अलर्ट: नकली बीज-खाद से फसल बर्बाद? बस एक कॉल से बचाएँ पूरी खेती

Fake Seeds Complaint: नवंबर चल रहा है और पूरे देश में रबी की बुआई अपने चरम पर पहुँच चुकी है। गेहूँ, चना, सरसों, मसूर जैसी फसलों के लिए किसान बाजार से बड़ी मात्रा में बीज, डीएपी, यूरिया और कीटनाशक खरीद रहे हैं। लेकिन इसी बीच नकली सामग्रियों का खेल भी तेज हो गया है। पिछले कुछ हफ्तों में राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में कृषि विभाग की टीमों ने सैकड़ों छापे मारे हैं। दर्जनों दुकानें सील हुईं, टनों नकली खाद-बीज जब्त हुए और कई व्यापारी गिरफ्तार हुए। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने सभी राज्यों को सख्त निर्देश दिए हैं कि नकली सामग्री बेचने वालों पर तुरंत और कड़ी कार्रवाई की जाए।

नकली बीज-खाद से हर साल होता है करोड़ों का नुकसान

सरकारी आंकड़ों के अनुसार हर साल नकली बीज और खाद की वजह से लाखों हेक्टेयर फसल प्रभावित होती है और किसानों को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है। इस बार रबी सीजन में मौसम पूरी तरह अनुकूल है, इसलिए अच्छी पैदावार की पूरी उम्मीद है, बशर्ते खेत में सही और अच्छी सामग्री ही डाली जाए। अगर नकली बीज पड़ गए तो अंकुरण ही नहीं होगा। नकली खाद पड़ी तो पौधे जल जाएंगे या पीले पड़कर सूख जाएंगे। फिर दोबारा बुआई करनी पड़ेगी, जिसमें खर्च और समय दोनों दोगुने हो जाएंगे।

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सरकार ने दिया सीधा हथियार टोल-फ्री नंबर 1800-180-1551

अच्छी बात यह है कि अब सरकार ने किसानों को बहुत आसान और ताकतवर हथियार दे रखा है। दुकान से कोई भी सामग्री खरीदते ही अगर जरा सा भी शक हो पैकेट पुराना लगे, लेबल धुंधला हो, बैच नंबर गायब हो, कीमत बहुत कम हो या दुकानदार कोई बहाना बनाए तो तुरंत इस टोल-फ्री नंबर पर कॉल कर दें: 1800-180-1551। यह किसान कॉल सेंटर सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है और हिंदी सहित सभी प्रमुख भारतीय भाषाओं में बात हो जाती है।

कॉल करते ही तुरंत होती है कार्रवाई

कॉल लगाते ही कृषि विशेषज्ञ आपकी पूरी बात ध्यान से सुनते हैं। आपको सिर्फ दुकान का नाम-पता, सामग्री का ब्रांड, बैच नंबर और अपना शक बताना होता है। इसके बाद कृषि विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुँचती है, सैंपल लेती है और लैब में जाँच कराती है। अगर सामग्री नकली निकली तो दुकानदार पर भारी जुर्माना, जेल और लाइसेंस रद्द जैसी सख्त सजा होती है। इस साल अभी तक सैकड़ों शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई हुई है और हजारों किसान बचे हैं।

अभी के 15-20 दिन हैं सबसे अहम

अगले 15-20 दिन बुआई के सबसे महत्वपूर्ण दिन हैं। मौसम ठंडा हो रहा है, मिट्टी में नमी बिल्कुल सही है यह मौका हाथ से निकल गया तो पूरा सीजन चौपट हो सकता है। इसलिए अभी देर न करें। नंबर अपने फोन में सेव कर लें – 1800-180-1551। दुकान पर पैकेट खुलवाते समय बिल जरूर लें, QR कोड स्कैन करें और शक हुआ तो तुरंत कॉल करें। आपकी एक छोटी सी कॉल से न सिर्फ आपकी फसल बचेगी, बल्कि पूरे इलाके के दूसरे किसान भाइयों को भी नुकसान से बचने का रास्ता मिलेगा।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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