उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में बर्ड फ्लू ने पोल्ट्री फार्म मालिकों की नींद उड़ा दी है। बिलासपुर तहसील के सिहोरा गाँव और आसपास के इलाकों में हजारों मुर्गियों की मौत हो चुकी है। प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है और बर्ड फ्लू के फैलाव को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। अगर आप भी पोल्ट्री फार्म चलाते हैं या गाँव में चिकन का धंधा करते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है। आइए, देसी अंदाज में समझते हैं कि रामपुर में क्या हो रहा है और अपने फार्म को कैसे बचा सकते हैं।
बर्ड फ्लू ने मचाया हड़कंप
रामपुर के बिलासपुर और काशीपुर इलाकों में पोल्ट्री फार्मों में बड़ी संख्या में मुर्गियां मर रही हैं। बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) और भोपाल की लैब में सैंपल जांच के बाद पक्का हो गया है कि यह बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा H5 वायरस) का असर है। रामपुर उत्तराखंड की सीमा से सटा है, और वहां भी बर्ड फ्लू की खबरें थीं। अब बिलासपुर के सिहोरा गाँव में 15,000 से ज्यादा मुर्गियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। कुछ फार्मों में तो 36,600 तक मुर्गियां मारी जा चुकी हैं। यह खबर सुनकर गाँव के पोल्ट्री फार्म मालिक चिंता में हैं, लेकिन प्रशासन ने इसे रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं।
चिकन और अंडे की बिक्री पर रोक
जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह और पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्रा ने बर्ड फ्लू को फैलने से रोकने के लिए सख्त फैसला लिया है। रामपुर में अगले 21 दिन तक चिकन, मुर्गा, और अंडों की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। साथ ही, सिहोरा गाँव के आसपास 10 किलोमीटर के इलाके को निगरानी जोन बना दिया गया है, और 1 किलोमीटर के दायरे में आने-जाने पर भी पाबंदी है। प्रशासन ने चिकन की दुकानों और नॉनवेज रेस्टोरेंट्स को बंद करने का आदेश दिया है। इसका मकसद है कि बर्ड फ्लू का वायरस इंसानों तक न पहुंचे। अगर आप चिकन या अंडे का धंधा करते हैं, तो इन नियमों का पालन करें, वरना जुर्माना हो सकता है।
ये भी पढ़ें- फसल बेचते ही मिलेगा इनाम! E-NAM और ई-पेमेंट पर किसानों के लिए खास योजना
पोल्ट्री फार्म को बचाने का तरीका
बर्ड फ्लू से अपने फार्म को बचाने के लिए कुछ आसान और देसी उपाय अपनाएं। सबसे पहले, अपने फार्म को साफ रखें। मरी हुई मुर्गियों को खुले में न फेंके, बल्कि गड्ढा खोदकर उन्हें जमीन में दबाएं और ऊपर से चूना डालें। रामपुर में कुछ फार्म मालिकों ने लापरवाही बरती और मरी मुर्गियों को खुले में फेंक दिया, जिससे वायरस फैलने का खतरा बढ़ गया। अपने फार्म को रोज सैनिटाइज करें और बाहरी लोगों या जानवरों को अंदर न आने दें। अगर कोई मुर्गी बीमार दिखे, तो तुरंत पशु चिकित्सा अधिकारी को बताएं। प्रशासन ने सलाह दी है कि मरे हुए पक्षियों से दूर रहें और साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें।
सैंपल जांच और प्रशासन की सख्ती
रामपुर प्रशासन ने बर्ड फ्लू पर काबू पाने के लिए कई टीमें बनाई हैं। ये टीमें पोल्ट्री फार्मों की निगरानी कर रही हैं और बीमार मुर्गियों के सलाइवा सैंपल लेकर भोपाल की लैब में भेज रही हैं। जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह ने बताया कि अगर किसी फार्म में मुर्गियों की मौत एक तय संख्या से ज्यादा होती है, तो तुरंत सैंपल जांच के लिए भेजे जाते हैं। भोपाल लैब से 24 घंटे में रिपोर्ट आती है, और अगर बर्ड फ्लू की पुष्टि होती है, तो भारत सरकार की गाइडलाइंस के हिसाब से फार्म को सील कर दिया जाता है। अब तक 30 से ज्यादा फार्म सील किए जा चुके हैं, और 36,600 मुर्गियों को नष्ट किया गया है।
ये भी पढ़ें- FPO News: अब किसान खुद तय करेंगे फसल का दाम, फ्यूचर्स ट्रेडिंग के नए नियम लागू