धान किसानों के लिए BASF ने लॉन्च किया वैलेक्सियो कीटनाशक और मिबेल्या फफूंदनाशक!

खेती में धान हमारी रीढ़ है, और इसे कीटों व रोगों से बचाना हर किसान भाई की सबसे बड़ी चुनौती होती है। BASF इंडिया ने भारतीय धान किसानों के लिए दो नए और शक्तिशाली उत्पाद लॉन्च किए हैं – वैलेक्सियो कीटनाशक और मिबेल्या फफूंदनाशक। ये दोनों उत्पाद धान की फसल को कीटों और रोगों से लड़ने में मदद करेंगे, जिससे आपकी पैदावार बढ़ेगी और खाद्य सुरक्षा के लिए भारत का योगदान और मजबूत होगा। खास बात ये है कि ये उत्पाद जून 2025 से उपलब्ध हैं, जो खरीफ सीजन की बुवाई के लिए एकदम सही समय है।

जलवायु संकट में धान की रक्षा

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चावल उत्पादक देश है, जो हर साल 100 मिलियन टन से ज्यादा चावल पैदा करता है और वैश्विक चावल व्यापार में करीब 40 फीसदी हिस्सा देता है। लेकिन जलवायु परिवर्तन ने धान की खेती को मुश्किल बना दिया है। अनियमित बारिश, सूखा, और हूपर जैसे कीटों की बढ़ती तादाद ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। BASF के वैलेक्सियो और मिबेल्या इस मुश्किल घड़ी में आपके लिए संजीवनी की तरह हैं। वैलेक्सियो हूपर जैसे कीटों को जड़ से खत्म करता है, जबकि मिबेल्या शीथ ब्लाइट और डर्टी पैनिकल जैसे रोगों से फसल को बचाता है। इनके इस्तेमाल से पौधे तंदुरुस्त रहते हैं और पैदावार भी बढ़ती है।

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वैलेक्सियो: कीटों का काल

वैलेक्सियो कीटनाशक धान के लिए BASF का नया हथियार है, जो खास तौर पर हूपर जैसे कीटों को निशाना बनाता है। ये कीटनाशक हूपर के हर जीवन चरण को खत्म करने में सक्षम है, और सबसे बड़ी बात ये है कि इसके खिलाफ कीटों में अभी तक कोई प्रतिरोध (रेसिस्टेंस) नहीं देखा गया है। इसका मतलब है कि ये लंबे समय तक कारगर रहेगा।

परीक्षणों में पाया गया कि वैलेक्सियो से उपचारित खेतों में धान के पौधों का तना मजबूत होता है, पत्तियां चौड़ी और हरी-भरी रहती हैं, और जड़ें भी गहरी और स्वस्थ होती हैं। इससे न सिर्फ कीटों से बचाव होता है, बल्कि फसल की पैदावार भी बढ़ती है। मानसून की शुरुआत में ये कीटनाशक आपके खेतों को कीटों से सुरक्षित रखने का भरोसेमंद साथी है।

मिबेल्या: रोगों से जंग का नया तरीका

मानसून का मौसम धान की खेती के लिए वरदान है, लेकिन इसके साथ शीथ ब्लाइट और डर्टी पैनिकल जैसे रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। मिबेल्या फफूंदनाशक इस खतरे से लड़ने के लिए BASF का नया हथियार है। ये दो शक्तिशाली सक्रिय तत्वों – रेविसोल और जेमियम – से बना है, जो तेजी से काम करता है, पौधे के अंदर गहराई तक जाता है, और लंबे समय तक रोगों से सुरक्षा देता है। मिबेल्या का डुअल-एक्शन फॉर्मूला धान की फसल को शीथ ब्लाइट जैसे रोगों से बचाता है, जिससे पौधे स्वस्थ रहते हैं और अनाज की गुणवत्ता बनी रहती है। खास बात ये है कि ये पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है और वैश्विक सुरक्षा मानकों पर खरा उतरता है।

किसानों के लिए BASF का वादा

BASF इंडिया के बिजनेस डायरेक्टर, गिरीधर रानुवा ने कहा, “हमने किसानों से बातचीत में जाना कि उनकी सबसे बड़ी चिंता अपनी फसल की पैदावार को सुरक्षित करना और बढ़ाना है। वैलेक्सियो और मिबेल्या के साथ हम इस चिंता का ठोस जवाब दे रहे हैं। हमारी टीम यह सुनिश्चित करेगी कि ये उत्पाद हर किसान तक पहुंचें, खासकर खरीफ सीजन की बुवाई के समय।” BASF ने कृषि वैज्ञानिकों, प्राधिकरणों और किसान समुदाय के साथ मिलकर इन उत्पादों को विकसित किया है ताकि धान की खेती को और मजबूत किया जा सके। ये उत्पाद न सिर्फ फसल की रक्षा करते हैं, बल्कि टिकाऊ खेती को भी बढ़ावा देते हैं।

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  • Shashikant

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