किसान भाइयों, बंगाल जूही धान की खेती कम समय में मोटा मुनाफा देती है। ये सुगंधित, छोटे दाने वाली किस्म पश्चिम बंगाल, बिहार में खूब उगाई जाती है। इसके चावल की मिठास, मुलायमपन और खुशबू इसे बाजार में अलग बनाती है। ये 3000-5000 रुपये प्रति क्विंटल बिकता है। फसल 110-120 दिन में तैयार हो जाती है और एक हेक्टेयर से 40-50 क्विंटल धान निकलता है। कम पानी और रोगों से लड़ने की ताकत इसे हर किसान के लिए फायदेमंद बनाती है। जून-जुलाई में शुरू करो और मेहनत को मोती में बदल दो।
बंगाल जूही की विशेषताएँ
बंगाल जूही के छोटे, गोल दाने खीर, बिरयानी में खूब चलते हैं। इनकी फूलों जैसी खुशबू और मिठास ग्राहकों को लुभाती है। 110-120 दिन में पककर तैयार हो जाता है। खरीफ सीजन के लिए बेस्ट है। पौधा 90-110 सेमी लंबा, अर्ध-बौना है। तेज हवाओं में नहीं गिरता। झोंका रोग, तना छेदक कीट से थोड़ा लड़ सकता है। 25-35 डिग्री तापमान और 1000-1500 मिमी बारिश में अच्छा उगता है। चावल पकाने पर दाने अलग रहते हैं। निर्यात में भी दम है।
खेत की तैयारी, मजबूत नींव
बंगाल जूही के लिए दोमट, चिकनी मटियार मिट्टी अच्छी रहती है। मिट्टी का pH 5.5-7 रखो। गहरी जुताई करो। 8-10 टन गोबर की खाद हेक्टेयर में डालो। जून में खेत तैयार कर लो। लेवलर से खेत बराबर करो ताकि पानी ठीक बँटे। 25-35 डिग्री तापमान और मॉनसून की नमी इसके लिए सही है। जुताई के बाद हल्का पानी दो। खरपतवार कम होंगे। सही तैयारी से पौधे तगड़े उगते हैं। उपज भी 10-15% बढ़ जाती है।
बीज और रोपण का तरीका
हेक्टेयर में 25-30 किलो बीज रोपाई के लिए काफी है। बवेरिया बैसिलस से बीज का उपचार करो। जून में नर्सरी डालो। 25-30 दिन बाद 20×15 सेमी दूरी पर रोपाई करो। बीज कृषि केंद्र, पश्चिम बंगाल कृषि विभाग या Agrostar से लो। जुलाई में रोपाई करो। मॉनसून का पूरा फायदा मिलेगा। सही रोपण से पौधे जल्दी बढ़ते हैं। 110-120 दिन में फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
देखभाल और सिंचाई
रोपाई के बाद तुरंत पानी दो। फिर हर 5-7 दिन में 5 सेमी पानी रखो। ड्रिप सिस्टम से 20-25% पानी बचता है। 2 टन वर्मी कम्पोस्ट, 500 किलो नीम की खली डालो। हर 15 दिन में जीवामृत छिड़को। गंधी बग, झोंका रोग से बचाने के लिए नीम तेल छिड़क दो। 20-25 दिन बाद गुड़ाई करो। खरपतवार हटाओ। सही देखभाल से एक पौधा 50-60 दाने वाली बाली देता है। उपज बढ़ती है।
उत्पादन और मुनाफा, मोटी कमाई
बंगाल जूही से 40-50 क्विंटल धान हेक्टेयर में मिलता है। अच्छी देखभाल से 55-60 क्विंटल भी हो सकता है। 110-120 दिन में कटाई करो। दाने सुनहरे होने पर सुबह काटो। लागत 40-50 हजार रुपये है। 40-50 क्विंटल धान 3000-5000 रुपये प्रति क्विंटल बिकने पर 1.2-2.5 लाख रुपये कमाई होती है। लागत निकालकर 80,000-2 लाख मुनाफा बचता है। मंडी, चावल मिलों, निर्यात बाजार में बेचो। भूसा 5-10 हजार रुपये अतिरिक्त देता है। मेहनत चमकते मोती बन जाती है।
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