लौकी की ये किस्म से होगी एक एकड़ में 100 से 120 क्विंटल तक पैदावार, कमाई होगी छप्पर फाड़

Bottle Gourd Farming Tips : कृषि विज्ञान केंद्र भोजपुर के वैज्ञानिक शशिभूषण शशि बताते हैं कि लौकी की खेती सालभर की जा सकती है और ये किसान भाइयों के लिए मुनाफे का शानदार जरिया है। खासकर पूसा नवीन किस्म की लौकी की खेती से एक एकड़ में 100 से 120 क्विंटल तक पैदावार मिल सकती है, जिससे 2 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है।

गर्मियों का मौसम शुरू होते ही सब्जियों की खेती का रुझान बढ़ता है, और लौकी इसमें सबसे फायदेमंद साबित हो सकती है। इसके लिए सही बीज चुनना जरूरी है। शशि साहब कहते हैं कि पूसा नवीन किस्म बाजार में छाई रहती है और बीमारियों से लड़ने में भी माहिर है। चलिए, जानते हैं कि लौकी की खेती कैसे करें और मोटा मुनाफा कैसे कमाएँ।

लौकी की बुवाई का सही तरीका- Bottle Gourd Farming Tips

लौकी की अच्छी बढ़त के लिए 14 इंच का कंटेनर या बड़ा ग्रो बैग इस्तेमाल करें। बुवाई से पहले कंटेनर में अच्छी क्वालिटी का पॉटिंग मिक्सचर डालें। इसके लिए वर्मीकंपोस्ट और कोकोपीट को बराबर मात्रा में मिलाएँ। बीज बोने के बाद कंटेनर को ऐसी जगह रखें जहाँ खुली धूप आए। पौधों के ऊपर नारियल पीट और सड़ी हुई गोबर खाद की मोटी परत बिछाएँ।

बढ़ते मौसम में इसे 2-3 बार दोहराएँ। बीजों को बोने से पहले 12-24 घंटे गर्म पानी में भिगो दें, इससे अंकुरण तेज होता है। खेत में पंक्तियों में बीज बोएँ और पौधों के बीच 2-3 फीट की दूरी रखें, ताकि हवा और धूप अच्छे से मिले। मिट्टी में नमी बनाए रखें और नियमित पानी दें। ये आसान तरीका फसल को मजबूत बनाता है।

पूसा नवीन वैरायटी क्यों है बेस्ट

शशिभूषण शशि के मुताबिक, लौकी की पूसा नवीन किस्म सबसे बेहतर है। इसे ठंड खत्म होने के बाद यानी फरवरी-मार्च में बोना आदर्श है, हालाँकि सालभर खेती हो सकती है। इसकी बीज ऑनलाइन या नजदीकी नर्सरी से खरीद सकते हैं। बाजार में इसकी डिमांड जबरदस्त है, क्योंकि ये स्वाद में अच्छी और देखने में आकर्षक होती है। एक एकड़ में 100-120 क्विंटल पैदावार आसानी से मिल जाती है। अगर बाजार में लौकी 20-25 रुपये किलो भी बिके, तो 2 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है। ये किस्म बीमारियों से लड़ने में सक्षम है, जिससे नुकसान का डर कम रहता है। कम मेहनत में बंपर फायदा देने वाली ये फसल हर किसान के लिए वरदान है।

खेती में इन बातों का रखें ध्यान

लौकी की खेती आसान है, लेकिन कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है। दोमट या बलुई मिट्टी चुनें, जिसमें पानी जमा न हो। खेत को जोतकर गोबर खाद डालें और मिट्टी को भुरभुरा बनाएँ। बीज बोने से पहले खेत में 6-8 घंटे धूप की जाँच करें। हर 7-10 दिन में हल्की सिंचाई करें, ताकि जड़ें न सड़ें। पौधों को सहारा देने के लिए बाँस या तार की जाली लगाएँ। कीटों से बचाव के लिए नीम तेल 2 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में छिड़कें। फूल आने पर खाद का छिड़काव दोबारा करें। पूसा नवीन की लताएँ तेजी से बढ़ती हैं, इसलिए जगह का सही इंतजाम करें। इन छोटी सावधानियों से फसल दोगुनी होगी।

मुनाफे का रास्ता

किसान भाइयों, लौकी की खेती से कमाई का बड़ा मौका है। पूसा नवीन किस्म लगाकर आप एक एकड़ से 100-120 क्विंटल लौकी पा सकते हैं। गर्मियों में इसकी कीमत 20-30 रुपये किलो तक जाती है। लागत निकालकर 2 लाख तक का मुनाफा आपकी जेब में आ सकता है। ये फसल 60-70 दिन में तैयार हो जाती है और सालभर उगाई जा सकती है। बीज सस्ते हैं और देखभाल आसान है। बाजार में सब्जी के साथ-साथ जूस और औषधि के लिए भी लौकी की माँग है। तो देर न करें, इस तकनीक को अपनाएँ और अपनी मेहनत को मुनाफे में बदलें।

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  • Shashikant

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