचाएं, और दिन में दो बार दूध निकालें, ताकि उत्पादन बढ़े।

गाँव के पशुपालकों के लिए सलाह

पशुपालन में थोड़ी सी समझदारी से बड़ा फायदा हो सकता है। पोषण ठीक करें, इन्फेक्शन का इलाज करें और गर्मी का इंतजार ना करें—बस इन बातों का ध्यान रखें। गाय-भैंस गाभिन होंगी, तो बछड़े भी होंगे और दूध भी बढ़ेगा। गाँव में पशु चिकित्सक से संपर्क बनाए रखें, और छोटी-मोटी दिक्कत को बढ़ने मत दें। ये आसान तरीके आपकी मेहनत को रंग लाएंगे।

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  • Shashikant

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