Blue Potato Farming: झारखंड की बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के जानकारों ने एक नई तरकीब निकाली है, जिससे किसान भाइयों की मेहनत और कमाई दोनों बढ़ सकती है। ये है नीले आलू की खेती। जी हाँ, नीले रंग का आलू! साधारण आलू और काले आलू को तो आपने देखा होगा, लेकिन अब रांची में नीले आलू की फसल लहलहा रही है। ओरमांझी ब्लॉक के आसपास के किसान इसे उगा रहे हैं और अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। बिरसा यूनिवर्सिटी के कृषि विशेषज्ञ श्री प्रशांत जी बताते हैं कि इसकी खेती साधारण आलू की तरह ही होती है। इसमें कोई अलग तकनीक नहीं चाहिए। बस समय पर खाद-पानी का ध्यान रखना है, तो फसल शानदार होगी।
सेहत का खजाना है नीला आलू
ये नीला आलू सिर्फ रंग में ही अलग नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी कमाल का है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसमें साधारण आलू से पांच गुना ज्यादा पोषक तत्व होते हैं। इसमें विटामिन ए, बी, फोलिक एसिड, जिंक और मैग्नीशियम जैसे जरूरी तत्व भरे हैं। सबसे बड़ी बात, इसमें कैलोरी बहुत कम है। 100 ग्राम में सिर्फ 20-25 प्रतिशत कैलोरी होती है। लोग वजन घटाने के लिए आलू छोड़ देते हैं, लेकिन ये नीला आलू वजन कम करने में मदद करता है। डायबिटीज के मरीज भी इसे बिना डर के खा सकते हैं। गाँव के लोग इसे उबालकर, भूनकर या सब्जी बनाकर खा सकते हैं। स्वाद भी अच्छा और सेहत भी दुरुस्त।
खेती का आसान तरीका
नीले आलू की खेती के लिए आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। जिस तरह साधारण आलू उगाते हैं, उसी तरह इसे भी लगाएं। जमीन तैयार करें, बीज डालें और समय-समय पर खाद दें। हाँ, थोड़ा ध्यान रखें कि खेत में पानी जमा न हो और नमी सही रहे। बरसात के दिनों में पानी निकासी का इंतजाम रखें, नहीं तो फसल खराब हो सकती है। अगर खाद के लिए गोबर या नीम की खली मिले, तो उसे जरूर इस्तेमाल करें। ये देसी तरीका फसल को ताकत देगा और बीमारी से भी बचाएगा। खेती में मेहनत करेंगे, तो मुनाफा भी भरपूर मिलेगा।
बाजार में अच्छी कीमत, लेकिन सावधानी जरूरी
बाजार में नीले आलू की कीमत 100 रुपये किलो तक है। ऑनलाइन फ्लिपकार्ट और अमेजन पर तो ये 150-200 रुपये किलो तक बिकता है। सेहत को लेकर जागरूक लोग इसे खूब पसंद करते हैं। लेकिन ध्यान दें, ये साधारण बाजार में कम बिकता है। गाँव की मंडी में इसे बेचना मुश्किल हो सकता है। इसलिए फसल उगाने से पहले किसी बड़ी कंपनी या दुकान से बात कर लें। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का रास्ता अपनाएं, ताकि फसल तैयार होते ही बिक जाए। अगर सही जगह बेचा जाए, तो एक बीघा से भी अच्छी कमाई हो सकती है।
अपनी तरफ से सलाह
हमारे गाँव के किसान भाइयों के लिए एक सुझाव है। नीले आलू के साथ थोड़ा साधारण आलू भी उगाएं। इससे अगर बाजार में दिक्कत हो, तो घर का खर्च चलता रहे। साथ ही, फसल को साफ रखने के लिए नीम का तेल पानी में मिलाकर छिड़कें। ये कीड़े-मकोड़ों से बचाएगा। बिरसा यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों से संपर्क करें, वो आपको बीज और सलाह दे सकते हैं। इस खेती से न सिर्फ कमाई बढ़ेगी, बल्कि गाँव का नाम भी रोशन होगा।
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