चना किसानों की चांदी! MSP से ऊपर पहुंचे भाव ने सबको चौंकाया

Chana Mandi Rate: चना आजकल बाजार में छाया हुआ है। इसकी कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से ऊपर जा रही हैं, और किसान भाइयों की जेब भर रही हैं। दिल्ली और महाराष्ट्र की अकोला मंडी में चना के दाम बढ़ रहे हैं, जिससे किसानों का उत्साह दोगुना हो गया है। आइए जानते हैं कि चना के भाव क्यों बढ़ रहे हैं, दिल्ली और अकोला मंडी में ताजा कीमतें क्या हैं, और 2025 में चना की खेती से कैसे मुनाफा कमाया जा सकता है।

दिल्ली और अकोला मंडी में चना के ताजा भाव

दिल्ली की मंडी में चना के दाम इस वक्त 5,750 से 5,800 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। पिछले महीने ये भाव गिरकर 5,450-5,500 रुपये तक चले गए थे, जो MSP (5,650 रुपये प्रति क्विंटल) से भी कम था। लेकिन अब 150 रुपये की तेजी के साथ चना MSP से ऊपर कारोबार कर रहा है। दूसरी तरफ, महाराष्ट्र की अकोला मंडी, जो चना की बड़ी मंडी है, में चना 6,025-6,050 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है।

महीने भर पहले ये 5,800-5,825 रुपये था, यानी यहाँ 225 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। मध्य प्रदेश के रामू काका, जो पिछले साल चना बेचकर अच्छा मुनाफा कमा चुके हैं, बताते हैं कि इस बार वो और चना बोने की सोच रहे हैं, क्योंकि बाजार में दाम अच्छे मिल रहे हैं।

चना के दाम बढ़ने की वजह

बाजार के जानकारों का कहना है कि चना के दाम बढ़ने की कई वजहें हैं। नई फसल की आवक शुरू होने पर दाम MSP से नीचे चले गए थे, क्योंकि उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान था। लेकिन इसके बाद खरीदारी बढ़ने लगी। कम दाम पर स्टॉकिस्टों और दाल मिल वालों ने चना खरीदना शुरू किया, जिससे कीमतें चढ़ गईं। सरकार ने भी चना के आयात पर 10 फीसदी शुल्क लगा दिया, और सस्ती पीली मटर के आयात की मियाद खत्म हो गई। इन कदमों ने चना की कीमतों को और सहारा दिया। कमोडिटी एक्सपर्ट इंद्रजीत पॉल के मुताबिक, स्टॉक की कमी की वजह से चना की मांग बढ़ रही है, जिससे दाम और ऊपर जा सकते हैं।

2025 में चना का उत्पादन और स्टॉक

कृषि मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक, 2023-24 में चना का उत्पादन 121.61 लाख टन था, लेकिन कारोबारी इसे 80 लाख टन के आसपास मानते हैं, जबकि देश में चना की खपत 100 लाख टन है। इस कमी की वजह से स्टॉकिस्ट और मिलर चना खरीदने में लगे हैं। नाफेड के पास मध्य प्रदेश में 3.5-4 लाख टन पुराना स्टॉक होने का अनुमान है, लेकिन नई फसल की आवक कम होने से बाजार में सप्लाई पर दबाव है। 2024-25 के लिए चना का MSP 5,650 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है, जो पिछले साल के 5,440 रुपये से ज्यादा है।

बाजार की मांग और भविष्य की संभावनाएं

बाजार के जानकारों का मानना है कि चना की कीमतों में अगले महीने तक 200 रुपये प्रति क्विंटल की और तेजी आ सकती है। भारतीय दलहन एवं अनाज संघ का कहना है कि किसानों ने चना की बिक्री धीमी कर दी है, और मिलर जरूरत के हिसाब से खरीद रहे हैं। हालांकि, सस्ती पीली मटर की उपलब्धता की वजह से बड़ी तेजी पर लगाम लग सकती है। फिर भी, त्योहारी सीजन में चना दाल की मांग बढ़ने से बाजार को सहारा मिल रहा है। मध्य प्रदेश में चना की बिक्री सीमा को 25 क्विंटल से बढ़ाकर 40 क्विंटल कर दिया गया है, जिससे किसान MSP पर ज्यादा फसल बेच सकते हैं।

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  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं krishitak.com पर लेखक हूं, जहां मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाओं पर केंद्रित आर्टिकल लिखता हूं। अपनी रुचि और विशेषज्ञता के साथ, मैं पाठकों को लेटेस्ट और उपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रयास करता हूं।

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