करेला की बेल में नहीं लग रहे फल? बस 1 चम्मच देसी खाद डालें और चमत्कार देखें

Bitter Gourd Farming Tips : गर्मी के दिनों में करेला किसी खजाने से कम नहीं। सेहत के लिए इसके ढेर सारे फायदे हैं और ये कई बीमारियों को दूर भगाता है। जो लोग करेले को खाना पसंद करते हैं, वो अपने किचन गार्डन में इसकी बेल आसानी से लगा सकते हैं। मार्च का महीना करेले की बेल लगाने के लिए सबसे सही है, लेकिन अगर आपने फरवरी में बेल लगाई और अब उसकी बढ़त रुक गई है, फूल नहीं आ रहे, या फूल आकर फल नहीं बन रहे, तो परेशान होने की जरूरत नहीं। कुछ आसान देसी तरीकों से आप अपनी करेले की बेल को फिर से हरा-भरा और फलदार बना सकते हैं।

बेल की बढ़त रुक गई तो ये करें

अगर करेले के पौधे ठीक से नहीं बढ़ रहे, फूल नहीं आ रहे या फल नहीं बन रहे, तो सबसे पहले पानी देना 2-3 दिन के लिए रोक दें। इसके बाद पौधे की जड़ के पास 2-3 इंच तक मिट्टी की हल्की गुड़ाई करें। मिट्टी को धूप लगने दें, ताकि वो ढीली और हवादार हो जाए। फिर वर्मी कम्पोस्ट खाद डालें। ये पौधे की बढ़त को तेज करेगा।

अगर आपके पास वर्मी कम्पोस्ट नहीं है, तो सूखे पत्तों से बनी लीफ कम्पोस्ट भी कमाल कर सकती है। एक मुट्ठी लीफ कम्पोस्ट को मिट्टी में मिलाकर जमीन को समतल करें और हल्का पानी डाल दें। अगले 8-10 दिन तक जड़ के पास नमी बनाए रखें। जल्द ही नई पत्तियाँ निकलने लगेंगी और बेल फिर से जान पकड़ लेगी।

फल छोटे रह जाते हैं तो ये नुस्खा

कई बार करेले की बेल में फूल तो आते हैं, लेकिन फल बनते ही नहीं या बनते हैं तो उनका आकार बढ़ता नहीं। ऐसे में एक चम्मच सरसों की खली को एक गिलास पानी में 7-8 घंटे भिगो दें। फिर पानी को छान लें और बेल की जड़ के पास मिट्टी की हल्की गुड़ाई करके इसे डाल दें। ध्यान रखें कि ये पानी तने से 2-3 इंच दूर डालना है। सरसों की खली में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और कैल्शियम होता है, जो फलों की बढ़त के लिए बहुत जरूरी है। ये देसी खाद बेल को ताकत देगी और फल बड़े-बड़े होने लगेंगे।

कीटों से बचाव का आसान उपाय

अगर करेले की पत्तियों पर छोटे-छोटे धब्बे या छेद दिख रहे हैं, या कीट बेल पर हमला कर रहे हैं, तो नीम का तेल आपका साथी है। नीम ऑयल को पानी में मिलाकर एक घोल तैयार करें। इसे स्प्रे बॉटल में भरें और बेल की पत्तियों पर छिड़क दें। कीट मर जाएँगे और आपकी बेल सुरक्षित रहेगी। ये तरीका बिल्कुल जैविक है, जिससे न पौधे को नुकसान होगा और न ही करेले की सेहत पर असर पड़ेगा।

थोड़ी मेहनत, बड़ा फायदा

करेले की बेल को सही देखभाल चाहिए, लेकिन ये तरीके इतने आसान हैं कि कोई भी इन्हें आजमा सकता है। पानी रोकना, मिट्टी की गुड़ाई, देसी खाद और नीम का तेल – बस इतने से आपकी बेल फिर से लहलहाने लगेगी। फरवरी में लगाई बेल को मार्च में ठीक कर लें, तो गर्मी भर ताजा और बड़े करेले आपके किचन में होंगे। सेहत भी बनी रहेगी और मेहनत का फल भी मिलेगा। तो देर न करें, आज ही ये नुस्खे अपनाएँ।

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  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और मैंने संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं Krishitak.com का संस्थापक और प्रमुख लेखक हूं। पिछले 3 वर्षों से मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाएं, और ग्रामीण भारत से जुड़े विषयों पर लेखन कर रहा हूं।

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