डेयरी फार्मिंग के लिए सरकार दे रही है 42 लाख तक लोन और 33% सब्सिडी, ऐसे उठाएं फायदा

मध्य प्रदेश में किसान भाइयों के लिए डेयरी का धंधा शुरू करने का सुनहरा मौका आया है। राज्य सरकार ने दूध उत्पादन को बढ़ाने और गाँव की कमाई को दोगुना करने के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री मोहन यादव जी का कहना है कि डेयरी से न सिर्फ किसानों की जेब भरेगी, बल्कि मध्य प्रदेश का दूध उत्पादन भी देश में 20 फीसदी तक पहुंचेगा। यह योजना खासकर उन गाँव के नौजवानों और किसानों के लिए है, जो कम पैसे में बड़ा धंधा शुरू करना चाहते हैं। आइए, इस योजना के बारे में देसी अंदाज में समझते हैं।

कामधेनु योजना क्या है?

इस योजना का मकसद गाँव के किसानों को डेयरी का धंधा शुरू करने में मदद करना है। इसके तहत आप 25 गायों या भैंसों की डेयरी यूनिट खोल सकते हैं, जिसके लिए सरकार 42 लाख रुपये तक का लोन देगी। इतना ही नहीं, सरकार 25 से 33 फीसदी तक सब्सिडी भी दे रही है, यानी आपका खर्चा और कम होगा। अगर आप पहले से दूध सहकारी समितियों को दूध बेचते हैं, तो आपको इस योजना में प्राथमिकता मिलेगी। यह योजना सभी वर्गों के लिए खुली है, चाहे आप किसी भी समुदाय से हों। बस इतना ध्यान रखें कि एक यूनिट में या तो सारी गायें होंगी या सारी भैंसें, मिक्स नहीं कर सकते।

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कौन ले सकता है इस योजना का फायदा

इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ आसान शर्तें पूरी करनी होंगी। सबसे पहले, आपको मध्य प्रदेश का रहने वाला होना चाहिए और आपकी उम्र 21 साल से ज्यादा होनी चाहिए। आपके पास कम से कम 3.5 एकड़ जमीन होनी चाहिए, ताकि डेयरी यूनिट बनाई जा सके। अगर जमीन संयुक्त परिवार की है, तो बाकी सदस्यों की सहमति जरूरी होगी। इसके अलावा, आपको सरकार या किसी मान्यता प्राप्त संस्था से डेयरी फार्मिंग की ट्रेनिंग लेनी होगी। यह ट्रेनिंग आपको डेयरी चलाने का सही तरीका सिखाएगी। जो किसान भाई पहले से दूध बेच रहे हैं या दुग्ध संघों के मिल्क रूट पर हैं, उन्हें पहले मौका मिलेगा।

सब्सिडी और लोन का आसान हिसाब

इस योजना की सबसे बड़ी खासियत है इसका सब्सिडी और लोन सिस्टम। अगर आप अनुसूचित जाति या जनजाति से हैं, तो आपको प्रोजेक्ट की लागत का 33 फीसदी तक सब्सिडी मिलेगी। बाकी वर्गों के लिए 25 फीसदी सब्सिडी है। मान लीजिए, आपकी डेयरी यूनिट की लागत 42 लाख रुपये है, तो अनुसूचित जाति/जनजाति वालों को 13.86 लाख तक और बाकियों को 10.5 लाख तक सब्सिडी मिल सकती है।

यह सब्सिडी तीन साल बाद एकमुश्त मिलेगी, और इस पर कोई ब्याज नहीं देना होगा। लोन को आप चार चरणों में लेंगे, और अगर आप समय पर चुका देते हैं, तो दो साल बाद फिर से नया लोन ले सकते हैं। डेयरी को कम से कम 7 साल तक या लोन चुकने तक चलाना होगा।

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आवेदन का आसान तरीका

इस योजना में आवेदन करना बिल्कुल आसान है। आपको बस मध्य प्रदेश पशुपालन और डेयरी विभाग की वेबसाइट https://dbaky.mp.gov.in/ पर जाना होगा। वहां ऑनलाइन फॉर्म भरें, जो आधार कार्ड से लिंक होगा। चयन “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर होगा, तो जल्दी आवेदन करें। साथ ही, आपको जमीन के कागजात, ट्रेनिंग सर्टिफिकेट, और कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे। सरकार समय-समय पर ट्रेनिंग की जानकारी भी देती रहती है, जिससे आप डेयरी चलाने का पूरा ज्ञान ले सकते हैं।

डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना किसानों और नौजवानों के लिए कमाई का बड़ा मौका है। कम लागत में डेयरी शुरू करके आप न सिर्फ अपनी जेब भर सकते हैं, बल्कि गाँव की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर सकते हैं। मध्य प्रदेश सरकार का यह कदम दूध उत्पादन को बढ़ाने और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। तो देर न करें, अपने खेत में डेयरी यूनिट लगाएं, सरकार की मदद लें, और बंपर मुनाफा कमाएं। आज ही वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें और अपने सपनों को हकीकत बनाएं!

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  • Shashikant

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