मशरूम की खेती पर भारी सब्सिडी, सरकार किट से झोपड़ी तक दे रही मदद, आवेदन शुरू

बिहार के किसान भाइयों के लिए कमाई का नया रास्ता खुल गया है। राज्य सरकार मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए भारी सब्सिडी दे रही है। मशरूम किट और झोपड़ी योजना के जरिए छोटे किसान भी घर बैठे अच्छी कमाई कर सकेंगे। कृषि विभाग की इस स्कीम का नाम है मशरूम हट और किट वितरण। पहले आओ पहले पाओ के आधार पर चल रही ये योजना खेती से अतिरिक्त आय का मौका दे रही है। आज तक की 12 नवंबर 2025 की रिपोर्ट बताती है कि पैडी, बटन और बकेट मशरूम की किट पर 90 प्रतिशत तक सब्सिडी मिल रही, जबकि झोपड़ी बनाने पर आधी रकम सरकार उठाएगी।

किसानों को सिर्फ आवेदन करना है, बाकी सरकार संभालेगी। ऑनलाइन पोर्टल पर फॉर्म भरा जा रहा है। जो पहले आएगा, उसे पहले लाभ मिलेगा। ये स्कीम खास तौर पर उन किसानों के लिए है, जो धान या गेहूं के साथ कुछ नया करना चाहते हैं। मशरूम की मांग बाजार में बढ़ रही है, होटल से लेकर घर तक हर जगह बिकता है। बिहार कृषि विभाग के अधिकारी कहते हैं कि एक किट से 15-20 दिन में फसल तैयार, और मुनाफा दोगुना।

पैडी और ओयेस्टर मशरूम किट पर 90 प्रतिशत सब्सिडी

सबसे सस्ती और आसान है पैडी या ओयेस्टर मशरूम की खेती। एक किट की कुल कीमत 75 रुपये रखी गई है। सरकार 90 प्रतिशत सब्सिडी दे रही, यानी किसान को सिर्फ 7.50 रुपये देने होंगे। प्रति किट 67.50 रुपये की मदद सीधे मिलेगी। न्यूनतम 25 किट और अधिकतम 100 किट तक का लाभ एक किसान ले सकता है। मतलब, 100 किट पर कुल खर्च 7500 रुपये, लेकिन सब्सिडी के बाद सिर्फ 750 रुपये जेब से। बाकी सरकार देगी।

कृषि विश्वविद्यालय सबौर की रिपोर्ट के मुताबिक, एक किट से 2-3 किलो मशरूम निकलता है। बाजार भाव 150-200 रुपये किलो चल रहा। यानी 100 किट से 20-30 हजार की कमाई, सिर्फ 15 दिन में। गांव में ही बिक जाता है, ढुलाई का खर्च भी नहीं।

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बटन मशरूम किट भी सस्ती, 90 प्रतिशत मदद

बटन मशरूम की किट थोड़ी महंगी है, लेकिन मुनाफा ज्यादा। एक किट की कीमत 90 रुपये है। 90 प्रतिशत सब्सिडी के बाद किसान को 9 रुपये ही देने होंगे। प्रति किट 81 रुपये की सहायता। न्यूनतम 25 और अधिकतम 100 किट तक मिल सकती हैं। 100 किट पर कुल 9000 रुपये, सब्सिडी बाद सिर्फ 900 रुपये।

बटन मशरूम शहरों में 250-300 रुपये किलो बिकता है। एक किट से 2.5 किलो तक पैदावार। यानी 100 किट से 50 हजार से ऊपर की कमाई आसानी से। बिहार में पटना, गया, मुजफ्फरपुर के बाजारों में इसकी डिमांड बनी रहती है।

बकेट मशरूम किट

बकेट मशरूम की खेती घर के कोने में हो जाती है। एक बकेट की कीमत 300 रुपये। 90 प्रतिशत सब्सिडी के बाद किसान को 30 रुपये देने होंगे। प्रति बकेट 270 रुपये की मदद। न्यूनतम 2 और अधिकतम 10 बकेट तक का लाभ। 10 बकेट पर कुल 3000 रुपये, सब्सिडी बाद सिर्फ 300 रुपये।

एक बकेट से 5-6 किलो मशरूम निकलता है। 15 दिन में तैयार। बाजार में 200 रुपये किलो से कम नहीं बिकता। 10 बकेट से 50 किलो, यानी 10 हजार से ज्यादा की कमाई। औरतें, बुजुर्ग, कोई भी कर सकता है। जगह भी कम लगती है।

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झोपड़ी पर 50 प्रतिशत सब्सिडी

जो किसान बड़ा काम करना चाहते हैं, उनके लिए झोपड़ी योजना है। मशरूम हट बनाने की कुल लागत 1 लाख 79 हजार 500 रुपये है। सरकार 50 प्रतिशत दे रही, यानी 89 हजार 750 रुपये सीधे खाते में। किसान को सिर्फ 89 हजार 750 रुपये लगाने होंगे। प्रति किसान सिर्फ एक झोपड़ी का लाभ।

झोपड़ी में 500-1000 किट रखी जा सकती हैं। साल भर खेती चलेगी। एक सीजन में 5-6 लाख की कमाई संभव। बिहार कृषि विभाग की गाइडलाइन कहती है कि बांस, प्लास्टिक और जूट से झोपड़ी बनेगी। ठंडक बनी रहेगी, मशरूम अच्छा होगा।

आवेदन कैसे करें, कब तक मौका

आवेदन ऑनलाइन हो रहा है। बिहार कृषि विभाग की वेबसाइट या DBT पोर्टल पर फॉर्म भरा जा रहा है। आधार, बैंक खाता, जमीन का कागज लगेगा। जिला उद्यान पदाधिकारी कार्यालय में भी फॉर्म मिल रहा है। पहले आओ पहले पाओ, इसलिए जल्दी करें।

कृषि विभाग के सूत्र बता रहे हैं कि दिसंबर तक आवेदन चलेंगे। जनवरी से किट बंटनी शुरू हो जाएंगी। जो किसान पहले अप्लाई करेंगे, उन्हें पहले सामान मिलेगा। पिछले साल भी ऐसी स्कीम चली थी, हजारों किसानों ने फायदा उठाया। इस बार लक्ष्य एक लाख किट बांटने का है।

बिहार में मशरूम की खेती तेजी से फैल रही है। पटना के पास नालंदा, वैशाली में किसान लाखों कमा रहे हैं। सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक मशरूम उत्पादन दोगुना हो। ये स्कीम उसी दिशा में कदम है। किसान भाइयों, मौका हाथ से न जाने दें। छोटी सी शुरुआत, बड़ी कमाई का रास्ता।

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  • Shashikant

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