कार्बन क्रेडिट से किसान भाई कैसे पैसे कमाएं, खेती से कमाई का नया तरीका, एक तीर से लगाइए कई निशाने

कार्बन क्रेडिट क्या है

खेती करने वाले भाइयों, कभी सुना है कि हवा से भी पैसा कमाया जा सकता है? कार्बन क्रेडिट एक ऐसा तरीका है, जो खेती को नया रास्ता देता है। आसान शब्दों में कहें तो ये एक तरह का इनाम है, जो उनको मिलता है जो हवा को साफ रखने में मदद करते हैं। जब आप खेत में ऐसी खेती करते हैं, जो कार्बन डाइऑक्साइड को कम करे, तो आपको इसके बदले पैसे मिल सकते हैं। ये पैसा बड़ी कंपनियाँ या सरकार देती हैं, जो हवा को गंदा करने का हिसाब बराबर करना चाहती हैं। तो चलिए, समझते हैं कि ये आपके खेत में कैसे काम कर सकता है।

खेती से कार्बन क्रेडिट कैसे कमाएं

गाँव में खेती का तरीका ऐसा होना चाहिए कि जमीन हरी रहे और हवा साफ रहे। इसके लिए कुछ आसान उपाय हैं। पहला, कम रसायन वाली खेती करें। गोबर की खाद और जैविक खेती से जमीन में कार्बन जमा होता है। दूसरा, पेड़ लगाएं, खेत के किनारे नीम, शीशम या बबूल के पेड़ न सिर्फ छाया देंगे, बल्कि हवा से कार्बन भी सोखेंगे। तीसरा, फसल चक्र अपनाएं, गेहूं के बाद मूंग या चना बोएं, इससे मिट्टी की ताकत बढ़ती है और कार्बन जमीन में रुकता है। ये सब करने से आप कार्बन क्रेडिट के हकदार बन सकते हैं।

कार्बन क्रेडिट का पैसा कैसे मिलता है

अब सवाल ये है कि ये पैसा हाथ में कैसे आएगा? इसके लिए कुछ कदम उठाने पड़ते हैं। पहले तो अपने खेत की खेती का हिसाब रखें, कितनी जैविक खाद डाली, कितने पेड़ लगाए, ये सब नोट करें। फिर गाँव में कोई सहकारी समिति या NGO से संपर्क करें, जो कार्बन क्रेडिट प्रोजेक्ट चलाती हो। ये लोग आपके खेत का जायजा लेंगे और बताएंगे कि आप कितना कार्बन बचा रहे हैं। इसके बाद आपका नाम कार्बन क्रेडिट बाजार में जुड़ेगा। वहाँ बड़ी कंपनियाँ आपके क्रेडिट खरीदेंगी। एक टन कार्बन बचाने का दाम 500 से 2000 रुपये तक हो सकता है, जो सीधे आपके खाते में आएगा।

गाँव में इसे शुरू करने का तरीका

शुरुआत छोटे से करें। अपने खेत के एक हिस्से में जैविक खेती शुरू करें। पास के किसानों को साथ जोड़ें, अगर 10-20 किसान मिलकर ये करें, तो फायदा बढ़ेगा। सरकार भी अब इसकी मदद कर रही है। कई जगह कार्बन क्रेडिट के लिए ट्रेनिंग कैंप लगते हैं, वहाँ जाएं और जानकारी लें। ऑनलाइन भी मदद मिल सकती है, कुछ वेबसाइट्स जैसे भारत सरकार की एग्रीकल्चर पोर्टल या कार्बन ट्रेडिंग साइट्स पर रजिस्टर करें। वहाँ से आपको सही दिशा मिलेगी। बस थोड़ी मेहनत से ये रास्ता खुल जाएगा।

फायदा कितना और कैसे होगा

सोचिए, अगर आपके खेत से हर साल 5 टन कार्बन बचता है, तो 1000 रुपये प्रति टन के हिसाब से 5000 रुपये सालाना कमाई हो सकती है। छोटे किसान के लिए ये बड़ी बात है। साथ ही, जैविक खेती से फसल की कीमत बढ़ेगी, और पेड़ों से लकड़ी या फल का फायदा अलग से मिलेगा। ये पैसा खेती को और बेहतर करने में काम आएगा, नया बीज, पानी का इंतजाम, या बच्चों की पढ़ाई। यानी एक तीर से कई निशाने।

सावधानियाँ जो ध्यान रखें

इस रास्ते में कुछ बातें समझनी होंगी। हर कोई कार्बन क्रेडिट नहीं दे सकता, इसके लिए खेती का तरीका सही होना चाहिए। कोई ठग कंपनी आपको गुमराह न करे, इसलिए भरोसेमंद जगह से जुड़ें। खेत का रिकॉर्ड साफ रखें, ताकि बाद में कोई सवाल न उठे। शुरू में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन धीरे-धीरे सब पटरी पर आ जाएगा। गाँव में दूसरों को भी बताएं, ताकि सब मिलकर फायदा उठाएं।

कार्बन क्रेडिट : खेती का नया भविष्य

खेत में मेहनत तो हम सालों से करते आए हैं, लेकिन अब वक्त है कि हवा को साफ रखकर भी कमाई करें। कार्बन क्रेडिट गाँव के किसानों के लिए नया रास्ता है। न सिर्फ पैसा मिलेगा, बल्कि जमीन की सेहत भी सुधरेगी। आने वाली पीढ़ी को साफ हवा और अच्छी खेती का तोहफा देना है, तो आज से शुरू करें। अपने खेत में पेड़ लगाएं, जैविक खेती अपनाएं, और देखें कैसे ये तरीका आपकी जिंदगी बदल देता है।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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