बीज, दवा, खाद बाजार से खरीदो, पैसे सरकार से लो! किसानों के लिए आई नई योजना

Farmers New Scheme: मध्य प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है। कई जिलों में जोरदार बारिश हो रही है, तो कहीं हल्की बारिश के बाद किसान भाई खेतों में बुवाई के लिए जुट गए हैं। इस समय सोयाबीन, मूंग, उड़द, मक्का, अरहर और मूंगफली जैसी फसलों की बुवाई जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। लेकिन भाइयों, क्या आप जानते हैं कि सरकार ने बीज, कीटनाशक और टॉनिक पर अनुदान की खास योजना चला रखी है?

अगर आप इसका फायदा उठाएँ, तो खेती का खर्चा काफी कम हो सकता है। मानसून के इस सीजन में ये योजना आपके लिए बड़ा सहारा बन सकती है। आइए जानते हैं कि ये अनुदान कैसे मिलेगा और इसके लिए क्या करना होगा।

मानसून में बुवाई और अनुदान का मौका

इस बार मध्य प्रदेश में मानसून समय पर आया है, और किसान भाई खेतों में मेहनत कर रहे हैं। बारिश के साथ ही सोयाबीन, मूंग, उड़द, मक्का और मूंगफली जैसी फसलों की बुवाई शुरू हो गई है। लेकिन बुवाई के समय बीज, कीटनाशक और टॉनिक के दाम अक्सर बढ़ जाते हैं, जिससे किसानों का खर्चा बढ़ जाता है। अच्छी खबर ये है कि सरकार ने इन सब पर अनुदान की व्यवस्था की है।

ये भी पढ़ें- सिर्फ ₹30,000 में मिलेगा 5 HP सोलर पंप! किसानों को 90% सब्सिडी दे रही है सरकार

अगर आप सही तरीके से इस योजना का फायदा उठाएँ, तो खेती का खर्च कम होगा और मुनाफा ज्यादा होगा। इस अनुदान से न सिर्फ़ बीज बल्कि फसलों की बढ़वार के लिए टॉनिक और फूल-फलन के लिए दवाइयों पर भी राहत मिल सकती है।

अनुदान पाने का आसान तरीका

अनुदान लेने के लिए आपको बस दो आसान काम करने हैं। सबसे पहले, जब भी आप बीज, कीटनाशक या टॉनिक खरीदें, तो दुकानदार से पक्का बिल ज़रूर लें। ये बिल आपका सबूत होगा। इसके बाद, इस बिल को लेकर अपने नजदीकी कृषि विस्तार अधिकारी या जिला कृषि कार्यालय जाएँ। वहाँ जाकर बिल दिखाएँ, और आपको तुरंत नकद अनुदान मिल जाएगा।

सागर के कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर राजेश त्रिपाठी बताते हैं कि किसान दो तरीकों से इस योजना का लाभ ले सकते हैं। पहला, अगर आप कृषि विभाग में पहले से पंजीकृत हैं, तो सीधे विभाग से अनुदान वाले बीज और सामग्री ले सकते हैं। दूसरा, अगर आप बाहर की दुकान से सामान खरीद रहे हैं, तो पक्का बिल लाएँ और नकद अनुदान पाएँ।

ये भी पढ़ें- खाद-बीज और कीटनाशक की दुकान खोलें, अब सरकार दे रही है लाइसेंस, ऐसे करें आवेदन

पंजीयन और बिल का महत्व

किसान भाइयों, ये अनुदान लेने के लिए पंजीयन और पक्का बिल बहुत ज़रूरी है। अगर आपने अभी तक कृषि विभाग में पंजीयन नहीं कराया है, तो अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में जाकर रजिस्ट्रेशन करवा लें। इसके लिए आधार कार्ड, खेत के कागज और मोबाइल नंबर जैसे बेसिक दस्तावेज़ चाहिए। पंजीयन के बाद आप सीधे विभाग से सस्ते दामों पर बीज और कीटनाशक ले सकते हैं। अगर आप बाहर से सामान खरीद रहे हैं, तो बिल लेना न भूलें। बिना बिल के अनुदान नहीं मिलेगा। ये छोटा-सा कदम आपका खर्चा कम कर सकता है और खेती को और फायदेमंद बना सकता है।

फसलों की देखभाल के टिप्स

मानसून में बुवाई के बाद फसलों की देखभाल भी बहुत ज़रूरी है। बुवाई से पहले खेत में गोबर की खाद या जैविक खाद डालें, ताकि मिट्टी की ताकत बढ़े। मूंग, उड़द और सोयाबीन जैसी फसलों के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी चाहिए, क्योंकि ज्यादा पानी जमा होने से जड़ें खराब हो सकती हैं। बुवाई के बाद समय-समय पर खेत की निराई-गुड़ाई करें, ताकि खरपतवार न उगने पाए।

जब फसल बढ़ने लगे, तो सही समय पर टॉनिक और कीटनाशक का इस्तेमाल करें। अगर आपको कीटनाशक या टॉनिक के बारे में सही जानकारी चाहिए, तो अपने कृषि विस्तार अधिकारी से सलाह लें। वो आपको बताएँगे कि आपकी फसल के लिए कौन-सी दवा या टॉनिक सही रहेगा।

ये भी पढ़ें- सस्ते में ड्रोन और एग्री मशीनें खरीदें! योगी सरकार दे रही भारी सब्सिडी, 12 जुलाई तक करें आवेदन

Author

  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

    View all posts

Leave a Comment