बीन्स की यह हाई-यील्ड वैरायटी देगी कम खर्च में शानदार फसल, ऑनलाइन उपलब्ध यहाँ से करें ऑर्डर

Beans Farming Kohinoor Variety:  अब किसान भाई धान-गेहूं के साथ-साथ दलहनी फसलों की खेती बड़े पैमाने पर कर रहे हैं। इसमें बीन्स की खेती खूब चल रही है, क्योंकि ये कम लागत में बढ़िया मुनाफा देती है। राष्ट्रीय बीज निगम (NSC) किसानों की मदद के लिए बीन्स की उन्नत किस्म कोहिनूर 51-IUS-500 के बीज ऑनलाइन बेच रहा है। ये फसल कम पानी में भी अच्छी पैदावार देती है और सूखे इलाकों में भी उग जाती है। खाद-पानी की ज्यादा जरूरत नहीं, और पशुओं के चारे के लिए भी बेस्ट है। अगर आप भी बीन्स लगाकर मोटी कमाई करना चाहते हैं, तो ये मौका आपके लिए है।

कोहिनूर 51 की खासियत

बीन्स की कोहिनूर 51-IUS-500 किस्म बाकी किस्मों से अलग है। इसके फल हरे और लंबे होते हैं, जो देखने में भी अच्छे लगते हैं। इसे बोने के 50-60 दिन बाद पहली तुड़ाई शुरू हो जाती है, और 90-100 दिनों में फसल पूरी तैयार हो जाती है। खास बात ये है कि इसे रबी, खरीफ और जायद—तीनों सीजन में उगा सकते हैं। मार्च-अप्रैल में बोई जाए, तो गर्मियों में बढ़िया मुनाफा मिलेगा। ये किस्म पैदावार भी अच्छी देती है और बाजार में इसकी डिमांड भी रहती है।

बीज कहाँ से और कितने में मंगवाएँ

अगर आप कोहिनूर 51 की खेती शुरू करना चाहते हैं, तो राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट से इसके बीज मंगवा सकते हैं। 500 ग्राम का पैकेट अभी 42% छूट के साथ सिर्फ 550 रुपये में मिल रहा है। ऑनलाइन ऑर्डर करें, और बीज आपके घर तक पहुँच जाएँगे। इतने सस्ते दाम में इतनी बढ़िया किस्म मिलना किसानों के लिए बड़ा फायदा है। बस ऑर्डर करते वक्त सही पता दें, ताकि डिलीवरी में कोई दिक्कत न हो।

बीन्स की खेती का आसान तरीका

बीन्स की खेती हर मौसम में हो सकती है, पर सही तरीके से करें, तो फायदा दोगुना होगा। एक हेक्टेयर खेत के लिए 15-20 किलो बीज लें। बीज को बोने से पहले बीजोपचार कर लें, ताकि कीटों से बचाव हो। खेत को जोतकर तैयार करें, फिर कतारों में बीज बोएँ। हर कतार के बीच 30 सेमी और हर पौधे के बीच 10 सेमी की दूरी रखें। बुवाई के बाद हल्का पानी दें, जिससे बीज जल्दी अंकुरित हो। इसके बाद 10-12 दिन के अंतर पर हल्की सिंचाई करते रहें। खरपतवार निकालें और नीम तेल का छिड़काव करें, ताकि कीड़े न लगें।

मुनाफे का मौका

बीन्स की खेती सस्ती और आसान है। ये कम पानी में उगती है, और इसकी फलियाँ बाजार में अच्छे दाम पर बिकती हैं। कोहिनूर 51 से एक हेक्टेयर में 20-25 क्विंटल तक पैदावार हो सकती है। अगर बाजार में 40-50 रुपये प्रति किलो भी मिले, तो 8-10 लाख की कमाई हो सकती है। पशुओं के चारे के लिए भी बेच सकते हैं। तो देर न करें, अभी बीज मंगवाएँ और खेती शुरू करें।

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  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और मैंने संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं Krishitak.com का संस्थापक और प्रमुख लेखक हूं। पिछले 3 वर्षों से मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाएं, और ग्रामीण भारत से जुड़े विषयों पर लेखन कर रहा हूं।

    Krishitak.com के माध्यम से मेरा उद्देश्य है कि देशभर के किसानों तक सटीक, व्यावहारिक और नई कृषि जानकारी आसान भाषा में पहुँचे। मेरी कोशिश रहती है कि हर लेख पाठकों के लिए ज्ञानवर्धक और उपयोगी साबित हो, जिससे वे खेती में आधुनिकता और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकें।

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