Torai Ki Kheti: आजकल सब्जियों की खेती किसानों के लिए सोने की खान बन गई है, और उसमें भी तोराई की खेती से तो किसान भाई साल में दो बार मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। बाजार में तोराई की डिमांड हमेशा बनी रहती है, और ये कम लागत में बंपर फायदा देती है। बाराबंकी जिले के किसान तोराई की खेती से लाखों कमा रहे हैं, और आप भी इसे अपनाकर अपनी जेब भर सकते हो। ये फसल न सिर्फ आसान है, बल्कि हर दिन तोड़कर बेचने से रोज की कमाई भी पक्की हो जाती है।
बाराबंकी के बेरहरा गाँव का किसान चमन मिश्रा आज हर किसी के लिए मिसाल बन गया है। चमन भाई पिछले 2-3 साल से हरी सब्जियों की खेती कर रहे हैं, और अब वो 2 बीघे में देसी तोराई की खेती कर रहे हैं। उनकी मेहनत रंग लाई, और एक फसल से उन्हें 80-90 हजार रुपये का मुनाफा आसानी से मिल जाता है। चमन मिश्रा ने बताया कि 1 बीघे में सिर्फ 6-7 हजार रुपये की लागत लगती है, और मुनाफा 80-90 हजार तक पहुँच जाता है। यानी लागत का 10 गुना फायदा! बाराबंकी में कई किसान अब दूसरी फसलों को छोड़कर तोराई की खेती की तरफ बढ़ रहे हैं।
मचान विधि का कमाल
चमन मिश्रा ने अपनी कामयाबी का राज मचान विधि को बताया। मचान विधि में तोराई के पौधों को बांस और तार की मदद से ऊपर चढ़ाया जाता है, जिससे वो अच्छे से फैलते हैं और ज्यादा फलियाँ देते हैं। इस विधि से फसल की क्वालिटी भी बढ़िया रहती है, और पैदावार भी ज्यादा होती है। चमन भाई कहते हैं कि मचान विधि से 50-60 दिनों में फसल तैयार हो जाती है। इसके बाद हर दिन तोराई तोड़कर बाजार में बेचने से रोज की कमाई शुरू हो जाती है। मचान विधि से पौधे हवा में फैलते हैं, जिससे कीट और रोगों का खतरा भी कम हो जाता है।
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खेती की आसान तरकीब
तोराई की खेती इतनी आसान है कि कोई भी किसान इसे शुरू कर सकता है। सबसे पहले खेत को अच्छे से जोत लो। फिर खेत में मेड़ बना लो, और 1-2 हाथ की दूरी पर तोराई के बीज बो दो। बीज उगने के बाद पौधों को समय पर पानी दो। जब पौधे थोड़े बड़े हो जाएँ, तो बांस और तार से मचान बनाकर उन्हें चढ़ा दो। मचान पर पौधे अच्छे से फैल जाएँगे, और 50-60 दिनों में फलियाँ आने लगेंगी। हर दिन तोराई तोड़कर बाजार में बेच सकते हो। अगर कीटों का डर हो, तो नीम का तेल छिड़क दो। इस फसल में खरपतवार भी कम होता है, जिससे मेहनत कम लगती है।
बाजार में तगड़ा रेट
तोराई की बाजार में हमेशा अच्छी डिमांड रहती है, खासकर गर्मियों में। चमन मिश्रा बताते हैं कि गर्मियों में देसी तोराई की बिक्री खूब होती है, और इस समय उनके खेत की तोराई अच्छे रेट में बिक रही है। बाजार में तोराई का भाव 20-30 रुपये प्रति किलो तक रहता है। एक बीघे से 2-3 टन तक तोराई की पैदावार हो सकती है, यानी 40,000 से 90,000 रुपये तक की कमाई आसानी से हो जाती है। लागत निकालने के बाद भी 80-90 हजार का मुनाफा पक्का है। सब्जियों की खेती से हर दिन कमाई का जरिया बन जाता है, जो किसानों के लिए बड़ी राहत है।
कम लागत, बंपर मुनाफा
तोराई की खेती का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें लागत कम लगती है और मुनाफा ज्यादा मिलता है। 1 बीघे में सिर्फ 6-7 हजार रुपये की लागत लगती है, जिसमें बीज, खाद, और मचान का खर्च शामिल है। इसके बदले 80-90 हजार का मुनाफा मिलता है, यानी 10-12 गुना फायदा! साल में दो बार फसल ले सकते हो, तो कमाई भी दोगुनी। चमन मिश्रा कहते हैं कि दूसरी फसलों की तुलना में तोराई की खेती ज्यादा फायदेमंद है। बस खेत को अच्छे से तैयार करो, सही समय पर पानी दो, और मचान विधि अपनाओ फिर देखो कैसे खेत सोने की तरह चमकने लगता है।