गेहूं-धान की पुरानी खेती से ऊब चुके किसान भाइयों के लिए खुशखबरी है। अब नवंबर में चुकंदर की क्रिमसन ग्लोब किस्म बोकर 100 दिन में ही लाखों कमा सकते हैं। यह फसल कम लागत, कम पानी और कम मेहनत में तैयार हो जाती है। जिला उद्यान अधिकारी डॉ. पुनीत कुमार पाठक बताते हैं कि पारंपरिक फसलों से हटकर चुकंदर अपनाएं तो आमदनी सरकारी नौकरी से भी ज्यादा हो सकती है। एक हेक्टेयर में 300 क्विंटल पैदावार, 20 रुपये प्रति किलो भाव से 6 लाख तक की कमाई यह कोई सपना नहीं, हकीकत है।
क्रिमसन ग्लोब जूस बनाने वाली प्रोसेसिंग वैरायटी है। इसका रंग गहरा लाल, आकार गोल और स्वाद मीठा। बाजार में जूस कंपनियां इसे हाथों-हाथ लेती हैं। ठंडी जलवायु में यह फसल चमकती है, इसलिए नवंबर की बुवाई बेस्ट। रोग प्रतिरोधी होने से दवाओं का खर्च बचता है, और ज्यादा सिंचाई की जरूरत नहीं। यूपी के शाहजहांपुर से लेकर बिहार-उत्तराखंड तक किसान इसे अपना रहे हैं।
क्रिमसन ग्लोब की खासियतें जो दिलाएंगी बंपर फायदा
यह किस्म 90-100 दिन में तैयार हो जाती है। जड़ें मोटी, चमकदार और वजनदार। एक हेक्टेयर में आसानी से 300 क्विंटल तक उत्पादन। रोगों से लड़ने की ताकत इतनी कि मैन्कोजेब जैसे फफूंदनाशक की जरूरत कम। पानी की बचत क्योंकि जड़ें गहरी होती हैं, सूखे में भी टिकती है। जूस इंडस्ट्री में डिमांड हाई, इसलिए भाव 20-30 रुपये प्रति किलो तक। अगर प्रोसेसिंग यूनिट से सीधा कॉन्ट्रैक्ट करें तो और ज्यादा फायदा। डॉ. पाठक कहते हैं कि यह वैरायटी किसानों की आय दोगुनी करने का सीधा रास्ता है।
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खेती का आसान तरीका
नवंबर में खेत तैयार करें दो-तीन जुताई, गोबर खाद 20-25 टन मिलाएं। मिट्टी दोमट हो तो बेस्ट, पीएच 6-7.5। बीज दर 6-8 किलो प्रति हेक्टेयर। लाइन से लाइन 45 सेमी, पौधे से पौधे 10 सेमी दूरी। बुवाई के बाद हल्की सिंचाई, फिर हर 10-12 दिन। निराई एक बार 20 दिन बाद। खाद में नाइट्रोजन-पोटाश बैलेंस रखें। कीटों के लिए नीम तेल काफी। 100 दिन बाद जब जड़ें गोल और लाल हो जाएं, तो निकाल लें। पत्तियां अलग कर पैकिंग करें, बाजार भेजें।
एक किसान भाई ने बताया कि पहले गेहूं से मुश्किल से 50-60 हजार बचते थे, अब चुकंदर से 5-6 लाख। लागत सिर्फ 1-1.5 लाख, बाकी शुद्ध मुनाफा। जूस फैक्टरियां घर से ले जाती हैं, ट्रांसपोर्ट का खर्च भी बचता है।
बाजार और कमाई का गणित
300 क्विंटल × 20 रुपये = 6 लाख ग्रॉस इनकम। लागत घटाकर 4.5-5 लाख शुद्ध। अगर 25 रुपये भाव मिले तो 7.5 लाख तक। दिल्ली, लखनऊ, कानपुर की मंडियों में डिमांड हमेशा। ऑर्गेनिक तरीके से उगाएं तो प्रीमियम भाव 30-40 रुपये। छोटे किसान भी 0.5 हेक्टेयर से शुरू कर 2-3 लाख कमा सकते हैं।
शाहजहांपुर के किसानों से बात की तो वे उत्साहित हैं। उनका कहना है कि चुकंदर ने उनकी जिंदगी में रंग भर दिया। सरकारी नौकरी की सैलरी से ज्यादा, वह भी घर बैठे। भाईयों, नवंबर चल रहा है बीज लें, खेत तैयार करें। क्रिमसन ग्लोब अपनाएं, तिजोरी भरें। उद्यान विभाग से संपर्क करें, सब्सिडी का फायदा उठाएं। यह फसल न सिर्फ पैसे देगी, बल्कि सेहत भी सुधारेगी।
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