Subsidy On Guava Farming : बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए एक खास कदम उठाया है। अब राज्य में अमरूद की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को अनुदान दिया जा रहा है। खास तौर पर गोपालगंज जिले में इस साल उद्यान विभाग ने 100 हेक्टेयर जमीन पर अमरूद की व्यावसायिक खेती शुरू करने का लक्ष्य रखा है। इस अभियान में न सिर्फ अमरूद, बल्कि केला और पपीता की खेती को भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है। सरकार का मकसद है कि किसान इन फलों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकें और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो।
अनुदान से मिलेगी किसानों को राहत
अमरूद, केला और पपीता की खेती के लिए सरकार ने अलग-अलग अनुदान राशि तय की है। गोपालगंज के जिला कृषि पदाधिकारी भूपेंद्र मणि त्रिपाठी बताते हैं कि अमरूद की खेती के लिए पहले चरण में 100 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है। हर प्रखंड के लिए भी अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। एक हेक्टेयर में 1,110 अमरूद के पौधे लगाए जाएंगे। प्रति पौधे की कीमत 30 रुपये है, लेकिन किसानों को ये पौधे अनुदान पर दिए जाएंगे। पहले साल अगर 90% पौधे जीवित रहे, तो अनुदान की राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाएगी। इससे किसानों को शुरुआती खर्च में बड़ी राहत मिलेगी।
प्रशिक्षण से बनेगी खेती और आसान
अनुदान के साथ-साथ सरकार किसानों को आधुनिक और उन्नत तरीकों से खेती करने का प्रशिक्षण भी देगी। इस प्रशिक्षण में अमरूद की खेती के सही तरीके, पौधों की देखभाल, पानी और खाद का सही इस्तेमाल जैसी बातें सिखाई जाएंगी। इससे न सिर्फ पैदावार बढ़ेगी, बल्कि फलों की क्वालिटी भी बेहतर होगी। गोपालगंज में किसानों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, ताकि सही लोग इस योजना का फायदा उठा सकें।
गोपालगंज में क्यों खास है ये योजना
गोपालगंज का इलाका नदियों और उपजाऊ जमीन के लिए जाना जाता है, जो अमरूद, केला और पपीता जैसी फसलों के लिए बहुत अच्छा है। इन फलों की मांग बाजार में हमेशा बनी रहती है। अमरूद की खेती कम लागत में अच्छा मुनाफा देती है, क्योंकि ये पौधे ज्यादा देखभाल की मांग नहीं करते। सरकार की इस योजना से छोटे और मझोले किसानों को खास फायदा होगा, जो अपनी जमीन पर कुछ नया करना चाहते हैं।
कैसे उठाएं योजना का लाभ
अगर आप गोपालगंज के किसान हैं और इस योजना का फायदा लेना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी उद्यान विभाग या जिला कृषि कार्यालय से संपर्क करें। वहां आपको आवेदन की प्रक्रिया और जरूरी कागजात की जानकारी मिल जाएगी। इसके अलावा, प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर आप अमरूद की खेती को और फायदेमंद बना सकते हैं।
खेती का सुनहरा मौका
ये योजना गोपालगंज के किसानों के लिए एक सुनहरा मौका है। अनुदान और प्रशिक्षण की मदद से न सिर्फ खेती आसान होगी, बल्कि आपकी कमाई भी बढ़ेगी। अमरूद की खेती न सिर्फ आपके लिए फायदेमंद होगी, बल्कि इलाके की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगी। तो देर न करें, इस मौके को हाथ से न जाने दें और आज ही इस योजना से जुड़ें।
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