Dimak Ko kaise Hatayein: पेड़-पौधों के लिए दीमक बड़ी मुसीबत है। ये जड़ों पर हमला करके पेड़ को खोखला कर देती है, और कई बार पूरा पेड़ सूखकर बर्बाद हो जाता है। खासकर आम के पेड़ की बात करें, तो साल में एक बार फसल मिलती है, इसलिए इसकी देखभाल में जरा सी चूक भी भारी नुकसान कर सकती है। दीमक लग जाए, तो पेड़ की ग्रोथ रुक जाती है, फल कम लगते हैं, और धीरे-धीरे पेड़ सूखने लगता है।
जिला उद्यान अधिकारी डॉ. पुनीत कुमार पाठक बताते हैं कि दीमक मिट्टी में जल्दी पनपती है और जड़ों को चट कर जाती है। अगर समय पर रोकथाम न की जाए, तो पेड़ बेकार हो सकता है। चलिए, आपको दीमक से छुटकारा पाने के आसान और कारगर उपाय बताते हैं।
रासायनिक तरीका: फटाफट राहत
अगर दीमक तेजी से नुकसान कर रही है, तो रासायनिक उपाय सबसे तेज काम करता है। इसके लिए क्लोरोपायरिफॉस 50% (CHLORPYRIPHOS 50%) लें। 2-4 मिलीलीटर दवा को 1 लीटर पानी में घोल लें। अब पेड़ की जड़ के पास खुरपी से मिट्टी खोदें और इस घोल को जड़ों में डाल दें। घोल डालने के बाद थोड़ी मिट्टी से ढक दें। ये दवा दीमक को मार देगी, और पेड़ फिर से तेजी से बढ़ने लगेगा। ये तरीका जल्दी असर दिखाता है, और आम का पेड़ बच जाता है। बस दवा डालते वक्त हाथों में दस्ताने पहनें, ताकि स्किन को नुकसान न हो।
जैविक नुस्खा: देसी और सुरक्षित
अगर आप जहरीली दवाइयों से बचना चाहते हैं, तो जैविक तरीका भी बढ़िया है। इसके लिए बावेरिया बेसियाना (Baveria Bassiana) इस्तेमाल करें। ये एक जैविक चीज है, जो दीमक को खत्म करती है। गोबर की सड़ी खाद या वर्मी कंपोस्ट लें, उसमें बावेरिया बेसियाना मिलाएँ। अब इस मिश्रण को पेड़ की जड़ों के पास खोदी गई मिट्टी में डाल दें। ऊपर से हल्का पानी छिड़क दें। कुछ दिनों में दीमक गायब हो जाएगी, और पेड़ को कोई नुकसान भी नहीं होगा। ये तरीका थोड़ा वक्त लेता है, पर मिट्टी और फसल दोनों के लिए सुरक्षित है।
दीमक क्यों लगती है और कैसे रोकें
डॉ. पाठक कहते हैं कि दीमक गीली और ढीली मिट्टी में जल्दी पनपती है। बारिश के बाद या ज्यादा पानी देने से ये बढ़ सकती है। इसलिए पेड़ के आसपास जलभराव न होने दें। हर कुछ महीने में जड़ों के पास मिट्टी खोदकर चेक करें। अगर दीमक के छोटे-छोटे ढेर दिखें, तो फौरन उपाय शुरू करें। नीम का तेल भी एक देसी नुस्खा है इसे पानी में मिलाकर जड़ों में डालें, दीमक भाग जाएगी। खेत में साफ-सफाई रखें, सूखी लकड़ियाँ या कचरा न छोड़ें, क्योंकि ये दीमक को बुलाते हैं।
पेड़ की देखभाल का फायदा
सही वक्त पर दीमक रोकें, तो आम का पेड़ न सिर्फ बचेगा, बल्कि फल भी ढेर सारे देगा। रासायनिक तरीके से तुरंत राहत मिलती है, वहीं जैविक तरीका लंबे समय तक फायदा देता है। दोनों में से जो आपको सही लगे, वो आजमाएँ। पेड़ की जड़ों को धूप और हवा मिलने दें, और पानी सही मात्रा में दें। ये छोटे-छोटे कदम आपके बगीचे को हरा-भरा रखेंगे, और आम की फसल से जेब भी भरेगी।
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